पहला प्यार, पहला चुम्बन, पहला सम्भोग
बात तब की है जब मैं इंजिनियरिंग कर रहा था। मैंने दूसरे साल में प्रवेश लिया तो साथ ही मेरा ज़ूनियर बैच भी आ गया।
बात तब की है जब मैं इंजिनियरिंग कर रहा था। मैंने दूसरे साल में प्रवेश लिया तो साथ ही मेरा ज़ूनियर बैच भी आ गया।
गाण्ड खुजाना- चिन्ता करना
रियल चुदाई कहानी का पिछला भाग : छोटी बहन की कामुकता जगा कर बुर चोदन करवाया-1
🔊 यह कहानी सुनें
पापा ने मुझे नहलाया और खुद भी नहा कर हम दोनों बाहर आए।
सम्पादक जूजा
आज मैं आपको एक सच्ची और अनोखी कहानी सुनाता हूँ। मैं जब स्कूल में पढ़ता था तो मेरे पड़ोस में एक युगल रहने आया, उन्हें हम सभी भाई-बहन अंकल-आंटी कहते थे। आंटी की उम्र करीब 28 साल थी, उनका फिगर 36-24-42 था। अकसर उनकी ब्रा का पीछे का हुक खुला रहता था। यही वह बात थी जिससे मेरा मन सेक्स की ओर गया।
प्रेषक : रोबिन चन्द्र
मेरी तरफ से हां का इशारा पाते ही अंकल जी ने मुझे फिर से अपनी बांहों में भर लिया और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मेरा निचला होंठ चूसने लगे साथ ही अपना हाथ नीचे लेजाकर मेरी सलवार के ऊपर से ही मेरी झांटों वाली चूत सहलाने लगे और उसे मुट्ठी में भर के मसल दिया.
प्रेषक : रॉकी
🔊 यह कहानी सुनें
अन्तर्वासना सेक्स कहानी पढ़ने वाले मेरे दोस्तो, आप सबको नमस्कार, मैं अपनी पहली कहानी आपके सामने रख रहा हूँ, उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगी.
प्रेषक : कुमार
दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे संध्या ने अपने काम जीवन में नए रंग भरने के लिए पहले अपनी सास के साथ समलैंगिक समबन्ध बनाए और फिर मोहन को उसके बचपन की चाहत उसकी माँ की चूत दिलवा दी। आखिर मोहन मादरचोद बन गया।
दोस्तो, यह मेरी पहली चुदाई की पहली स्टोरी है जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को सोनाली का एक बार फिर से अभिनंदन…
प्रेषक : आर्यन
चाय पीने के बाद मैं चेंज करने अपने कमरे में आ गया। तब तक रानी ने भी चेंज कर लिया था। मैं वापस रानी के रूम में आ गया। थोड़ी देर तक हम एक दूसरे की बांहों में बैठकर टीवी पर कार्टून और मिस्टर बीन देखते रहे। तब तक खाना भी बन गया था और पी जी के बाकी लोग भी वापस आने लगे थे।
चूँकि मैं अपने पति ॠषभ का स्वभाव जानती थी, इसलिए नवीन के लौड़ा को देखने के बाद मैंने मन में ठान लिया था कि मैं ॠषभ को सब कुछ बता कर नवीन से चुदवाऊँगी।
दोस्तो, मैं मुहम्मद सैफ एक नई कहानी के साथ हाजिर हूँ. मैं आपको अपने बारे में बता देता हूँ. मैं अन्तर्वासना साईट का एक नियमित पाठक हूँ. मैं एक सुंदर और आकर्षक जिस्म का मालिक हूँ. मेरे लंड की लम्बाई 7 इंच और मोटाई 3.5 इंच है, जिसने कई लड़कियों और भाभियों की चूत को फाड़ कर उन्हें संतुष्ट किया है.
हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम शीला है, मैं चौबीस साल की एक लड़की हूँ, एक सुन्दर जवान लड़की!
लाँग स्कर्ट्स के बाद माइक्रो स्कर्ट्स की बारी आई। मैंने एक पहना तो मुझे काफी शर्म आई। स्कर्ट्स की लम्बाई पैंटी के दो अंगुल नीचे तक थी। टॉप भी मेरी गोलाइयों के ठीक नीचे ही खत्म हो रही थी। टॉप्स के गले भी काफी डीप थे। मेरे आधे बूब्स सामने नज़र आ रहे थे। मैंने ब्रा और पैंटी के ऊपर ही उन्हें पहना और एक बार अपने जिस्म को सामने लगे फुल लेंथ आइने में देख कर शरमाती हुई उनके सामने पहुँची।
मेरी भाबी सेक्स स्टोरी पढ़ने वाले सभी साथियों को नमस्कार। दोस्तो आज मैं भी अपनी एक कहानी आप सब लोगों को बताने जा रहा हूँ। अपनी ये कामुक कहानी सुनाने से पहले मैं आपको ज़रा अपने बारे में बता दूँ। मेरा नाम आलोक है और मैं दिल्ली में रहता हूँ। मेरी उम्र 24 साल है, मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है।
हैलो दोस्तो.. आज मैं बड़े ही सोचने-विचारने के बाद लिख रहा हूँ। हो सकता है कि किसी को मेरी कहानी पाप से परिपूर्ण लगे पर जो भी वास्तव में हुआ है.. वो मैं आपके सामने कहानी के रूप में लिख रहा हूँ।
इस देवर भाभी सेक्स कहानी में आप पढ़िए कि कैसे मेरे सुडौल देवर ने मेरी चूत की चुदाई करके मेरी कामवासना शान्त की.