मेरे निर्वस्त्र बदन की कल्पना
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को सोनाली का एक बार फिर से अभिनंदन…
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को सोनाली का एक बार फिर से अभिनंदन…
लेखिका : सुचित्रा
पापा ने शायद फ़ोन लाउडस्पीकर पर किया हुआ था, तभी मम्मी की आवाज़ आई।
पड़ोस वाली जवान भाभी को नंगी देख कर मेरा मन भाभी की चुत की चुदाई का हो गया.
राज अग्रवाल
दोस्तो, मेरा नाम समीर है। आज मैं आपको मेरे और मेरी गर्लफ्रेंड के कुछ सच्चे और गर्मागर्म संस्मरण बताने जा रहा हूँ।
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे नशा उतरने के बाद भी पंकज की बहन और उसकी पत्नी इस सारे भाई बहन की चुदाई के प्रकरण से खुश थे और किसी को कोई अफ़सोस नहीं था। इसका कारण यह था कि सोनाली भी अपने भाई के लंड के सपने देखा करती थी और पंकज रूपा ने उसे वादा किया कि वो उसका सपना पूरा करने में उसकी मदद करेंगे।
गंगा मौसी मेरी मां की सबसे छोटी बहन हैं। यूँ तो वो दिखने में सुन्दर है। वो छोटी सी उमर में ही विधवा हो गई थी। उनकी देह मुझे बहुत कामुक लगती थी। सच पूछो तो मुझे उनका सामीप्य अच्छा लगता था। मैं दिनों-दिन उनकी ओर आकर्षित होता जा रहा था। मौसी भी मेरी नजर पहचान गई थी। जब से मेरे दिल में उनके प्रति चाह उभरने लगी थी, मन में चोर था सो मैं उनसे बात करने में भी हिचकिचाने लगा था।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार !
मेरा नाम राहुल सेन है. मैं अहमदाबाद में जॉब करता हूँ. ये कहानी उन दिनों की है, जब मेरा अहमदाबाद में नया नया जॉब लगा था. अहमदाबाद में अपने फ्रेंड्स के साथ एक साल तक रहा. फिर वे भी सब अपने अपने घर चले गए. उसके बाद मैं अकेला ही रहने लगा. मुझे चुत चोदने का मन तो बहुत कर रहा था, लेकिन कोई चुत नहीं मिल रही थी. मैंने चोदने के लिए बहुत सारी लड़की ढूँढी पर कोई नहीं मिली.
एक पुरानी पी डी ऍफ़ कहानी का पुनर्प्रकाशन
आमिर खान
अभी तक आपने पढ़ा कि मैं रवि के घर रात में रुका हुआ था। उसके साथ दूसरी सुहागरात होने के बाद सुबह जब हम अखाड़े में पहुंचे तो संदीप भी वहाँ पहलवानी करने आया हुआ था। वहाँ पर संदीप और रवि के बीच कुछ बातें हुईं लेकिन मुझे इस बात का पता नहीं लग पाया कि संदीप ने रवि से मेरे बारे में क्या बात की।
यह घटना पिछले साल की है. मैं घर से दीवाली की छुट्टियां मना कर वापस अपनी जॉब पर जा रही थी. मेरा बंगलोर के लिए दिल्ली से रिज़र्वेशन था, तो पापा मुझे दिल्ली स्टेशन तक छोड़ कर ट्रेन में बैठा कर वापस घर आ चले गए थे.
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पूनम की दिल खोल कर चूत चुदाई
मेरे मन में कई ख्याल उमड़े, फिर कुछ समझ आया कि वंदना मुझे कितना भी प्यार करती है… कितनी भी समर्पित है… लेकिन है तो यह एक नारी ही ना!!
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि टीन गर्ल टीना ने मॉंटी को उसकी इस बात को लेकर बहुत झाड़ा कि वो सोने का नाटक करते हुए उसकी लूली पर दवा लगवाते वक्त मजा ले रहा था.
डॉक्टर और अंशु ने मुझे अपना अपना मूत सीधे अपनी चूत से पिलाया और फिर हम तीनों बिस्तर पे आ गए।
दोस्तो, अन्तर्वासना में मैंने जब कहानियाँ पढ़ी तो मेरा भी मन हुआ कि मैं भी अपने बारे में अन्तर्वासना के पाठकों को बताऊँ!
मैं राज किशोर आप सभी ने मेरी पहली कहानी ‘चूत की सील टूटने का अहसास’ पढ़ी और मेरा उत्साह भी बढ़ाया। मुझे बहुत खुशी हुई..
कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि किस तरह मैंने अपने घर के सामने दीक्षा नाम की एक लड़की को पटा लिया और उसको चोदने की तैयारी में जुटा था।
मेरी गर्म गर्म चूत की तरफ से सभी लंबे लंबे लण्डों को सलाम!
सारिका कंवल
यह करीब तीन महीने पहले की बात है. मैं अपने पति से बहुत परेशान हो गयी थी क्योंकि वो मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते थे और जल्दी ठंडे हो जाते थे. क्योंकि मेरे पति का हथियार बहुत छोटा था, सिर्फ तीन इंच का और बहुत ही पतला था. मेरी हॉट चुत चुदाई की आग में जलती रह जाती थी और कुछ भी नहीं कर पाती थी. मैं बस तड़प कर रह जाती थी. पर मैंने ऐसे ही जीना सीख लिया था. मैं चुदाई की आग में अपनी खूबसूरती भी खोती जा रही थी. मेरे पति हफ्ते में एक बार ही मेरे साथ सेक्स करते थे. और मुझे तो रोज चुदाई करने की जरूरत महसूस होती थी. मैं अपनी गर्म चूत में कभी खीरा तो कभी मोमबत्ती डाल कर उसकी प्यास बुझाती थी. चुदाई में मेरे नकारा पति से भी कुछ नहीं होता था.