आंटी के लिए वासना-2
प्रेषक : अंशु
प्रेषक : अंशु
मैंने टाँगें उठाईं और उसने जल्दी से लंड को ठिकाने पर रख कर एक तगड़ा झटका मारा..
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भर नमस्कार! मेरा नाम समीर है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरी लंबाई 5 फुट 9 इंच है और रंग गोरा है।
उस रात घर जाने से पहले मैं फ़ैसला कर चुका था कि मुझे तो हाँ ही कहना है।
प्रेषक : गोटी
मैं पूरी फिल्म में उसके उरोज सहलाता-दबाता रहा। उसे भी शायद अच्छा लग रहा था, तभी तो वो मेरा हाथ नहीं हटा रही थी। इस तरह फिल्म देख कर हम वापस आ गये। यह हमारे रिश्ते की नई परिभाषा थी।
प्रेषक : इमरान खान
कोई दस मिन्ट के खेल के बाद ही रति फिर चुदाई के लिए ज़िद करने लगी और मैं कम्मो के इशारे पर फिर उसको चूमने लगा और उसके मम्मों को चूसने के बाद ही उसकी चूत में हाथ लगाया तो वो फिर बेहद पनिया रही थी।
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हैलो फ्रेंड्स! मैं कई सालों से अंतर्वासना का नियमित पाठक हूँ. अंतर्वासना की हर कहानी अपने आप में सेक्सी होती है. इसलिए यह मेरी पसंदीदा साइट है. आज मैं आप सबको एक नई और सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ. मैं इस कहानी का श्रेय अंतर्वासना वेबसाइट को ही देना चाहता हूँ क्योंकि अंतर्वासना की कहानियों से प्रेरित होकर ही मैंने एक भाभी को पटा लिया. आज उसी कहानी को मैं आप सबके साथ शेयर करने जा रहा हूँ.
सन्ता का दोस्त बन्ता कई साल बाद उसके घर आया।
‘सुन रानो, अगर यह लाइट बंद कर दें तो? हमेशा धड़का लगा रहता है मन में कि बबलू या आकृति में से कोई नीचे न आकर देख ले जैसे तूने देख लिया था।’
जवानी के दौर में हर लड़के के दिमाग में चुदाई के अलावा कोई ख़याल आता ही नहीं है। यह वह समय होता है जब उसका लंड उसका सबसे प्रिय खिलौना होता है। मौका मिलते ही वो उसके साथ खेलने लगता है।
मैं तो उसे बनियान में देखकर पागल हो रहा था! क्या शरीर था साले का! उसका सीना बनियान को फाड़ रहा था!
प्रेषक : अश्विन
दोस्तो, मैं चोद चुदाई का शौकीन अर्पित सहारनपुर का रहने वाला हूँ लेकिन फिलहाल देहरादून में रहता हूँ और एक मार्केटिंग की कंपनी में काम करता हूँ तो घूमना फिरना लगा ही रहता है. दिखने में स्मार्ट 5’10” हाइट और बॉडी फिट!
लेखक : शगन कुमार
राहुल शर्मा
लेखक : मुकेश कुमार
नमस्कार दोस्तो, मैं अपनी कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ. पिछले भाग
मित्रो, कैसे हैं आप…
अब तक आपने पढ़ा..
प्रिय दोस्तो,
हाय दोस्तो, मेरा नाम रोहित खत्री है। मैं बी.ए. के दूसरे वर्ष का स्टूडेंट हूँ।
मेरी प्यारी भाभियो और सेक्सी लड़कियो! माफी चाहूंगा कि बहुत दिन बाद आया हूँ, किसी काम में व्यस्त होने के कारण कोई कहानी नहीं लिख पा रहा था। बहुत सारे पाठकों ने मुझे आगे की कहानी लिखने के लिए कहा, लेकिन मैं टाइम नहीं निकाल पा रहा था. यह कहानी मेरे एक दोस्त ने मुझे भेजी है. आप सब इस सेक्सी स्टोरी का मज़ा लें।