मेरा पहला अफसाना
मेरा नाम विशाल है और मेरे साथ हुई पहली घटना आपके सामने रख रहा हूँ।
मेरा नाम विशाल है और मेरे साथ हुई पहली घटना आपके सामने रख रहा हूँ।
प्रेषक : सोनू चौधरी
मैं रिचा खन्ना लखनऊ से ! इस समय मैं 30 वर्ष की शादीशुदा महिला हूँ। मैं एक लम्बे अरसे से अन्तर्वासना डॉट कॉंम पर गर्मागर्म कहानियाँ पढ़ती आ रही हूँ। मेरा यौन जीवन भी काफ़ी स्वछन्द रहा है। मैं जब 18 साल की थी और बारहवीं में पढ़ती थी तब मैंने अपने प्रथम सहवास का आनन्द लिया था। वही घटना मैं आपको आगे बताने जा रही हूँ।
प्रशांत एक फ्रस्टरेटेड मिडल क्लास व्यक्ति था जिसकी सेक्स लाइफ लगातार खराब हो रही थी।
प्रेषिका : कामिनी सक्सेना
दोस्तो, मैं फेहमिना इक़बाल आप सबके सामने मेरी नई सेक्स कहानी लेकर हाज़िर हूँ।
भाभी के साथ मस्ती की चूत चुदाई
गर्म भाबी की मस्त जवानी की कहानी है यह. मेरी शादी के बाद हम देहरादून शिफ्ट हो गये. यहाँ मैं सेक्सी ड्रेस में बालकनी या टेरिस पर पड़ोसियों को ललचाती थी.
प्रेषक : रॉकी
अन्तर्वासना के पाठको, आप सभी को मेरा नमस्कार, मैं अन्तर्वासना पर प्रकाशित सभी कहानियों को पढ़ता हूँ। मुझे यहाँ से बहुत कुछ सीखने को मिला।
मेरा नाम दीपक है.. सब मुझे प्यार से दीपिका बुलाते हैं। आज मैं आप सबको अपनी गांड चुदाई की कहानी सुनाना चाहता हूँ।
मेरा नाम रंजन है, मैं पटना से हूँ, एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ। मैं यहाँ अपने चचेरे भाई के साथ बोरिंग रोड साइड में रहता हूँ। दोस्तो, मैं यहाँ कोई उत्तेजक कहानी या मनगढ़ंत कहानी नहीं लिख रहा हूँ। जो यकीन नहीं करना चाहे कोई बात नहीं।
अंधेरे में एक साया एक घर के पास रुका और सावधानी से उसने यहाँ-वहाँ देखा। सामने के घर की छोटी सी दीवार को एक फ़ुर्तीले और कसरती जवान की तरह उछल कर फ़ांद गया और वहाँ लगी झाड़ियों में दुबक गया।
लेखक : राहुल शर्मा
तीन फुट ऊंचे, संगमरमर के फर्श पर, बहुत कम कपड़ों में, चीखते आर्केस्ट्रा के बीच वह लड़की हंस हंस कर नाच रही थी। बीच-बीच में कोई दस-बीस या पचास का नोट दिखाता था और लड़की उस ऊंचे, गोल फर्श से नीचे उतर लहराती हुई नोट पकड़ने के लिए लपक जाती थी।
मेरा नाम शेखर है और मैं 18 साल का हूं. मैं अपने मम्मी पापा के साथ मुंबई में रहता हूँ. बात उन दिनों की है जब मेरे चाचा जी की तबीयत खराब हो गयी थी और वो मुंबई के हॉस्पिटल में भरती थे. इधर मेरी चाची जी को गाँव से लाने का काम मुझे करना था इसलिए मैं गाँव (उत्तर प्रदेश) चला गया. चाचा की शादी अभी २ बरस पहले ही हुई थी और शादी के कुछ ही महीने बाद से वो मुंबई में काम करने लगे थे. दो तीन महीने में एक दो दिन के लिए वो गाँव जाते थे. इधर बीमारी के वजह से वो तीन महीने से गाँव नहीं जा सके थे.
प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए
Hum to Aapka Dudh Piyenge-2
कहानी का पहला भाग : भूत बंगला गांडू अड्डा-1
अभी तक आपने पढ़ा:
कैसे हो दोस्तो ! मैं हाज़िर हूँ अपनी कहानी ‘मेरी दीदी के कारनामे’ का अगला हिस्सा लेकर !
यह पोर्न हिंदी स्टोरी है कि मैंने कैसे अपने ऑफिस की एक शादीशुदा महिला को पोर्न फोटो दिखाकर उसकी चूत चुदाई की!
प्रेषक : वर्जिन जनरल
बात बहुत पुरानी है पर आज आप लोगों के साथ बांटने का मन किया, इसलिये बता रहा हूँ।
आपने मेरी कहानी रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र के दो भाग पढ़े, आप सबने अपने ढेर सारी प्रतिक्रियां भेजी।