तलाकशुदा माँ की अगन-4
कहानी का पिछला भाग: तलाकशुदा माँ की अगन-3
कहानी का पिछला भाग: तलाकशुदा माँ की अगन-3
प्रेषिका : साहिरा
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम अमित है. दिखने में मेरा शरीर पतला सा है.. लेकिन चेहरा ठीक ठाक है. यहाँ सबकी कहानियां पढ़ने के बाद सोचा कि अपनी कहानी भी शेयर करूँ.
मेरा नाम किशोर वर्मा है। मेरी उम्र यही कोई 40-42 की है.. रंग साँवला.. इकहरा बदन.. कद लगभग साढ़े पाँच फुट और काम दर्जी का.. मैं लेडीज़ टेलर हूँ।
पहले बुर की चुदाई… फिर गांड की चुदाई… दर्द तो होना ही था
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्ते, मैं सागर, गुजरात से हूँ. मैं आज जो आपको नोनवेज स्टोरी बताने जा रहा हूँ, वो मेरी और मेरी सग़ी बहन ज्योति की है.
दोस्तो, मैं संजना लुधियाना वाली, आप सबके लिए एक नई कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी बिल्कुल काल्पनिक है। यह सिर्फ़ उन लड़के-लड़कियों के लिए है, जिनके कोई गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड नहीं हैं और वो इस कहानी को पढ़ कर अपने हाथ से अपनी काम की भूख शांत करेंगे। इसमें कोई ग़लत बात भी नहीं है क्योंकि मैं भी छोटी उम्र से ऐसा ही करती रही हूँ, तो मस्ती कीजिए..!
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दोस्तो, आज मैं आपको अपनी खुशकिस्मती की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। कहानी सुनके आप सब के दिल जल जाएंगे। बहुतों की तो गांड भी जल जाएगी।
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, पाठिकाओं को मेरे खड़े लंड का सलाम! मैं रोनी सलूजा आपके समक्ष फिर से हाजिर हूँ! मेरी उम्र तीस साल है मैं मकानों की ठेकेदारी करता हूँ। सेक्स करने का शौक 20 साल की उम्र से है सेक्स के लिए साथी भी मिल जाते हैं बड़े सरल तरीके से, बस धैर्य और इंतजार सबसे ज्यादा जरुरी है।
एक एक हुक खुलता हुआ ऐसे अलग हो जाता था जैसे बछड़ा बंधन छूटकर भागा हो। सारे हुक खोलकर उसने पीठ से ब्लाउज के दोनों हिस्सों को फैला दिया। गोरी पीठ सफेद ब्रा के फीते की हल्की-सी धुंधलाहट को छोड़कर जगमगाने लगी। दोनों तरफ बगलों से चिपके ब्लाउज के पल्ले उलटकर अपने ही भार से उसकी त्वचा से अलग होने लगे। रेशमा ब्रा के फीते में उंगली फँसाकर खींची, “बाप रे, कितना टाइट पहनती हो !” कहते हुए उसने ब्रा की हुक भी खोल दी।
मेरा नाम राज है, मेरी उम्र २२ साल है ! मेरा शरीर मजबूत है क्यूंकि मैं बॉडी बिल्डिंग भी करता हूँ। मैं अन्तर्वासना की कहानियां हर सुबह पढ़ता हूँ ! मैं अपने जीवन की एक सच्ची कहानी लिख रहा हूँ !
मेरे ऑफिस की जन संपर्क अधिकारी का नाम वंशिका है। चूँकि हम दोनों हमउम्र हैं इसलिये एक दूसरे से कई प्रकार के मजाक भी कर लेती थीं। उसने बहुत बार मुझे अपने घर चलने को कहा और एक दिन मैं ऑफिस के बाद उसके घर चली गई।
दोस्तो, मेरा नाम सपना जैन है, मैं शादीशुदा हूँ. मेरे पति जॉब करते हैं, मैं अपने पति के साथ बहुत खुश हूँ. मेरे घर में उनके अलावा सास और ससुर भी हैं.
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दोस्तो, मैं आपका वर्जिन जनरल आपके सामने कहानी लेकर फिर हाज़िर हूँ।
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मेरा नाम रिंकू शर्मा है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ।
रात का खाना हम सबने नीचे ही खाया और उसके बाद हम तीनों पैदल ही आइसक्रीम खाने चले गए।
अगले दिन चाय नाश्ता कर श्लोक और में किसी मॉल में शॉपिंग और जरूरी सामानों की खरीदारी करने के लिए गए। वहां मैंने श्लोक से ऐसी बातें शुरू की जिससे कि वह मुझे दोस्त मानने लगे।
मेरा नाम वेदान्त है, मैं इंदौर का रहने वाला हूँ।
दोस्तो, मेरा नाम राहुल है, मैं धनबाद झारखण्ड का रहने वाला हूँ। पिछले कुछ सालों से अन्तर्वासना की कामुकता भरी कहानियों का बहुत मजा लेता आ रहा हूँ, मैंने कहानियाँ बहुत पढ़ी, आपने मेरी पिछली कहानी को काफी सराहा।
पहले भाग में आप पढ़ चुके है कि किस तरह मेरी मदद से रवि ने अपनी शालू भाभी की चुदाई की.. मैं उस समय मंदिर जाने का बहाना बनाकर घऱ से निकल आई थी और बाथरूम से तौलिया लपेट कर निकली भाभी को रवि ने ठोक दिया था।
यह कथा पूरी तरह से काल्पनिक है.. इसका वास्तविकता से कोई सम्बन्ध नहीं है।
लेखिका : श्रेया आहूजा