बलम छोटा लंड मोटा-1
चचेरे देवर की भाभी की चूत की चुदाई तमन्ना
चचेरे देवर की भाभी की चूत की चुदाई तमन्ना
कॉलेज की हंसमुख और सुन्दर सहपाठिनी मित्र के साथ उसके गृहनगर सूरत में प्रेम लीला, काम लीला रति क्रिया… इसमें प्यार है, ममत्व है, रोमांस है, वासना है… पढ़ कर मजा लीजिए।
लेखिका : नेहा वर्मा
दोस्तो, मैं फहमिना एक बार फिर से आप सबके सामने एक और कहानी लेकर आई हूँ।
दोस्तो, मैं रोमा आप लोगों के साथ कहानी के माध्यम से मैंने अपना सेक्स अनुभव शेयर किया था..’इंटर कोलेज कम्पीटीशन’ !
दोस्तो, मेरा नाम सागर शर्मा है, पंजाब में लुधियाना का रहने वाला हूँ, 20 साल का लम्बा, स्मार्ट, रंग साफ़ और दिखने में सुंदर लड़का हूँ। मैंने अन्तर्वासना में कई कहानियाँ पढ़ी तो मुझे लगा कि मुझे भी अपनी कहानी आप लोगों को बताना चाहिए।
हैलो दोस्तो.. लंड और चूत के मालिको.. आशा करता हूँ कि आप सभी अपने लंड और चूत की प्यास किसी ना किसी तरह बुझा ही रहे होंगे।
दोस्तो, मेरा नाम पवन कुमार है, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं आज आप सभी को अपनी एक मजेदार सेक्सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ. यह मेरे और मेरी चाची के बीच की सेक्स की कहानी है.
प्रणाम जी, सबको मेरा प्रणाम!
हैलो.. मेरा नाम वीर है, मैं बीएससी का स्टूडेंट हूँ। मेरी उम्र 19 साल है मेरा कद 5’11” है और बॉडी पर्फेक्ट शेप में है।
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम आनन्द है और मैं पहली बार हिंदी सेक्स स्टोरी लिख रहा हूँ, उम्मीद है कि आप इस कहानी को पसंद करेंगे।
सभी दोस्तों को मेरा सादर प्रणाम और प्यारी भाभियों और कुंवारी चूत वालियों को मेरे लंड का प्रणाम!
हम दोनों ने उस चरम अवस्था में इतनी जोर से एक दूसरे को भींचा था कि हड्डियां तक कड़कड़ा उठी थीं।
यह देसी कहानी मेरे और मेरी बचपन की दोस्त पूनम (काल्पनिक) की है. वो एक सांवली सी देसी लड़की थी और उसके चूचे छोटे छोटे नींबू जैसे लेकिन बहुत सख्त थे. हम दोनों एक ही स्कूल से पढ़े हैं और एक दूसरे से बहुत प्यार भी करते थे. स्कूल के दिनों में हम रोज किस किया करते थे पर कभी आगे कुछ नहीं कर पाए. मैं हमेशा उसको चोदने के सपने देखा करता था. स्कूल के बाद मैं आगे की पढ़ाई के लिए देहरादून आ गया.
मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग
मेरा नाम राहुल है मैं एक अविवहित लड़का हूँ मेरी उम्र 24 साल है। मेरा रंग गोरा है और कसा हुआ बदन है। मैं एक निजी कम्पनी में काम करता हूँ। मैं भंडारा शहर का रहने वाला हूँ.. तथा अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ।
लेखक : माइक डिसूज़ा
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा तहे दिल से प्रणाम !
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय ने पूजा की कमसिन चुत में काफी अन्दर तक लंड पेल दिया था और अन्दर-बाहर करने लगा था.. उधर पूजा बेहोश हो चुकी थी.
कहानी का पिछला भाग: आए थे घूमने, चोद दी चूतें-1
सुनीता मेरे मुंह पर ही झड़ गई, मैंने चाट चाट कर उसकी चूत साफ़ कर दी, उसकी चूत चूसते हुए लंड तो मेरा भी खड़ा हो गया था पर उस वक़्त चुदाई नहीं हो सकती थी।
सम्पादक जूजा
दोस्तो, मैं फेहमिना एक बार फिर आप सबके सामने अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हूँ।
यह सत्य कथा सूरत की है जहाँ मैं एक कम्पनी में प्रोडक्शन मैंनेजर बन कर हुआ था। यह दिसंबर 2010 की घटना है। मैं जिस कम्पनी में जाता हूँ, अपनी सचिव खुद ही चुनता हूँ और हमेशा लड़की ही चुनता हूँ और हमेशा उसे चोदता भी ज़रूर हूँ।
प्रिय दोस्तो, मेरा एक गे दोस्त था शाकिर, गोरा माशूक था, पर बहुत चालाक एकदम कमीना था. साला मेरे से बातें तो बहुत मीठी मीठी करता था, मेरी ही हम उम्र भी था, मेरे से तगड़ा था और दादा किस्म का भी था. क्लास में उसका रौब था, वो मेरे पर मरता भी था. पर दोस्तो, गलती उसकी ज्यादा नहीं थी, मैं ही उसकी बातों में आ गया था. पर कुछ मेरी आदत का भी दोष था.