तू मेरे पति से, मैं तेरे पति से चुदूँगी -1
यह कहानी मेरी बेटी की एक सहेली संगीता जैन की है, मेरी बहू सोनम ने इस किस्से को मुझे बताया था।
यह कहानी मेरी बेटी की एक सहेली संगीता जैन की है, मेरी बहू सोनम ने इस किस्से को मुझे बताया था।
प्रेषक : सुशील कुमार शर्मा
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अभी तक आपने पढ़ा कि रवि के साथ सुहागरात मनाने के बाद अगली सुबह मैं उसके साथ अखाड़े में गया और वहाँ जाकर किस्मत ने संदीप के रुप में मेरे मुंह पर एक और तमाचा मारा जिसकी गूंज अभी मिटी भी नहीं थी कि रवि ने मुझे अपनी बहन की शादी वाली एल्बम दिखा दी जिसमें उसकी गर्लफ्रेंड का फोटो था. यह वही लड़की थी जिसको मैंने संदीप के साथ बस में उसका लंड चूसते हुए देखा था.
Chachi Ki Chudas Ka Ilaj-5
मैं अंजलि अरोड़ा एक बार फिर से अपनी चुत की चुदाई की एक नई सेक्सी कहानी के साथ आप सभी के लौड़ों को खड़ा करने आ गई हूँ. पहले मैं अन्तर्वासना के सभी पाठकों का शुक्रिया करती हूँ, जिन्होंने मुझे ढेर सारे रिप्लाई भेजे.. और उन सभी कामुकता भरे मस्त वाले कमेंट्स भी आ रहे हैं.
सुहाना मुझे कहानी सुनाना जारी रखे हुए है:
मेरा नाम रितेश शर्मा है, मैं आगरा से हूँ. मैंने एक अन्तर्वासना की पाठिका के साथ सेक्स किया, यह कहानी पूरी तरीके से सत्य है।
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मेरा नाम रितिका है.. घटना के वक्त मैं 18 साल की थी। एक बार मेरे मामाजी मेरे घर आए और मेरे पिता से आज्ञा लेकर मुझे अपने घर लेकर चल पड़े।
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मैं रेलगाडी में मुंबई से हावडा जा रहा था. मेरे सामने वाली सीट पर एक सुंदर महिला बैठी थी. उसने नीली साडी पहनी हुई थी, वो पतली दुबली थी मगर उसके दूध बड़े बड़े थे, ऐसा लगता था मानो अभी ब्लाउज़ फाड़ कर बाहर आने को बेताब हैं। उसका रंग भी बिल्कुल दूध की तरह सफ़ेद था। उसकी उमर कोई 28 साल की होगी।
सम्पादक – इमरान
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैंने सोनू से फ्रेंडशिप कर ली थी. वह भी मुझसे हमबदन होने के लिए उतनी ही बेताब थी जितना कि मैं था. फिर उस दिन मैंने जब उसकी चूत को छुआ तो उसने मुझे मना कर दिया.
चूतनिवास
कहानी का पहला भाग : संतान के लिए परपुरुष सहवास-1
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो, मैं आपकी प्यारी प्यारी दोस्त प्रीति शर्मा।
अब तक आपने पढ़ा..
यह कोई कहानी नहीं, यह मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा है।
अन्तर्वासना पर मैंने अभी तक कई कहानियाँ पढ़ी हैं। उनमें से कई अच्छी लगीं.. पर कई बकवास भी लगीं। तब भी मैं ये मानता हूँ कि अन्तर्वासना से अच्छी कोई साईट नहीं है।
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Teen Buddon Ne Meri Seal Todi-8
मैं नेपाली हूं और ग्रेजुऐशन के बाद एक सरकारी दफ़्तर में नौकरी करता हूं। मेरा घर राजधानी काठमांडु में है और नौकरी के दौरान मुझे देश के अलग अलग हिस्सों में जाना पड़ता है। ये एक दस साल पुरानी हकीकत है जो मैं आपके साथ बांट रहा हूं। ऐसे ही मेरा नेपाल के पूरवी शहर बिराट नगर तबादला हुआ। मैं शहर के बीचों बीच एक घर में डेरा लेकर रहने लगा। वो घर तीन मंजिला था और सबसे ऊपर घरवाला रहता था बीच में मैं और सबसे नीचे एक व्यापारी था। घरवाला इंजीनियर था और वो अपनी बीवी और दो बच्चों के साथ रहता था। मैं इंजीनियर को भाई और उसकी बीवी को भाभी कहकर बुलाता था। हम शाम के वक्त छत पर बैठ कर गप्पे मारते थे और इंजीनियर की बीवी कभी चाय तो कभी शरबत पिलाकर हम लोगों का सत्कार करती थी। उसकी बीवी का नाम गौरा था और लगभग सत्ताइस साल की थी लेकिन इंजीनियर देखने में पचास साल का लगता था। इंजीनियर से उसके बारे में मैंने कभी नहीं पूछा और जरुरत भी नहीं समझी। वो घर से बहुत दूर नौकरी करता था और महीने दो महीने में एक बार दो चार दिन के लिये घर आता था। मैं अकेले रहता था और मेरी शादी भी नहीं हुई थी। उनके दो बेटे थे एक आठ साल का और दूसरा पांच साल का। दोनों स्कूल जाते थे और मैं फ़ुरसत के समय में उन लोगों को होमवर्क करने में हेल्प कर देता। मुझे उन लोगों के घर में या किसी कमरे में जाने में रोकटोक नहीं थी। गौरा अपनी नाम के तरह गोरी थी और देखने में बहुत सुंदर थी। बड़ी बड़ी काजल लगी हुई आंखें और काले लम्बे बाल उसको और सेक्सी बना देते थे।
मैं आज आप सभी के सामने एक कहानी रख रहा हूँ.. आप ही निर्णय लें कि ये सही है या काल्पनिक!