प्यारा दोस्त और दीदी
लेखक : विजय पन्डित
लेखक : विजय पन्डित
मैं मयंक लेकर आया हूँ एक और सच्ची सेक्सी कहानी.
खुली आँखों का सपना-1
दोस्तो, आज मैं आपको एक बड़ी पुरानी कहानी सुनाने जा रहा हूँ। अभी कुछ दिन पहले हमारे पड़ोस में रहने वाली श्यामा आंटी का निधन हो गया, वो 55 साल की थी और उन्हें कैंसर था।
प्रेषिका : निशा भागवत
शाम को 7 बजे हमारी आँख खुली तो कोमल नँगी ही रसोई से पानी लाई।
दोस्तो, इस कहानी के द्वितीय भाग
आप सभी को मेरी प्यार भरी नमस्ते। आज मैं आपके सबके सामने अपनी पहली कहानी प्रस्तुत करने जा रहा हूं। अगर कोई गलती हो तो माफ़ कर देना।
मैं चाह कर भी उसे नज़र अंदाज़ नहीं कर सकता था। मैं उसके नग्न बदन को देखता रहा जब वो मेरे साथ शॉवर में नहाने के लिये आ रही थी। उसके कोमल हाथ मेरे शरीर पर साबुन लगा रहे थे और वो अपने कोमल हाथों से मेरे लौड़े को धो रही थी और उससे खेल रही थी। उसके चूचक तने हुए थे और मेरा लौड़ा भी धीरे धीरे खड़ा हो रहा था।
एक बार रंडी बाजार में पुलिस का छापा पड़ गया।
अन्तर्वासना पर हिंदी सेक्स स्टोरीज पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम एडी है, मैं 23 साल का हूँ. आपको और ख़ास तौर से लड़कियों को बताना चाहता हूँ कि मैं बचपन से ही थोड़ा कमीना किस्म का रहा हूँ और सेक्स में काफ़ी इंटरेस्ट लेता रहा हूँ. बहुर साल पहले से ही मैंने अन्तर्वासना की गर्म कहानियाँ पढ़ना शुरू कर दिया था और आज तक पढ़ रहा हूँ.
मेरा नाम रितेश है, मैं जयपुर रहता हूँ, कद 5’10” एवरेज बॉडी नॉर्मल लुक्स और 7.5″ का लिंग !
एक बार सन्ता खुद का हाथ चाकू से काट रहा था।
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दोस्तो, इस कहानी का नाम पढ़ कर आपको भी अजीब लगेगा कि एक औरत किसी मर्द की गान्ड कैसे मार सकती है?
हेल्लो कॉलेज गर्ल्स, सेक्सी भाभी, असंतुष्ट आंटी और सभी पाठकगण, मैं पिछले 5-6 साल से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ लेकिन कभी लिखने का मौका नहीं मिला।
पिछले भाग में आपने पढ़ा –
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हैलो दोस्तो मैं राजा। आप लोग तो मुझे पहचान ही गये होंगे। मेरी दो कहानियों के जवाब में आप लोगों का ढेर सारा मेल आया। इसके लिये आप लोगों का बहुत बहुत धन्यवाद।
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्यार और नमस्कार।
लेखिका : कला सिंह
पतियों की अदला बदली
रीता मेरी पड़ोसन थी. मेरी पत्नी नेहा से उसकी अच्छी दोस्ती थी. शाम को अक्सर वो दोनों खूब बतियाती थी. दोनों एक दूसरे के पतियों के बारे में कह सुनकर खिलखिला कर हंसती थी. मुझे भी रीता बहुत अच्छी लगती थी. मैं अक्सर अपनी खिड़की से उसे झांक कर देखा करता था.
प्रिये मित्रो, आज मैं आपको एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, आशा है आपको पसंद आएगी।
मुझे सरूर सा होने लगा, मग की बजाए मैंने पजामे के ऊपर से उसके लंड को पकड़ लिया।