चूत की गहराई में वीर्यदान Hindi Sex Kahani
बात कुछ समय पहले की है मैंने अपनी प्यारी साईट अन्तर्वासना पर एक स्टोरी पोस्ट की थी
बात कुछ समय पहले की है मैंने अपनी प्यारी साईट अन्तर्वासना पर एक स्टोरी पोस्ट की थी
Lambi Choot Chudai-3
ऑफिस गर्ल सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरे साथ मॉल में काम करने वाली लड़की से मेरी दोस्ती हुई. एक दिन उसकी जीन्स से बाहर निकली पैंटी दिखी मुझे! तो क्या हुआ?
एक तो पहले ही उसकी चूचियाँ चिकनी थीं, ऊपर से मेरे मुँह से निकले रस से सराबोर होकर और भी चिकनी हो गई थीं… मेरी हथेली में भरते ही उसकी चूचियों की चिकनाहट ने वो आनन्द दिया कि मैंने एक बार अपनी हथेली को जोर से भींच कर चूचियों को लगभग कुचल सा दिया।
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हाई जानू
प्रेषक : नामालूम
सम्पादक जूजा
सम्पादक जूजा
दोस्तो, मेरा नाम चेतन है, मेरी उम्र अभी 20 साल की है. अन्तर्वासना पर में कई सालों से बहुत सारी कहानियां पढ़ता रहा हूँ. तो मैंने भी सोचा क्यों न अपनी भी सच्ची सेक्स स्टोरी लिखूं, जो मैंने अपने साथ में अनुभव किया, वो आप सभी के साथ शेयर करूँ.
अगल बगल में सभी लड़कियाँ अपने हाथों में लंड पकड़े हुए थीं और उनको मसल रही थीं। मोनी को एक मोटे से सेठ ने अपनी गोद में बठा रखा था। सेठ ने १००० रूपये पिंटू की तरफ बढ़ा दिए। पिंटू ने मोनी को आंख मार कर लौड़ा चूसने का इशारा किया। मोनी जमीन पर बैठ गई और उसने सेठ का ४ इंच लम्बा लौड़ा मुँह में ले लिया और उसे लोलीपोप की तरह चूसने लगी।
प्रेषक : निखिल मेहरा
मेरी शादी गांव की रीति-रिवाज के हिसाब से कम उमर में ही हो गई थी. जिस घर में मैं ब्याही थी उसमें बस दो भाई ही थे, करोड़पति घर था, शहर में कई मकान थे. वे स्वयं भी चार्टेड अकाऊँटेन्ट थे. छोटा भाई यानि देवर जी जिसे हम बॉबी कहते थे उसका काम अपनी जमीन जायदाद की देखरेख करना था. प्रवीण, मेरे पति एक सीधे साधे इन्सान थे, मृदु, और सरल स्वभाव के, सदा मुस्कराते रहने वाले व्यक्ति थे. इसके विपरीत बॉबी एक चुलबुला, शरारती युवक था, लड़कियों में दिलचस्पी रखने वाला लड़का था.
दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि संध्या और मोहन ने प्रमोद के साथ तिकड़ी जमी और तीनों ने मस्त चुदाई मस्ती की, लेकिन शारदा को ये सब पसंद नहीं आ रहा था इसलिए आखिर प्रमोद ने इस खेल से सन्यास ले लिया।
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लेखक : राज शर्मा
सम्पादक – इमरान
प्रेषिका : निशा भागवत
मैं जीत शर्मा फिर से आपके सामने एक कहानी ले कर आया हूँ। यह कहानी मुझे मेरी एक महिला मित्र ने भेजी है, उम्मीद है कि आप सबको पसंद आएगी।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार !
Choot Ki Lali Kallo Rani Ki
प्रेषक : वर्जिन जनरल
प्रेषक : नामालूम
मैं चंडीगढ़ से हूँ, मेरा नाम राहुल है और मैं एक कंपनी में काम करता हूँ. मेरे यहाँ मेरे मामा की लड़की शगुन गर्मी की छुट्टियों में हर साल आती रहती थी. वो मेरे मामा की बड़ी लड़की है. उसका रंग थोड़ा सांवला जरूर है.. लेकिन वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी है।
तो दोस्तो, अब फिर एक बार मेरी ठुकाई की तैयारी पूरी हो चुकी थी, मेरे चोदू यार ने मेरी टाँगें उसने एक बार फिर अपने डौलों पर धर लीं और मेरी तह लगा दी मगर उसने खुद लौड़ा अंदर नहीं डाला और मुझसे बोला- डाल जट्टीये अपने आप अंदर!