बस यात्रा में माँ बेटी की चुत मिली Hindi Sex Story
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम करन है और ये मेरी पहली कहानी है. मैं अन्तर्वासना का बहुत आभारी हूँ जिसने सभी चोदू और चुदक्कड़ों को अपने अनुभव शेयर करने का प्लेटफॉर्म दिया.
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम करन है और ये मेरी पहली कहानी है. मैं अन्तर्वासना का बहुत आभारी हूँ जिसने सभी चोदू और चुदक्कड़ों को अपने अनुभव शेयर करने का प्लेटफॉर्म दिया.
नमस्कार पाठको.. मेरा नाम कपिल है और मैं 5.11 फुट का एक अविवाहित युवक हूँ और जिम का शौकीन हूँ जिसके चलते मेरा शरीर काफी भरा हुआ और अच्छा दिखता है।
अब तक की इस हिंदी सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मोना ने गाँव से वापस आ कर गोपाल के लंड को चोदने ही नहीं दिया था. वो गोपाल से गुस्सा थी और जिस सहेली मीना की सलाह से वो गाँव में खुल कर चुद सकी थी, अभी उसको ही उसने बुलाया था.
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प्रेषक : रोहण पटेल
थोड़ी देर बाद मेरा शरीर अकड़ने लगा और मैं झड़ गया और साथ-साथ नीलम भी झड़ गई। भाभी के दोनों हाथ हमारे रस से सराबौर थे और वो मजे लेकर उसे चाट रही थी।
यह मेरी पहचान के एक लड़के की कहानी है, उसकी उम्र २० साल हुई ही थी, नाम उमेश, कद पाँच फुट दस इंच, आकर्षक।
मैं उसके लंड की टिप को अपनी चूत की दोनों फाँकों के बीच महसूस कर रही थी। मैंने एक बार नजरें तिरछी करके जावेद को देखा।
कहानी का पहला भाग: जेब में सांप-1
सर्वप्रथम अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम।
जब भी दर्दनाक लहर मेरे जिस्म में फूटती तो साथ ही मस्ती भरी मीठी सी लहर भी तमाम जिस्म में दौड़ जाती। दर्द ओर मस्ती के दोनों एहसास जैसे पिघल कर एक साथ धड़कते और फिर जुदा होते और फिर एक बार दोनों एहसास आपस में पिघल कर मिल जाते।
प्रेषक : अर्जुन चौधरी
हाय दोस्तो, मेरा नाम यास्मिन पटेल है, बी.ए प्रथम वर्ष की छात्रा हूँ, रायगढ़ छत्तीसगढ़ में निवास करती हूँ, मेरी कद 5’3′ है, रंग गोरा, पूर्ण विकसित स्तन, कमर पतली, गोल चेहरा और कमर तक छूते हुए बाल, मेरी फिगर 34-28-34 है। वैसे तो मैं अपने मुख से अपना तारीफ नहीं करना चाहती पर यदि मैं अपनी कंचन काया के बारे में आपको ना बताऊँ तो आपको मेरे तन की बनावट का पता नहीं चलेगा। वैसे तो भगवान ने मुझे बड़े ही फ़ुरसत से बनाया है, या यूँ कहिए साक्षात मदमस्त जवानी की मूरत को धरती पर उतार दिया है।
जवानी के दौर में हर लड़के के दिमाग में चुदाई के अलावा कोई ख़याल आता ही नहीं है। यह वह समय होता है जब उसका लंड उसका सबसे प्रिय खिलौना होता है। मौका मिलते ही वो उसके साथ खेलने लगता है।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
हाय. आय ऍम सोनिया. इससे पहले कि आप ये स्टोरी पढ़ें, आपको इसका भाग १ पढ़ना जरूरी है। ये स्टोरी जहां रुकी थी मैं वहीं से शुरु करती हूं।
मेरे प्यारे दोस्तो, इससे पहले कि मैं कहानी को आगे बढ़ाऊँ.. मैं आप लोगों का तहेदिल से शुक्रगुज़ार हूँ.. जो आप लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया.. और आम लोग तो प्यार से दूसरों को पलकों पर बिठाते हैं.. पर आप लोगों ने मुझे उससे भी ऊँचा दर्जा दे दिया और मुझे अपने लंड पर ही बिठा लिया.. इसके लिए शुक्रिया।
लेखक : मुकेश कुमार
प्रेषक : प्रेम सिंह सिसोदिया
सभी अन्तर्वासना पाठकों को मेरा खड़े लण्ड से नमस्कार।
भैया को भेजने के बाद भाभी नीचे आ गईं।
मैं सोनू रुड़की उत्तराखंड का रहने वाला हूँ, हमारे पड़ोस में ही मेरी गर्लफ़्रेंड रहती है, मैं अपनी गर्लफ़्रेंड से बहुत प्यार करता हूँ।
नमस्ते मेरा नाम सचिन है। मैं मुंबई में रहने वाला एक साधारण युवक हूँ।
बदरू मियाँ को राह चलती लड़कियों को छेड़ने का शौक है। एक बार राँची में उन्होंने रत्नाबाई को छेड़ दिया। उसकी चाल देखकर कहा,