प्रशंसक को सेक्स का मजा दिया
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मैं कमरे से बाहर निकल कर बगल वाले कमरे में, जिसमें ससुर जी रह रहे थे, उसमें चली गई। ससुर जी कमरे में नहीं थे।
सम्पादक – जूजा जी
हैलो साथियो, आप सभी को नमस्कार.
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे एक अतिकामुक स्त्री की काम वासना को बुझाने में कामरीश राज्य के बड़े बड़े सूरमा परास्त हो गए तब एक दुबला पतला ब्राहमण उस स्त्री की चुनौती स्वीकार करने आगे आता है जिस का सभी उपहास उड़ाते है पर राजा उस कोका पंडित नाम के ब्राहमण को उस स्त्री की कामक्षुदा शांत करने की आज्ञा दे देता है।
माशूका सलमा अपने आशिक पप्पू से- आज मेरी ले लो ना !
हेल्लो । मैं आप सब के सामने पहली बार एक स्टोरी पेश करने जा रहा हूं। उम्मीद है यह स्टोरी मेरे सभी पढ़ने वालों को बेहद पसंद आयेगी। और खास कर लड़कियों और आंटियों को। तो सबसे पहले मैं अपना परिचय दे दूं। मैं रोहित कोलकाता , बंगाल . मुझे क्लास १० से ही सेक्स करने की इच्छा बहुत ज़ोर की थी। मैं हमेशा एक शादी शुदा औरत के साथ ही पहली बार सेक्स करना चाहता था क्योंकि वो बहुत एक्सपेरिएंस और सहयोगी होतीं हैं।
Best Stories Published in March 2015
अनुजा- ओये होये.. मेरा राजा.. क्या बात है… बड़ा प्यार आ रहा है दीपाली पर.. कभी मेरे को तो रोटियां बनाने में मदद नहीं की तुमने?
प्रेषक : संजय शर्मा
मैं अंतर्वासना की नियमित पाठिका हूँ और रहूंगी क्यूंकि मुझे इस प्यार हो गया है। मैं इसमें छपने वाली एक-एक कहानी को आराम से बैठ कर पढ़ती हूँ और आज मैं अपनी पहली कहानी अन्तर्वासना को भेज रही हूँ। और उम्मीद है कि जल्द ही आपके सामने आयेगी।
उसने धीरे धीरे मेरा लण्ड अपने होठों पर रगड़ना शुरू किया और कभी कभी अपना मुँह खोलकर अन्दर लेने की कोशिश भी करने लगी। लण्ड का आकार बड़ा था इसलिए उसे थोड़ी परेशानी हो रही थी लेकिन उसने अपना काम जरी रखा और चाटते सहलाते हुए लण्ड थोड़ा सा अपने मुँह के अन्दर डाल लिया। मेरा सुपारा अब उसके मुँह में था और वो हल्की हल्की ह्म्म की आवाज़ के साथ आगे पीछे करने लगी।
हाय दोस्तो, मेरा नाम विक्की है, मैं पूर्वी दिल्ली में रहता हूँ। काफ़ी समय से अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ।
मेरा नाम विक्की है, मैं 22 साल का युवक हूँ।
जूजा जी
Tagde Lund Aur Paise Ki Chahat Me Neha Chud Gai
मेरे मित्र भार्गव की शादी थी और हम सभी दोस्त शादी के लिए उसके गाँव हालियापुर गए हुए थे।
मैं एक बार फिर से आपके सामने हाजिर हूँ अपनी एक आपबीती को लेकर ! मेरी पिछली कहानी कंप्यूटर की प्रॉब्लम आप सबने पसंद की इसके लिए सबका शुक्रिया !
नमस्ते मित्रो.. मेरा नाम अंगरेज है। आज मैं अपनी जिंदगी की कहानी बताने जा रहा हूँ। मैं पंजाब का रहने वाला हूँ.. मुझे हिंदी लिखना बहुत अच्छे ढंग से नहीं आता है.. फिर भी मैं कोशिश कर रहा हूँ।
अभी तक आपने पढ़ा..
मेरा नाम मधुर है और मैं बी.टेक के फाइनल ईयर का स्टूडेंट हूँ। मैं नौकरी के लिए चुना जा चुका हूँ।
राधा के पति की मृत्यु हुए करीब एक साल हो चुका था, उनका छोटा सा परिवार था, उनके कोई बच्चा नहीं हुआ तो उन्होंने एक 10 वर्ष की एक लड़की गोद ले ली थी, उसका नाम गौरी था. वो भी अब जवानी की दहलीज पर थी अब. गौरी बड़ी मासूम सी, भोली सी लड़की थी.
अब तक आपने पढ़ा..
हालाँकि मैंने बहुत सारे लड़कों के साथ चुदाई की है परन्तु मैं हमेशा ही किसी कुंवारे लड़के से चुदने के सपने देखा करती थी, एक ऐसा लड़का जिसने कभी किसी लड़की को छुआ भी ना हो !