जिस्मानी रिश्तों की चाह-48
सम्पादक जूजा
सम्पादक जूजा
अंकिता की चूत को देख कर साफ़ पता लग रहा था कि उसने अपने बाल आज ही साफ़ किए थे, मतलब आज वो इसके लिए तैयार थी।
अनिल उमा की गांड पर चुटकी काटते हुआ बोला- उमा जी, जरा तुम्हारी गांड मार ली जाय! बहुत सुंदर लग रही है और बहुत दिन से किसी लोंडिया की गांड भी नहीं मारी है! चलो रानी, जरा कुतिया बन जाओ!
प्रेषक – लक्ष्य
दोस्तो, सुमित का आप सबको प्यार भरा नमस्कार।
हैलो फ्रेंड्स, मैं आपकी प्यारी रजनी आप लोगों के लिए अपनी ज़िंदगी की एक सच्ची सेक्सी स्टोरी भाई बहन की चुदाई की लाई हूँ। इस स्टोरी में मैंने नींद में अपने भैया का लंड कैसे खाया ये लिखा गया है।
मेरे पड़ोस में लड़की रहती थी आरती, 18 साल उम्र होगी उसकी, 12th में थी शायद!
अब तक आपने पढ़ा..
मैं एक शादीशुदा आदमी हूं।
सेक्सी कहानी के पहले भाग
सम्पादक : इमरान
यह कहानी मेरे और मेरी भाभी के साथ मेरे पहले चुदाई अनुभव की है..
प्रेषक : सुशील कुमार शर्मा
अब तक आपने पढ़ा..
‘क्या हुआ मेघा क्यों उदास है तू?’ हॉस्टल के रूम में अपना क्लास करके आई मेरी सहेली जीनत ने पूछा।
आप सभी पाठकों को प्रेमशीर्ष का प्रेम भरा नमस्कार !
मेरी सेक्स कहानी के प्रथम भाग
हैलो दोस्तो, आज मैं आपको अपनी और अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
जिस्म सिर्फ जिस्म की भूख जानता है प्यार करना जिस्म की आदत नहीं ! एक से जी भर जाए तो दूसरी अँधेरी राहों में जिस्म की तलाश करता ही रहता है। यह कहानी है जज्बातों की, यह कहानी है उम्मीदों की, और यह कहानी है सच्चे प्यार की तलाश की…
प्रेषक: मनु
यह ऑडियो स्टोरी है डेल्ही सेक्स चैट की दो लड़कियों स्वाति और निकिता की आपस में सेक्सी बातचीत की. दोनों लड़कियाँ एक रोल प्ले कर रही है, स्वाति ऑफिस में बॉस और उसकी सेक्रेट्री बनी है निकिता…
मेरे भैया के एक मित्र राजीव मुझे कम्प्यूटर पढ़ाया करते थे। रोज सवेरे स्कूल जाने से पहले मैं एक घण्टे के लिये वहाँ जाती थी। मैं बाहरवीं कक्षा की छात्रा हूँ। ऐसा नहीं है कि कभी मैं चुदी ही नहीं ! मैं कुछ दिन पहले भावना में बह कर अपने चाचा के लड़के से चुदा बैठी थी, बस तब से मेरी चूत इस छोटी सी ही उमर में आग का गोला बनी हुई थी। रात को अक्सर गन्दे ख्यालों से घिर कर मेरी चूत में से पानी निकल जाता था। मेरा मन हमेशा ही गन्दे और वासनायुक्त से विचलित होता रहता था। मैं साधारणतया एक गुलाबी रंग का स्ट्रेच टाईट्स पहनती थी और ऊपर एक कसा हुआ बनियान नुमा टॉप होता था। मुझे उस समय तक नहीं पता था कि मेरे चूतड़ों की गोलाइयाँ उस टाईट्स में बड़े गोल गोल और बीच में बम्बास्टिक गहराई दिखा करती थी। इसी अनजाने में जाने कितने लोगों की नजरे मेरे नक्शों को बड़े चाव से निहारती थी। इन सबका आनन्द लेने वालों में खुद राजीव भी एक था।
मैं एक बार फिर आपके सामने अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हूँ।
दोस्तो, मेरा नाम श्याम है, मैं ग्वालियर में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना की हिंदी चुदाई कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है.. मैं इसका एक नियमित पाठक हूँ।
प्रेषक : जय