Gaand Chudai – बहन का लौड़ा -42
अभी तक आपने पढ़ा..
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माँ की अन्तर्वासना ने अनाथ बेटे को सनाथ बनाया-1
प्रेषिका : शिखा शर्मा
मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर पेश करती हूँ अपने एक दोस्त की चुदाई की दास्तान, जो कि वैलेंटाइन्स-डे के दिन घटी। एकदम नई उत्तेजक गर्म कहानी।
उसने बताया कि ‘आज किस डे है.. और मैं तुम्हारे साथ इस दिन को मनाना चाहती हूँ।’
हैलो डियर … मेरी ये सेक्स कहानी काल्पनिक है, इसका किसी से कोई लेना देना नहीं है.
कहानी का पहला भाग : सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगी-1
यह सेक्स कहानी सविता भाभी की उस चुदाई की है.. जब वो सौन्दर्य प्रतियोगिता जीत चुकी थीं और पुरूस्कार में ट्रॉफी के अतिरिक्त दो दिन किसी हिल स्टेशन पर बिताने का मौका भी दिया गया था।
उसके बाद तो हम दोनों ही पहरों आपस में एक दूसरे का हाथ थामें बतियाते रहते। पता नहीं एक दूजे को देखे बिना हमें तो जैसे चैन ही नहीं आता था।
Das Saal Bad Sahi Chudai Hui
सम्पादक – इमरान
कमरे में आने के बाद मैंने उसे बिस्तर पर लेटने का इशारा किया, दरवाज़ा बंद किया और कुण्डी लगा दी।
दोस्तो, मैं अर्पित सिंह एक बार फिर से अपनी अधूरी प्रेम कहानी की आगे की दास्ताँ ले कर हाज़िर हुआ हूँ।
हाय दोस्तो, मेरा नाम सुमीत है, मैं पुणे में रहता हूँ. मेरी उम्र 23 साल है. मैं आपको अपने कुछ कपल्स के साथ हुई शानदार सेक्स की घटनाओं में से एक पुणे के अविवाहित कपल के साथ किए गए सेक्स की घटना बता रहा हूँ
विशाल लोगान
सिकदा प्रियंका के पास आई तो प्रियंका खड़ी हो गई और अपनी मैक्सी को कमर तक उठा ली।
फिर रोहित, जिसका मुंह सन्जू के सीने पर था, ने सन्जू की बायीं चूची के निप्पल को अपने मुंह में ले लिया और लगा चूसने! सन्जू को गुदगुदी हुई पर वो कुछ नहीं बोली।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : राहुल
दोस्तो, मैंने अपनी पिछली कहानी में बताया था कि कैसे मुझे रोहन ने आधा अधूरा चोद दिया और उसके बाद हम दोनों अपने-अपने घर चले गए। घर जाकर मैं रोहन और आज की घटना के बारे में सोचने लगी।
Mera Hansta Khelta Sukhi Parivar-3
ये वाकया करीब डेढ़ एक साल पुराना है, इसको मैंने अप्रैल में लिखना शुरू किया था मगर अपनी व्यस्तता के कारण पूरा नहीं कर पाया. मेरी पिछली कहानी
दोस्तो, इससे पहले की मेरी कहानी ‘नौकरानी को उसके यार से चुदवाने में मदद‘ में मैंने रेखा को एक रूसी (रशियन) के यहाँ काम पर लगाने का जिक्र किया था। यह कहानी करीब 25 साल पहले की घटनाओं पर आधारित है, इस कहानी में मैं रेखा के बताये अनुसार उसके और रूसी के बीच अंतरंग सम्बन्ध कैसे बने और दोनों के बीच क्या क्या हुआ, विस्तार से बताऊँगा।
यह कोई कहानी नहीं लिख रही हूं यह वो सच्चाई है जो मैंने जी है; बस इसमें मैं अपना नाम बदल रही हूं. मेरा नाम वन्द्या है, मेरे मम्मी पापा बहुत गरीब हैं, घर कच्चा बना है.
नेहा वर्मा एवं शमीम बानो कुरेशी