समलैंगिक Homosexual Lesbian
एक आदमी की तीन बेटियाँ और एक बेटा था।
एक आदमी की तीन बेटियाँ और एक बेटा था।
करीब एक घंटे के बाद मेरी नींद बहुत जोर से पेशाब लगने के कारण खुली, बहुत जोर से पेशाब लगी होने के कारण मैं उठा और बाथरूम से बाहर ही लंड को निक्कर से निकाल कर सीधे बाथरूम में घुस गया।
दो लेडी प्रोफेसरों की चुदाई
रूठना-मनाना
हेलो दोस्तो, मेरा नाम निधि है. मैं हिसार हरियाणा की रहने वाली हूँ. मेरी शादी को एक साल हो गया है. मैंने मेरे पति को कई बार अंतर्वासना पर कहानी पढ़ते हुए देखा है. शादी से पहले मैं इंटरनेट का बहुत कम प्रयोग करती थी. यहाँ आकर इंटरनेट का प्रयोग भी बढ़ गया. अब मैं अपने पति के साथ बैठ कर अश्लील साइटें देख लेती हूँ. वैसे मैं किशोरावस्था से ही बहुत कामुक रही हूँ. अंतर्वासना पर कुछ कहानियाँ पढ़ी तो मेरा मन भी करने लगा कि मैं आप लोगों को कुछ आप बीती सुना ही दूँ.
सम्पादक – जूजा जी
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे एक मौका मिलने पर हम राशिद के कमरे तक गये और वहां ब्लू फिल्म दिखा कर राशिद हम दोनों के साथ उसी अंदाज में सेक्स किया।
श्वेता में सबसे बड़ा परिवर्तन यह आया कि अपने शरीर के कुछ अंगों पर उसने कभी ध्यान नहीं दिया, क्योंकि वो हमेशा अधोवस्त्रों से ढके रहते थे, पर अब वो अपने शरीर के एक एक अंग का ख्याल रखती, हर अंग को संवारती, निखारती।
मेरा नाम सोनू है, उम्र 21 साल, मेरी छोटी बहन शिवानी उम्र 18 साल, मेरी मम्मी प्रभावती उम्र 39 साल और मेरा बाप उम्र 45 के करीब होगा।
अन्तर्वासना पढ़ने वालों को मेरा नमस्कार, मैं पहली बार कोई कहानी लिख रहा हूँ।
अभी तक मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी में आपने पढ़ा कि विक्रांत मोबाइल पर अपनी और अकीरा की पिछली रात की चुदाई की पोर्न वीडियो देख रहा था और मुठ मार रहा था कि उसकी नव नियुक्त सेक्रेटरी ने उसे मुठ मारते देख लिया.
कैसे हैं मित्रो… देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ, वैसे कसूर मेरा नहीं है, इस देरी की वजह है रेणुका जी और वंदना… उन दोनों की वजह से ऐसा व्यस्त हो गया हूँ कि अपनी कहानी आगे लिखने का वक़्त ही नहीं मिल रहा था।
मैं राज गर्ग एक बार फिर से हाज़िर हूँ नई कहानी लेकर जिसमें भाई ने बहन को चोदा!
दोस्तो, नमस्कार।
अभी तक आपने पढ़ा..
कहानी का पहला भाग: खेत खलिहान-1
दोस्तो, मेरा नाम रवि है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ।
दोस्तो, सुमित का आप सबको प्यार भरा नमस्कार।
सर्वप्रथम आप सभी को मेरा नमस्कार।
पाठको, यह कहानी मेरे एक अति प्रिय मित्र विपुल की है। अच्छे व्यक्तित्व का हंसमुख इंसान है, वो रेलवे में बुकिंग क्लर्क के पद पर कार्यरत है।
अन्तर्वासना के पाठक पाठिकाओं को चूतनिवास का नमस्कार!
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दोस्तो.. अब तक आपने पढ़ा कि कैसे बड़े सब्र से काम लेते हुए मैं भाभी के भोसड़े तक पहुँचा।
मैं घर में अन्दर आया तो सबने तृषा को दरवाज़े पर ही रोक दिया।
मेरा नाम सोनिया जैन है, 26 साल की हूँ, मेरा एक भाई है, वो मुझसे दो साल बड़ा है।