बहन की चूत में मेरा लण्ड
मेरा नाम हैरी है। मेरी दो बहनें है एक की शादी हो चुकी है, और अभी एक कुँवारी है।
मेरा नाम हैरी है। मेरी दो बहनें है एक की शादी हो चुकी है, और अभी एक कुँवारी है।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी इन हिंदी में आपने पढ़ा था कि मोना की पड़ोसन मीना उसके लिए एक कमसिन काम वाली तलाश कर लाई थी और ये दोनों उसी लौंडिया की मचलती जवानी को लेकर चर्चा कर रही थीं.
विनय पाठक ने आणन्द, गुजरात से अपनी आप बीती को एक लेख के रूप में मुझे भेजी है. वैसे तो यह आम सी बात है और बहुतों की जिंदगी आपसी समझ की कमी से कुछ इसी तरह की हो जाती है और अलगाव बढ़ जाता है. पर फिर जिंदगी में कोई आ जाता है तो दुनिया महक उठती है रंगीन हो जाती है.
दोस्तों, मेरा नाम मनीष है, मैं दिल्ली मैं नौकरी करता हूँ। मेरी उम्र २४ वर्ष है, यानि कि जवान हूँ। मैं अपने बारे में कुछ बता देना चाहता हूँ। मैं सेक्सी दिखता हूँ, ग़लती से या सही से, भगवान ने मुझ ग़रीब को अच्छे व्यक्तित्व का मालिक बनाया है। मेरा क़द ५.७ फीट है, देखने में कोई बॉडी-बिल्डर तो नहीं पर एक अच्छे बद़न का मालिक ज़रूर हूँ। मैं अन्तर्वासना में प्रकाशित हुई लगभग सारी कहानियाँ पढ़ता रहता हूँ। यह साईट मुझे काफ़ी अच्छी लगती है। आज मैं भी आप लोगों को अपनी आपबीती में शामिल करता हूँ।
मैं बहुत खुश था, आगरा का मेरा टूर दोहरा कामयाब हो रहा था।
खाली जेब और तंगहाली वैसे तो एक अभिशाप है, लेकिन मेरे जैसे कई किस्मत वाले होते हैं, जो इसी तंगहाल फाकामस्ती में अपना रास्ता खोज कर बेफिक्र जिंदगी जीते हैं. माँ बाप कब चल बसे, मुझे खुद नहीं पता, किसी रिश्तेदार का मुँह कभी नहीं देखा, बस खुद को जब से याद करता हूँ तो एक जोड़ी कपड़े में आधे भूखे पेट ही याद करता हूँ.
सम्पादक जूजा
मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर पेश करती हूँ अपने एक दोस्त की चुदाई की दास्तान, जो कि वैलेंटाइन्स-डे के दिन घटी। एकदम नई उत्तेजक गर्म कहानी।
कामुकता की आग पर प्यार की बारिश-1
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रैक के ऊपर के सारे बर्तन गंदे पड़े थे इसलिए वो झुक गईं और नीचे की तरफ ढूंढने लगीं।
सम्पादक : वरिन्द्र सिंह
गौसिया को हस्तमैथुन सिखाते हुए मैंने अपने मुख में ढेर सी लार बनाई और उसके सीधे हाथ की उँगलियों को अपने मुख में ले उन्हें लार से गीला किया- वहाँ सूखी उँगलियों से जल्दी ही जलन होने लगती है इसलिए हमेशा ध्यान रखना कि चिकनाई ज़रूरी है।
हाय दोस्तो, मैं अनिल 28 साल का इंदौर से आप अभी से मुखातिब हूँ। मैं अपने जीवन के अनछुए पहलुओं को अन्तर्वासना पर आपसे साझा कर रहा हूँ।
देशी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं चूची में दर्द के इलाज के लिए डॉक्टर के पास गयी तो उस हरामी डॉक्टर ने कैसे मेरी वासना को जगा कर मेरी चूत की सील तोड़ दी.
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्यार और धन्यवाद ! आप लोगों को मेरी पिछली कहानी बहुत पसंद आई।
बाजार में अचानक मेरी निगाह तृप्ति पर पड़ी.. उसे देखते ही मैं जोर से चिल्लाई…
मैंने उससे पूछा- मैं कितनी देर तक सोता रहा? तो वो बोली करीब एक घण्टा !
बिग बोस
इस कहानी के पिछले भाग
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार!
मैं एक प्राईवेट स्कूल में पढ़ाती हूँ। उसका एक बड़ा कारण है कि एक तो स्कूल कम समय के लिये लगता है और इसमें छुट्टियाँ खूब मिलती हैं। बी एड के बाद मैं तब से इसी टीचर की जॉब में हूँ। हाँ बड़े शहर में रहने के कारण मेरे घर पर बहुत से जान पहचान वाले आकर ठहर जाते हैं खास कर मेरे अपने गांव के लोग। इससे उनका होटल में ठहरने का खर्चा, खाने पीने का खर्चा भी बच जाता है। वो लोग यह खर्चा मेरे घर में फ़ल सब्जी लाने में व्यय करते हैं। एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में मेरे पास दो कमरो का सेट है।
मुझे ध्यान आता है पिछले 15-20 दिनों में तो मधुर से ज्यादा कोई बात ही नहीं हो पाती है। ऐसा लगता है जैसे उसके पास मेरे लिए समय ही नहीं है। सुबह वह स्कूल में जल्दी चली जाती है और साम को या तो मंदिर में पूजा पाठ में लगी रहती है या फिर गौरी के साथ रसोई में लगी रहती है। और आप तो जानते ही हैं शुद्धता को लेकर रात को तो वह अलग सोने लगी है इसलिए रात वाली बातें तो आजकल वर्जित हैं।
दोस्तो, मेरा नाम अर्पिता वर्मा है, मैं देश की राजाधानी दिल्ली से हूँ. यह कहानी आज से 2 साल पहले की है जब मैं बारहवीं क्लास में थी. उस वक्त तक मुझे सेक्स का पूरा ज्ञान था लेकिन मैंने कभी सेक्स किया नहीं था. हालाँकि मैं पॉर्न वीडियो देखकर खुद को शांत ज़रुर कर लेती थी. उस वक्त तक मेरी कई सहेलियों के बॉयफ्रेंड थे और वो बहुत मज़े लेती थीं.