मेरी बीवी की कामुकता और थ्रीसम चोदन
मेरे दोस्तो, मैं बहुत दिनों के बाद आप से मिल रहा हूँ. मेरी पिछली कहानी थी
मेरे दोस्तो, मैं बहुत दिनों के बाद आप से मिल रहा हूँ. मेरी पिछली कहानी थी
नमस्कार दोस्तो, आज मैं आपके सामने अपने मन की बात कहने जा रहा हूँ, आपके जवाब का मुझे इंतजार रहेगा।
प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा
दोस्तो, मैं अपनी क्लाइंट लिंडा के कहने पर मैं उसकी मित्र मीरा के जन्मदिन का तोहफ़ा बन शहर से दूर एक फार्म हाउस पर था। रात को मीरा को चांदनी रात में और अब कनिका को खुले में चोद चुका था।
अनिल गुप्ता
प्रेषिका : बरखा
उस दिन जब हम बिग बाज़ार में थे तो अचानक मेरी पत्नी की नज़र एक सुंदर सी औरत पर पड़ी और उसने आवाज़ लगाई- रागिनी!
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम लव है, मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 21 साल है, लंबाई 6 फिट है और मेरे लंड की साइज लगभग सात इंच और मोटाई ढाई इंच है. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. ये कोई कहानी नहीं, मेरी जिंदगी की सबसे हसीन याद है, जिसको मैं आप सभी को बताना चाहता हूँ.
लेखिका: दिव्या रत्नाकर
अब तक आपने पढ़ा..
प्रणाम पाठको, मेरे आशिक़ो, मेरे चोदने वालों सबको सनी का प्रणाम…
दीप के जाने के बाद मैंने किताब को एक तरफ रखी और मयूरी के पास पहुँचा, उसका हाथ अपने हाथ में पकड़ कर उससे पूछा- दीप ने क्या कहा आपसे?
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योनि का दीपक- भाग 2
सबसे पहले मैं अन्तर्वासना का शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ जिनकी कृपा से मेरी पहली आपबीती
मैं एक दिन चैट कर रहा था कि तभी कोई शालिनी ऑनलाइन आई, अपना परिचय दिया और मेरा परिचय लिया।
मैं पूरी फिल्म में उसके उरोज सहलाता-दबाता रहा। उसे भी शायद अच्छा लग रहा था, तभी तो वो मेरा हाथ नहीं हटा रही थी। इस तरह फिल्म देख कर हम वापस आ गये। यह हमारे रिश्ते की नई परिभाषा थी।
नंदा भाभी को चोदा बड़े भाई ने
मेरे घर कुछ दिन पहले मेरी छोटी दादी (पिताजी की चाची) आई। उनके साथ कोई उनके मायके की भतीजी थी। उन्हें मेरे ही कमरे में ठहराया गया।
हैलो फ्रेंड्स, आज मैं अपनी एक और कहानी ले कर आया हूँ. उम्मीद है आप सबको पसंद आएगी. ये कहानी कुछ दिन पहले की है, जब मैं ट्रेन से लखनऊ से गोरखपुर वापस जा रहा था. ठीक मेरे सामने वाली सीट पर एक एकदम मस्त लड़की बैठी थी. उसका साइज़ वगैरह भी ठीक था.. मगर उसके दूध कुछ ज्यादा ही बड़े बड़े थे, इतने अधिक तने हुए थे ऐसा लगता था, मानो अभी ब्लाउज फाड़ कर बाहर आने को बेताब हैं. उस लड़की का रंग भी बिल्कुल दूध की तरह सफ़ेद था. उसकी उम्र कोई 20-22 साल की होगी.
शीला का दरवाज़ा अभी भी बंद था… उसने शीला को पुकारते हुए दरवाज़ा खटखटाया। दो तीन बार खटखटाने के बाद दरवाज़ा खुला।
प्रेषक : शशिकान्त वघेला
प्रेषिका : निशा भागवत
चक्रेश यादव
हेलो दोस्तो, हैरी का नमस्कार ! आपने मेरी पहली कहानी पढ़ी थी