इलेक्ट्रिक शेवर ने मामी को दिलाया सेक्स का मज़ा-5
शाम को वापिस आया तो मामी मेरी प्रतीक्षा कर रही थी, मेरे कदम घर में पड़ते ही उन्होंने दरवाज़ा बंद कर चिटकनी लगा दी तथा मुझसे चिपक कर मेरे होंठों पर अपने होंठ चिपका कर चुम्बन लेने लगी।
शाम को वापिस आया तो मामी मेरी प्रतीक्षा कर रही थी, मेरे कदम घर में पड़ते ही उन्होंने दरवाज़ा बंद कर चिटकनी लगा दी तथा मुझसे चिपक कर मेरे होंठों पर अपने होंठ चिपका कर चुम्बन लेने लगी।
मेरा नाम रज्जो है, मेरी अभी अभी शादी हुई है, मैं ब्याह के अपने पिया राजू के साथ आ गई।
हाय फ्रेन्ड्स मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ कर मेरा मन भी मेरी सच्ची घटना को लिखने का हुआ.. जो मैं इस कहानी में लिख रहा हूँ।
दोस्तो, अब तक आपने पढ़ा कि पहली रात राघव ने आदर्श की गांड को तीन बार पेला..
लेखक : सन्दीप शर्मा
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, मैं कुंदन फिर से आपके सामने एक नई कहानी लेकर हाज़िर हूँ। मैं भोपाल का रहने वाला हूँ।
मेरी इस कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि आंटी की कामुक चुदाई कैसे आगे बढ़ रही है.
दोस्तो, मेरा नाम अर्पित है, उम्र छब्बीस वर्ष और मैं नोएडा का रहने वाला हूँ। दिखने में बिल्कुल सामान्य हूँ लेकिन अपनी काबिलियत से मैं हमेशा सबका चहेता रहा हूँ। मैंने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और बहुत ही अच्छी जॉब में हूँ, यह मेरी पहली सच्ची कहानी है, विश्वास है कि आप सभी को पसंद आएगी।
अन्तर्वासना के सभी पाठको को मेरा नमस्कार!
इमरान
फ्रेंड्स, आप सभी को प्रेम का नमस्कार!
प्रणाम दोस्तो.. मैं आपका सनी गांडू आपके लिए अपनी लेटेस्ट गाण्ड चुदाई लेकर फिर से हाज़िर हूँ।
मेरी इस सेक्स कहानी के पहले भाग
प्रिय पाठको, आपने मेरी पहली कहानी को जिस तरह नवाज़ा उनके लिए आपका भोपाली तहेदिल से शुक्रगुज़ार है। अब आगे..
दोस्तो, अब मैं आपको काले के बारे में बता दूं जिससे चुदने की बात मैंने ढिल्लों से कह डाली थी। काले का कद लगभग ढिल्लों जितना ही था, यही कोई साढ़े छह फुट के करीब। रंग उसका ढिल्लों से भी काला था, आंखें बड़ी बड़ी गहरी लाल, ढिल्लों से भी सुडौल और बड़े शरीर का मालिक, देखने में सिरे का बदमाश लगता था और शायद कोई नशा भी करता था, जिसके कारण उसकी आंखें हमेशा चढ़ी रहती थीं।
दोस्तो, मैं मीनू आज आपके पास अपनी दूसरी आपबीती लेकर आया हूँ, मैंने पूरी कोशिश की है कि अपने हर अनुभव को शब्दों में पिरो कर आपको अधिक से अधिक रोमांचित करने का प्रयास करूं.
हैलो साथियो … मेरा नाम कपिल कुमार है. मैंने इस साइट पर अभी कुछ दिनों से ही सेक्स स्टोरी पढ़ना शुरू किया है. सच में इन कहानियों को पढ़ कर बहुत मज़ा आता है. इसीलिए मैंने भी सोचा कि मैं भी अपनी जिन्दगी की एक पहली और बिल्कुल सच्ची चुदाई की कहानी आपसे शेयर करूँ. यहां की ज़्यादातर स्टोरी पढ़कर उस वक्त बहुत गर्म लगता है, जब यहां लिखने वाले लोग लिखते हैं जैसे उसने मेरा लंड चूसा, मुँह में माल या वीर्य झाड़ दिया.. वो सारा लंड रस पी गयी.. वगैरह वगैरह. ये सब मुझे शुरू में नहीं पता था कि लंड चूत की चुसाई में भी मजा आता है. मेरी इस पहली चुदाई के बाद ही मुझे सकिंग का मजा मालूम हुआ था.
अब हमारे लौटने का समय आ गया था, सेकेन्ड क्लास की स्लीपर की बर्थ रिजर्व थी हमारी, रात का सफ़र था, शाम साढ़े छः बजे गाड़ी चल कर अगले दिन सुबह 5-6 बजे तह हमारी मंजिल पर पहुँचनी थी।
अब तक आपने पढ़ा..
सबसे पहले सभी पाठकों को मेरा प्रणाम!
मेरा नाम चंद्रलेखा है. चन्द्र प्रकाश मेरा चोदू है, उसी के आई डी पर ही अपनी हिंदी सेक्स कहानी लिख रही हूँ.
अभी तक आपने पढ़ा..
अन्तर्वासना की सेक्सी स्टोरीज पढ़ने वाले मेरे प्यारे मित्रो, भाभियो, आंटियो, मेरा नाम सिड है और मैं उज्जैन का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 21 साल की है, कद 5 फीट 11 इंच है और रंग गोरा तो नहीं, पर ठीक ठाक है. मेरा लंड 7 इंच का है और मैं हर रोज जिम जाता हूँ तो शरीर जिम जाने की वजह से काफी अच्छा है.
दोस्तो, आप का हैरी फिर हाजिर है अपनी सच्ची कहानी लेकर !
राज अग्रवाल