जिस्मानी रिश्तों की चाह -5
यह कहते हुए मैं बाथरूम गया और वहाँ से हेयर आयल की बोतल उठा लाया। फिर मैंने कुछ तेल उसकी गाण्ड के छेद पर डाला और कुछ अपनी उंगलियों पर लगा कर उसके छेद पर फेरने लगा। फिर मैंने अपनी एक उंगली उसके छेद में अन्दर कर दी।
यह कहते हुए मैं बाथरूम गया और वहाँ से हेयर आयल की बोतल उठा लाया। फिर मैंने कुछ तेल उसकी गाण्ड के छेद पर डाला और कुछ अपनी उंगलियों पर लगा कर उसके छेद पर फेरने लगा। फिर मैंने अपनी एक उंगली उसके छेद में अन्दर कर दी।
अभी तक आपने पढ़ा..
सभी पाठक पाठिकाओं को मेरा प्यार भरा नमस्कार !
एक रविवार को बार संता का सेक्स करने का मन किया तो उसने अपनी पत्नी जीतो को कहा- चलो चुदाई करते है !
प्रेषक : आसज़
जब मेरे दोस्त की दीदी को उनके यार की असलियत पता लगी तो:
अजय ने अपना सारा माल मेरी चूत में ही छोड़ दिया और मैं भी सुस्त होकर अजय के ऊपर ही लेट गई और कहने लगी- बड़े ज़ालिम हो तुम लोग… आज पता चला कि दो मोटे लण्डों से एक साथ चुदने में कितना मजा आता है। पहली बार इतने जानदार मर्दों से चुदी हूँ।
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हैलो दोस्तो.. मेरा नाम कुणाल पटेल है। मैं बड़ौदा (गुजरात) का रहने वाला हूँ।
मेरी सेक्स स्टोरी के पहले भाग
प्रणाम दोस्तो! आपने तो मुझे अपने दिल में जो जगह दी है, मैं बता नहीं सकता कि कितना खुश हूँ मैं!
बात उस समय की है जब मैं गुरूग्राम में रहता था और जिम में फिटनेस ट्रेनिंग देता था।
दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार। आज मैं आपको एक सच्ची घटना दीदी की चुदाई की बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी चचेरी बहन को अपने बच्चे की माँ बनाया।
अब तक आपने पढ़ा..
मेरा नाम प्रीति कौर है, मैं चण्डीगढ़ में रहती हूँ। मेरे पति विदेश में रहते हैं और कभी-कभी भारत आते हैं। मेरा फिगर बिल्कुल किसी मॉडल की तरह मस्त है। मेरे बोबे 34 इंच साइज़ के बड़े और सख्त हैं। मैं बहुत गोरी भी हूँ। मैं कहीं बाल नहीं रखती.. सिवाय सर और फुद्दी पर या यूं कहूँ तो फुद्दी पर अच्छा खासा जंगल सजा रखा है।
दोस्तो, मेरा नाम ललित है.. मेरी उम्र 52 साल है। मेरी पत्नी की उम्र 49 साल है.. जो कि एक बहुत छोटे से गाव की है। मैं एक छोटे से कस्बे से हूँ.. जहाँ मेरा गुजर-बसर हो जाए.. इतनी आमदनी तो हो ही जाती है।
मैं जावेद को उत्तेजित करने के लिये कभी-कभी दूसरे किसी मर्द को सिड्यूस करने लगती। उस शाम तो जावेद में कुछ ज्यादा ही जोश आ जाता।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, सलाम एवं सभी पाठिकाओं को मेरे भुजंग का प्रणाम।
दोस्तों मैं आप को एक सेक्सी बातचीत बताता हूँ।
उनके होठों की नर्मी और साँसों की गर्मी ने मुझे पिघलने पर मजबूर कर दिया और अनायास ही मैंने भी अपनी बाहें फैलाकर उन्हें अपने आप में समेटते हुए उसके चुम्बन का जवाब चुम्बन से देने लगा।
प्रेषक : अविनाश
प्रेषिका : रिया रॉय
प्रिय पाठको, यह कहानी अन्तर्वासना की सबसे पुरानी कहानियों में से एक है. लेकिन इसकी भाषा बहुत खराब थी. इसे पुनः संपादित करके प्रकाशित किया जा रहा है.
मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि हमारे भाई साहिल ने मुझे और मेरी छोटी बहन को चोदा।
मैं फहमिना आप सबके सामने हाजिर हूँ, एक नई दिलचस्प कहानी मेरे एक प्रशंसक ने भेजी है, मज़ा लीजिये।