पहले ही दिन यह सब
Pahle hi Din Yah Sab
Pahle hi Din Yah Sab
अन्तर्वासना पर हिंदी सेक्स कहानी पढ़ने वाले मेरे अजीज दोस्तो, मैं रॉनित एक बार फिर आपकी सेवा में उपस्थित हूँ. मेरी पिछली सेक्स से भरी कहानी
मेरा नाम राज शर्मा, मेरा कद 5’8″, मेरे लंड का साइज़ अच्छा लंबा मोटा है. मैं काफी आकर्षक व्यक्तित्व वाला हूँ.
प्रेषक : रोहित खण्डेलवाल
अब तक आपने पढ़ा..
अब तक आपने पढ़ा..
हेलो दोस्तो! मेरा नाम अमित है। मेरा रंग गोरा है, मेरा कद 6 फुट 1 इंच, जिम तो नहीं जाता पर अपने शरीर का मैं पूरा ध्यान रखता हूँ।
आप सभी को जलगाव बॉय सेक्सी प्रणाम!
मेरा नाम काजल है, 26 साल की हूँ और एक एड एजेंसी में काम करती हूँ।
मेरी सेक्स कहानी के पहले भाग
दोस्तों मेरा नाम लव कुमार, आयु 26 वर्ष, उत्तर प्रदेश से हूँ।
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प्रेम गुरु की कलम से
कहानी का पिछ्ला भाग : धोबी घाट पर माँ और मैं -11
दोस्तो, मेरा नाम विवान है.. आप मेरी एक कहानी पहले भी पढ़ चुके हैं.. मैं गुड लुकिंग हूँ.. बहुत अधिक गोरा तो नहीं हूँ पर काला भी नहीं हूँ यूँ समझ लीजिये कि गेहुंआ रंग का हूँ। मेरी उम्र 25 साल है.. 170 सेमी का कद.. लण्ड का नाप 7.5 इन्च लम्बा गोलाई में 3 इन्च मोटा है.. पूरा सीधा लण्ड है.. मेरे लौड़े का सुपारा एकदम गुलाबी है फूला हुआ है.. और सूसू का छेद कुछ बड़ा सा है।
या सर्व पकारात एक गोष्ट मात्र हिच्या लक्षात आली नव्हती. ती म्हणजे या खुलाश्यामुळे माझ तिच्यावरच प्रेम द्विगुणीत झाल होत. कारण मुक्त सेक्स हा माझाच फंडा होता. ग्रुपमध्ये हा विचार मांडण्यासाठी मला जे भगीरथ प्रयत्न करावे लागले, ते मलाच माहित होते. कारण मला निरनिराळ्या स्त्री देहांना भोगण्याची आवड होती. पण त्यात एक मेख होती. माझा लवडा पैसे देवून बोलावलेल्या कुठल्याही रांडेकरता कधीच उठत नव्हता. त्याला चूत पाहिजे होती, पण ती रांडेची नाही तर एखाद्या घरगुती बाईची. कारण तो लवडा होता. हेपण्याचे मशीन नाही.
लेखक : सनी
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्यार और नमस्कार।
इसे आप मनघड़ंत स्टोरी कहे या और कुछ पर सच बात तो ये है कि सेक्स मतलब सेक्स है वो किसी से भी किया जा सकता है या हो जाता है।
माई डीयर फ्रेंड्स, मेरा नाम रेखा है. मैं अपनी पहली कहानी आप लोगों को बताने जा रही हूँ. मैं अभी कॉलेज में हूँ और पढ़ाई करती हूँ. मैं कॉलेज में गयी, तब से मुझे सेक्स के बारे में सब कुछ पता चल गया था. मैं अपनी सहेलियों के साथ कॉलेज जाती थी. मेरी सहेलियों के ब्वॉयफ्रेंड थे और वो लोग मेरे सामने अपने अपने ब्वॉयफ्रेंड की बातें करती थीं, तो मुझे भी मन करता था कि मेरा भी एक ब्वॉयफ्रेंड हो तो मेरी लाइफ भी अच्छी होती.
मेरी कहानी बड़ी अजीब है। आज से 4 साल पहले की बात है मेरी शादी हुई, शादी के बाद मेरे पति की पारिवारिक आर्थिक हालत खराब चलने लगी।
मेरा नाम रज्जो है, मेरी अभी अभी शादी हुई है, मैं ब्याह के अपने पिया राजू के साथ आ गई।
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कुछ ही देर में पीटर का दोस्त भी ऊपर आ गया और मुझे मेरी गाण्ड के आस पास कुछ मोटा मोटे लण्ड जैसा एहसास होने लगा था। क्योंकि मेरी गाण्ड पीछे की तरफ थी इसलिए अब्दुल आराम से अपना लण्ड घुसा सकता था।