कामवासना पीड़िता के जीवन में बहार-1
एक औरत कामवासना के वशीभूत हो क्या क्या कर गुजरती है, मेरी इस कहानी में पढ़ें!
एक औरत कामवासना के वशीभूत हो क्या क्या कर गुजरती है, मेरी इस कहानी में पढ़ें!
इमरान
यह तो ऋषि वात्सयायन का बहुत भला हो जिन्होंने काम शास्त्र की रचना कर के भारतवासियों और विदेशी पंडितों को काम कला के नए तरीके सिखाए और काम कला के साथ जुडी सैंकड़ों भ्रान्तियाँ दूर की।
सविता की सिसकारियाँ सुन मेरा भी मूड बनने लगा था, पर मैंने ऐसा कुछ उन दोनों के सामने ज़ाहिर नहीं किया।
मेरा नाम आशीष है, आज मैं आपको अपने जीवन की वो घटना बताने जा रहा हूँ जिसे मैं कभी भूल नहीं सकता, उन दिनों मैं बनारस विश्व-विद्यालय में बी.कॉम कर रहा था। हमारे ग्रुप में चार दोस्त थे- अमन, साहिल, सूरज और मैं।
रोनी सलूजा
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जस्सी अपनी कुंवारी चूत चुदवाने आई
मेरा नाम मनप्रीत है, मैं पंजाब का रहने वाला हूँ.
यह उस समय की बात है जब मैं 20 साल का था। मैं तब लॉ की पढ़ाई कर रहा था।
माला चित होकर लेट गई, मैंने उसे उसी तरह डिल्डो से चोद दिया जैसे मैं खुद चुदी थी।
लेखिका : कमला भट्टी
लेखिका : शमीम बानो कुरैशी
मेरा नाम राहुल है। मैं गोरा तो ज्यादा नहीं हूँ, पर कसरती बदन जरूर है। मेरी आयु इस वक्त तेईस साल है और मैं गुजरात के गांधीनगर में एक छोटे से परिवार का नौकर हूँ।
शाम को साढ़े पांच बजे घर पहुंचा तो मामी रसोई में चाय बना रही थी, उनसे पता चला कि उस दिन मामा को ओवर टाइम के लिए रुकना पड़ेगा इसलिए वे सुबह छह बजे के बाद ही घर आयेंगे।
अब तक आपने पढ़ा..
मैंने हालात के आगे आत्मसमर्पण करते हुए सामूहिक चुदाई को स्वीकार कर लिया था। शायद मैं खुद भी ये सब चाहती थी, तभी तो मैंने ऐसी मजेदार चुदाई पाकर मुंह से विकास का लंड निकाला और कहा- वाह..! आज तो सच में मजा ही आ गया।
इस भाग में आप पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी सगी बुआ को चोदा! या बुआ ने मुझे चोदा!
मेरा नाम कविता है मै 19 साल की हूँ मै अपनी सेक्स कहानी आपको बताती हूँ. जब मेरे भइया मोंटू ने मुझे पहेली बार चुदाई का मजा चखाया .
गब्बर- बसंती, चड्डी उतार !
हाय फ्रेंड्स मेरा नाम उमर सलमान ख़ान है, हिमाचल में रहता हूँ। मैं अपनी चचेरी बहन की चूत चुदाई की कहानी बता रहा हूँ।
मेरा नाम सुरेश है और मैं नोएडा में अपने परिवार समेत रहता हूँ। मेरे एक ही चाचा हैं और वो हमसे अलग घर में रहते हैं। उनकी शादी को लगभग पंद्रह साल हो चुके हैं और दो बच्चे भी हैं। पहले हमारी और चाचा जी की कोई खास बातचीत नहीं होती थी क्योंकि मेरे चाचा की काफ़ी उँची पोस्ट थी। वे हमारे मुक़ाबले में काफ़ी अमीर थे, इसी वजह से चाचा और चाची काफ़ी घमंडी थे और हमसे बात करना पसंद नहीं करते थे।
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मेरी इस हिंदी एडल्ट स्टोरी के पहले भाग