बॉस की बीवी की चूत की चुदाई की कहानी
मेरा नाम जय है, मैं नागपुर का रहने वाला हूँ। मेरे लंड का आकार 7 इन्च का है। मैं सांवला और शरीर से हष्ट-पुष्ट और हैंडसम हूँ।
मेरा नाम जय है, मैं नागपुर का रहने वाला हूँ। मेरे लंड का आकार 7 इन्च का है। मैं सांवला और शरीर से हष्ट-पुष्ट और हैंडसम हूँ।
नमस्कार मित्रो, मैं आपका दोस्त जयेश मेरी आपबीती के साथ आपकी खिदमत में हाजिर हूँ। आशा है आप सभी तंदरुस्त होंगे और साथ ही आप जोरों में चुदाई भी कर रहे होंगे।
अगली सुबह से ही मैंने रोहन की उस फेसबुक आईडी पर निगाह रखना शुरू कर दिया।
दोस्तो, मेरे पास सारी कहानियाँ खत्म हो गई है, लेकिन कहानी लिखने का चस्का ऐसा चढ़ा है कि कहानी लिखे बिना मन नहीं मानता, इसलिये मुझे एक मजेदार काल्पिनक कहानी लिखने का मन हुआ और मैं कहानी लिखने बैठ गया। तो मेरे दोस्तो और सहेलियो, इस कहानी को पढ़िये और अपने हाथ का इस्तेमाल करिये और यदि आपका साथी आपके साथ इस कहानी को पढ़ रहा है तो उसके साथ मजा लीजिये और मुझे कहानी के बारे में अपनी राय नीचे दिये हुए मेल पर भेजिये।
हैलो रीडर्स, आई एम रोहित बैक वंस अगैन
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम राहुल मुख़र्जी है, मेरी उम्र 22 साल की है. वैसे तो मेरा परिवार बंगाल से है मगर अब दिल्ली में स्थापित हो चुका है.
कमरे में आने के बाद मैंने उसे बिस्तर पर लेटने का इशारा किया, दरवाज़ा बंद किया और कुण्डी लगा दी।
हैलो फ्रेंड्स… मैंने अपने पड़ोस की एक देसी भाभी की चूत की चुदाई का मजा कैसे लिया, आप इस सेक्सी कहानी में पढ़ें. अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्सी कहानी है और मैं अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरीज का एक नियमित पाठक हूँ।
लेखक : राज कमल
उस दिन माँ का फोन सुबह सवेरे ही आ गया ‘बेटा.. कैसे हो.. इस बार होली पर आ रहे हो ना.. कितने साल हो गए घर आए हुए?’
करीब दस मिनट की चुदाई, कभी धीरे तो कभी जोर के धक्कमपेल के बाद जब मैं झड़ने के करीब था तो रीना का रोना लगभग बंद हो गया था, मैं रीना से बोला- अब मैं झड़ने वाला हूँ।
प्रेषक : हैरी
अब तक आपने पढ़ा..
सम्पादक – जूजा जी
दोस्तो, मेरा नाम राकेश उर्फ़ रॉकी है. मैं दिल्ली में रहता हूँ. मेरे घर में मेरे मम्मी पापा और मेरी बड़ी बहन रूबी है. मेरी उम्र 28 वर्ष है. मेरी बहन इस समय 30 वर्ष की है. यह घटना आज से लगभग 10 साल पहले की है. बहुत हिम्मत करके आप सब को यह कहानी भेज रहा हूँ. कृपया अपने विचार मुझे पर जरूर भेजें.
प्रेषक : सोनू चौधरी
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी में मैंने बताया था कि कैसे मेरा ठिकाना लखनऊ में हुआ और फिर यहाँ जो ननद-भाभी की चूत के दर्शन सुलभ हुए तो वारे न्यारे हो गए और बाद में जब दोनों के बीच सब कुछ साफ़ हो गया तो मेरी उँगलियाँ समझो कि घी में तैर गईं।
मेरा नाम प्रेम है, मैं आपको अपने दोस्त की कहानी बताने जा रहा हूँ, उसका नाम आयुष है, वो दिखने में सुन्दर व आकर्षक है। वो देखने में ऐसा है कि जो लड़की उसे एक बार देख ले.. उस पर मर मिटती है, वो ऐसा ही करिश्माई लड़का था।
श्रेया आहूजा का आप सबको मनस्कार ! यह कहानी मेरे पड़ोसी की है। हम दोनों काफी आत्मीय हैं तो उसने यह आपबीती मुझे सुनाई… वही मैं आपके सामने पेशा कर रही हूँ, उम्मीद है आपको अच्छी लगेगी।
कुछ देर बाद उसने मेरी चूत में 3-4 धक्के और मारे और अपने वीर्य कि मेरी चूत की कन्दरा में भर दिया।
प्रेषक : जीत फ़्रॉम भुज
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Pahle hi Din Yah Sab
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