सामूहिक चुदाई का आनन्द-2
जूजा जी
जूजा जी
मैंने भी मौका देखा और मीनाक्षी की चूची को अपने हाथ में पकड़ कर हल्के से दबा दिया।
आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार!
Premika Dhokha De Rahi Thi
अन्तर्वासना डॉट कॉम के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम।
प्रेषक :
हैलो फ़्रेंड्स, मैं सुहानी चौधरी फिर से अपनी सेक्स कहानी का अगला भाग ले के आपके सामने हाजिर हूँ।
🔊 यह हिंदी पोर्न स्टोरी सुनें
फोन लेकर कम्मो बहुत खुश नजर आ रही थी. हम रेस्तरां के केबिन में बैठे थे.
प्रेषक : लव गुरू
ख्वाहिशें सच में बहुत अजीब होती हैं। अन्तर्वासना पर लेखकों की ख्वाहिश कि बस लड़कियों के ढेर सारे मेल आयें और दिन रात मैं सम्भोग के असीम पलों का आनन्द लेता रहूँ..
विनोद बोला- हाँ! आज मैं कोशिश करूँगा कि तुमको चरम तक पहुँचा दूँ!
यह करीब तीन महीने पहले की बात है. मैं अपने पति से बहुत परेशान हो गयी थी क्योंकि वो मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते थे और जल्दी ठंडे हो जाते थे. क्योंकि मेरे पति का हथियार बहुत छोटा था, सिर्फ तीन इंच का और बहुत ही पतला था. मेरी हॉट चुत चुदाई की आग में जलती रह जाती थी और कुछ भी नहीं कर पाती थी. मैं बस तड़प कर रह जाती थी. पर मैंने ऐसे ही जीना सीख लिया था. मैं चुदाई की आग में अपनी खूबसूरती भी खोती जा रही थी. मेरे पति हफ्ते में एक बार ही मेरे साथ सेक्स करते थे. और मुझे तो रोज चुदाई करने की जरूरत महसूस होती थी. मैं अपनी गर्म चूत में कभी खीरा तो कभी मोमबत्ती डाल कर उसकी प्यास बुझाती थी. चुदाई में मेरे नकारा पति से भी कुछ नहीं होता था.
रवि ने धीरे से आँख खोल कर देखा तो ड्रेसिंग टेबिल के सामने शालू भाभी खड़ीं थीं, उनके बालों से पानी की बूंदें टपक रहीं थीं, भाभी ने अपने नंगे बदन को एक बड़े तौलिये से ढक रखा था। भाभी की चिकनी पतली टांगों से पानी की बूंदें नीचे बह रहीं थी।
अन्तर्वासना के पाठकों पाठिकाओं को नमस्कार.. आप सबको बहुत सारा धन्यवाद।
प्रेषक – नन्द कुमार
मेरे पड़ोस की पर्दानशीं लड़की ने मुझ पर भरोसा करके मुझे मिलने के लिये बुलाया।
🔊 यह कहानी सुनें
नमस्कार दोस्तो.. अभी तक आपको कुछ बहुत अच्छी और कुछ सामान्य से भागों को पढ़ने का मौका मिला, आप सबकी समीक्षा और प्रोत्साहन संदेश मुझ तक निरंतर आते रहे। आप सबका हृदय से आभार!
मेरे प्यारे दोस्तो.. मेरा नाम सुमित शर्मा है। मैं दिल्ली से हूँ ओर सेल्स मार्केटिंग में जॉब करता हूँ।
मुझे फ़ेसबुक पर चैट करने का बड़ा शौक है..
दोस्तो, पिछली कहानी
हाय दोस्तो, मेरा नाम है अंकुर! वैसे मेरा असली नाम तो अमीना बेगम है लेकिन इन्टर्नेट पर मैं अपना नाम अंकुर ही लिखती-बताती हूँ।
नमस्कार, मेरा नाम शान्तनु है। मेरी उम्र 25 वर्ष है और यह मेरी पहली कहानी है जो आप पढ़ने जा रहे हैं। आपका ज्यादा समय न लेकर ‘सीधी बात नो बकवास’ वाले सूत्र पर आता हूँ।
दोस्तो, मैं आपका अपना सरस एक बार फिर हाजिर हूं अपनी कहानी के अगले भाग के साथ. मेरे जिन पाठकों और पाठिकाओं ने कहानी का पहला और दूसरा भाग नहीं पढ़ा हो वो