मकान मालकिन की रण्डी बनने की चाहत-3
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दोस्तो! सनी का आप सब को फ़िर से खुली गांड से प्रणाम!
मेरी बी ए की परीक्षा ख़त्म हो गई थी। मैं अपनी चचेरी दीदी के यहाँ घूमने नैनीताल गया। उनसे मिले हुए मुझे कई साल हो गए थे। जब मैं सातवीं में पढ़ता था तभी उनकी शादी फौज के रणवीर सिंह के साथ हो गई। अब वो लोग नैनीताल में रहते थे। मैंने सोचा कि दीदी से मिलने के साथ साथ नैनीताल भी घूम लूँगा।
मेरा नाम विकास है, भोपाल में रहता हूँ, मेरी उम्र बाइस साल है और मेरा कद 5 फीट 11 इंच, रंग गोरा और स्लिम बॉडी है, दिखने में किसी मॉडल जैसा हूँ।
नहाकर उसने बेड शीट और टॉवल वाशिंग मशीन में डाले और कमरा ठीक किया।
आज मैं आपको अपनी एक सहेली की कहानी सुनाने जा रही हूं। मेरी एक कहानी
यह कहानी है कामिनी की! कामिनी की शादी को अभी एक साल भी नहीं हुआ था और उसके पति को उसके साथ संभोग में कोई दिलचस्पी नहीं रही। कारण यह नहीं था कि कामिनी में कोई कमी थी, बल्कि उसके पति को सेक्स में कोई रूचि ही नहीं थी।
अभी तक आपने इस कहानी में पढ़ा कि बहू ने अपनी विधवा सास की कामुकता को समझा और उसकी मदद करने की कोशिश की. पहले उसने अपनी सास को लेस्बियन सेक्स का मजा दिया और अब वो अपने पति से साथ अपनी चूत चुदाई का सजीव नजारा अपनी सास को दिखाने वाली थी.
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मेरा नाम अंजू, उम्र 19 साल, जयपुर की रहने वाली हूँ। मेरे बदन के अंगों की बनावट बहुत ही आकर्षक है। मेरा फिगर 36-30-38 था, मुझे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता था। आज मैं अपनी पहली चुदाई के बारे में आप को बताना चाहूँगी कि मेरे साथ किस तरह घटना घटी और मैं चुद गई।
प्रेषक : शशांक
मेरा नाम चंद्रलेखा है. चन्द्र प्रकाश मेरा चोदू है, उसी के आई डी पर ही अपनी हिंदी सेक्स कहानी लिख रही हूँ.
वो मस्तानी रात….-1
दोस्तो, मैं आपकी प्यारी चुदक्कड़ जूही अपनी चूत की दास्तान लेकर प्रस्तुत हुई है।
आप सभी को मेरी इस कहानी जिसमें कई कहानियाँ एक साथ हैं, पढ़ कर मजा आ रहा होगा। कहानी में सभी नाम और स्थान असली नहीं हैं, उन्हें परिवर्तित किया हुआ है।
बाइक को सड़क के एक तरफ ले जाकर मैंने लॉक कर दिया और हम दोनों किसी तरह उस छोटी पहाड़ी पर चढ़ कर फायर वाचर के रूम में पहुँच गए पर वहाँ कोई नहीं था। बारिश होने से आग लगने की कोई गुंजाइश नहीं रह गई थी इसलिए वो शायद अपने घर चला गया होगा।
मेरी चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि मुंबई में मुझे जॉब मिली. वहां मुझे रहने के लिए रूम नहीं मिल रहा था. फिर एक आदमी से मेरी बात हुई. उसने फ्लैट दिलाने को बोला मगर …
राज
मेरा नाम बिपिन है और मैं अन्तर्वासना का पुराना पाठक हूँ। बहुत दिनों से सोच रहा था.. एक अपनी प्यार की कहानी लिखने को.. लेकिन आज जाकर समय मिला है। अभी मैं बनारस में रहता हूँ और अपने काम के सिलसिले में भारत में और भारत से बाहर जाता रहता हूँ।
नमस्कार दोस्तो! मेरा नाम कबीर है. मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ. देखने में अच्छा दिखता हूँ. मध्यम वर्ग परिवार से होने के कारण मेरी पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है. इस कारण मैं पैसा कमाने के लिए एक दूसरी जगह पर चला गया था. यहाँ पर उस जगह का नाम मैं नहीं बता पाऊँगा. मेरे एक दोस्त ने ही मुझे वहां पर काम दिलवा दिया था.
प्रेषक : गुल्लू जोशी
थोड़ी देर में ही पायल आई। वह जरी वाली कॉफी रंग की साड़ी के अलावा गहनों से लदी हुई थी। अभी वह बेमिसाल लग रही थी। दुल्हन की तरह से वह धीरे-धीरे कदम रखती हुई, मुझ तक पहुँची। मैं स्टूल से खड़ा होकर उसे देखने लगा।
मेरा नाम सनी है.. हमारा गाँव छोटा सा है..
अन्तर्वासना के समस्त पाठकों को कवि पंकज प्रखर का प्यार भरा नमस्कार…