बस में डबल वाली सीट
प्रेषक : रंजन
प्रेषक : रंजन
अब तक आपने पढ़ा..
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अचानक ही मेरी चूत में कोई हलचल हुई और मेरी नींद टूटी, देखा तो पतिदेव मेरी चूत चाट रहे थे और सारा रस भी पी चुके थे फिर भी चूत चूस रहे थे।
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मैं सोमवार रात को 10 बजे आया, सुरेखा और दिन की तरह 11 बजे आकर मेरी गोद में नंगी बैठ गई और मुझसे चिपकते हुए बोली- आज तो चोदोगे न?
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मैं विकी, अपनी मम्मी की सहेली की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ कि कैसे मैंने आंटी की मस्त फ्री मूड से सेक्स किया, आंटी को चोदा.
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पाठकों को चूत निवास का नमस्कार और पाठिकाओं की चूतों के लिए लौड़े के 31 तुनके!
हेल्लो दोस्तों !
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी
मैं काफ़ी समय से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अधिकतर झूठी कहानियों के बीच इसकी कुछ कहानियाँ मुझे बहुत अच्छी लगी।
मेरे प्यारे दोस्तो!
आप सभी पाठक जनों का तहेदिल से शुक्रिया!
मेरे प्रिय दोस्तो, अपने मेरी पिछली कहानियों को बहुत सराहा है।
यह सिस्टर सेक्स स्टोरी है मेरे मामा की बेटी के साथ मेरे सेक्स की… मेरे मामा के घर में सिर्फ़ मामा-मामी, उनके बच्चे और नाना-नानी रहते हैं। मैं और मेरे मामा की लड़की जूही जैन बचपन में छोटे छोटे खेल खेलते थे.. लेकिन मुझे मालूम नहीं था कि बड़े होकर हम बहुत बड़े गेम्स भी खेलेंगे। वो बहुत आकर्षक है.. उसके होंठ तो उफफ्फ़ जैसे स्ट्रॉबेरी हों।
अभी तक :
अन्तर्वासना के चाहने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मेरी गर्म कहानी के दूसरे भाग
सुबह की स्वच्छ ताजी हवा में गुलाब के ताजा फूलों की खुशबू फैल रही थी। शहर के कोलाहल से दूर प्रदूषणमुक्त शांत वातावरण में फूलों की सुगंधभरी ताजी हवा में घूमते हुए मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। हर तरफ गुलाब फैले थे भाँति भाँति के- लाल, गुलाबी, काले, बैंगनी, उजले… !
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रिश्तों में चुदाई की इस गर्म कहानी में अब तक आपने पढ़ा कि मैं, मेरी बीवी, मेरी बहन, मेरी साली … हम चारों नंगे होकर चुदाई के समय को बढ़ाने वाली औषधि ले चुके थे और अब हम चारों ने ब्लैक डॉग के पटियाला पैग उठाते हुए आज की चुदाई की सफलता के लिए जाम टकरा दिए थे.
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरी एक फ्रेंड की संगत के कारण ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी बन गई है. उसको मैं अच्छी तरह से जानती थी. कॉल गर्ल बनने के बाद मैं उसके साथ कई बार एक ही बिस्तर पर अलग अलग लंडों से चुद भी चुकी थी. जब कभी भी उसको कहती हूँ कि यार बहुत दिन हो गए हैं… तो वो समझ जाती है कि मेरी चुत में खुजली हो रही है और मेरे लिए किसी लंबे और मोटे लंड का इंतज़ाम करवा देती है. वो मुझे अपने साथ ले जाकर खुद भी चुदती है और मुझे भी चुदवा देती है. इससे दो फ़ायदे हो जाते हैं, एक चुत ठंडी हो जाती है और दूसरा पॉकेट में कुछ माल भी आ जाता है.
गाण्ड मरवाने का चाव-2
लेखिका : अरुणा