चाची ने मुझे भी चुदवा दिया-2
निशा शाह
निशा शाह
लेखक : विवेक
करीब एक घंटे के बाद मेरी नींद बहुत जोर से पेशाब लगने के कारण खुली, बहुत जोर से पेशाब लगी होने के कारण मैं उठा और बाथरूम से बाहर ही लंड को निक्कर से निकाल कर सीधे बाथरूम में घुस गया।
मेरा नाम स्वयं है। मैं ऑफिस के काम से डलास शहर जो कि टेक्सास(अमेरिका) में है.. जाता रहता हूँ। मैं एक साफ्टवेयर कंपनी में काम करता हूँ। यह कहानी मेरी जिन्दगी में घटी एक सच्ची घटना है। मैं आज इसे आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ।
आप सबको नमस्कार, मेरा नाम कृष्णा है और मैं नागपुर महाराष्ट्र से हूँ. मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ. यहाँ की कहानी पढ़कर जो इन्सिडेंट मेरे साथ हुआ, मैं वो आप सबसे शेयर करना चाहता हूँ.
प्रिय पाठको एवं पाठिकाओ, आप सभी को मेरा नमस्कार!
अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपनी मम्मी और अंकल लोग के साथ कार में मानकपुर जा रही थी. जगत अंकल ने कर में ही मुझे अपनी गोद में बिठा कर अपने लंड को मेरी चूत में पेल दिया था. उनके लंड का मजा अपनी चूत में ले ही रही थी कि बगल में जो ठाकुर साब कहे जाने वाले अंकल बैठे थे. उन्होंने मुझे लंड खाते हुए देख लिया था और अब मैं अपनी मम्मी की निगाह से बचते हुए उनकी गोद में बैठ गई थी.
मेरा नाम है वरिंदर, मैं गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ, मैं अन्तर्वासना का बेहद शौक़ीन आदमी हूँ। इसकी हर चुदाई को पढ़-पढ़ कर मुझे बहुत आनंद आता है।
श्रेया आहूजा का आप सभी को सलाम !
कहानी का पहला भाग: कामिनी की अतृप्त कामाग्नि-1
हिन्दी सेक्स स्टोरी पढ़ने वाले तमाम पाठकों को मेरा सलाम।
मेरी कामुक कहानी के पहले भाग
मेरी सेक्सी कहानी : जिस्म की वासना-1
आप सबको शीलू का प्रणाम!
लेखक : अमन वर्मा
फिर थोड़ी देर बातें करने के बाद गुड नाईट विश करके उसे अभी जल्दी सोने और सुबह जल्दी तैयार होने के लिए कहा।
मेरा उत्तर सुनकर लता भाभी एकदम रोमांचित हो गई और मुझसे लिपट गई; कहने लगी- देवर जी, यह मेरी खुशकिस्मती है कि आपका लंड फर्स्ट टाइम मेरी चूत में जाएगा और आप पहली बार मुझे चोदोगे.
दोस्तो, आप मेरी आपबीती ‘लण्ड की करतूत‘ तीन भागों में पढ़ चुके हैं।
प्रिय दोस्तो,
गर्म भाबी की मस्त जवानी की कहानी है यह. मेरी शादी के बाद हम देहरादून शिफ्ट हो गये. यहाँ मैं सेक्सी ड्रेस में बालकनी या टेरिस पर पड़ोसियों को ललचाती थी.
अब तक आपने पढ़ा..
इस डर्टी सेक्स स्टोरी में अब तक आपने पढ़ा कि दो बार चुदाई करवाने के बाद पूजा पेशाब के लिए टॉयलेट जाने लगी तो मैंने उससे पेशाब की धार का मजा लेने की इच्छा जाहिर की. पूजा ने मुझे टॉयलेट के फर्श पर लिटा दिया.
लालमन
मैं छत पर बैठी हुई अपने ख्यालों में डूबी हुई थी। मुझे अपनी कक्षा में कोई भी लड़का अच्छा नहीं लगता था और ना ही कोई लड़का मेरी ओर देखता ही था।
रानी मधुबाला