देसी लड़की की मस्त चूत
मेरे मित्र भार्गव की शादी थी और हम सभी दोस्त शादी के लिए उसके गाँव हालियापुर गए हुए थे।
मेरे मित्र भार्गव की शादी थी और हम सभी दोस्त शादी के लिए उसके गाँव हालियापुर गए हुए थे।
कहानी का पिछला भाग : दोस्त की माँ, बुआ और बहन की चुदाई-1
मैंने बड़ी मुश्किल से आंखें खोल कर ध्यान से उसके हाथों को देखा, उसकी हरेक उंगली मेरे पति के लौड़े जितनी मोटी थी। जब उसने उंगली का बाकी तीसरा हिस्सा भी अंदर सरका दिया तो उसके रूखेपन ने मेरी जान ही निकल दी। मज़ा एक बार फिर तेज़ दर्द की एक लहर में बदल गया।
अब तक आपने पढ़ा..
रात को मेलकम के घर नींद आ रही थी तो मैं उसके साथ ही नंगी सो गई।
इस सच्ची घटना के द्वारा मैं सबको यही बताना चाहती हूँ कि अगर पति-पत्नी थोड़ी समझदारी से काम लें तो एक नर्क भरी जिंदगी भी स्वर्ग बन जाती है।
आज मैं आपको एक सच्ची और अनोखी कहानी सुनाता हूँ। मैं जब स्कूल में पढ़ता था तो मेरे पड़ोस में एक युगल रहने आया, उन्हें हम सभी भाई-बहन अंकल-आंटी कहते थे। आंटी की उम्र करीब 28 साल थी, उनका फिगर 36-24-42 था। अकसर उनकी ब्रा का पीछे का हुक खुला रहता था। यही वह बात थी जिससे मेरा मन सेक्स की ओर गया।
जब भी दर्दनाक लहर मेरे जिस्म में फूटती तो साथ ही मस्ती भरी मीठी सी लहर भी तमाम जिस्म में दौड़ जाती। दर्द ओर मस्ती के दोनों एहसास जैसे पिघल कर एक साथ धड़कते और फिर जुदा होते और फिर एक बार दोनों एहसास आपस में पिघल कर मिल जाते।
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो, मेरा नाम रुचि है, मेरी उम्र 22 साल है, मैं एक बहुत सुंदर और जवान लड़की हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच है और मेरा रंग बहुत साफ़ है।
मेरी कहानी आज से 4 वर्ष पहले की है.. मेरे घर के बगल में 3 बहनें रहती थीं उस समय उन तीनों की उम्र उनके नाम के साथ लिख रहा हूँ..
हैलो
अंकल मेरी चूत में छोटी वाली उंगली थोड़ी डाल कर हिला रहे थे। शायद वो देख रहे होंगे कि मेरी चूत अभी चुद सकती है या नहीं।
प्रेषक : वही आपका प्यारा सनी
नमस्कार दोस्तो, मैं कमल राज सिंह, आपका पुराना दोस्त, एक बार फिर अपनी कहानी लेकर हाज़िर हूँ।
प्रेषिका : लवीना सिंह
शैलीन- जल्दी से फ्रेश हो जाओ!
उफ्फ… वो मखमली एहसास उन चूचियों का… मानो रेशम की दो गेंदों पर हाथ रख दिया हो।
लेखिका : आंचल
अब तक आपने पढ़ा..
🔊 यह कहानी सुनें
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
मेरी चुदाई कहानी में अब तक आपने पढ़ा था कि कमलेश सर ने मेरी चुत पर अपना मुँह लगा कर खूब चूसा था. फिर उन्होंने अपना लंड खोल कर मेरे मुँह के सामने कर दिया था.
मैं आपका दोस्त, राजवीर मिड्ढा फ़िर से आपकी खिदमत में हाज़िर हूँ जिंदगी की भाग-दौड़ में वाक़या एक नया अफसाना लेकर.
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.. मेरा नाम करन है। मैं सूरत का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का एक रेगुलर पाठक हूँ। सबकी कहानियां पढ़ने के बाद मुझे लगा कि मुझे भी अपनी सच्ची घटना आप लोगों के साथ शेयर करनी चाहिए।