छप्पर फाड़ कर-2
मैंने उसके उरोजों को सहलाना शुरू किया। उरोज क्या थे दो रुई के गोले थे। सुगंधा के उरोज तो इसके सामने कुछ भी नहीं थे। मेरा लिंग पजामें में तंबू बना रहा था। मैंने उरोजों को जोर जोर से मसलना शुरू किया तो उसके मुँह से कराह निकली।
मैंने उसके उरोजों को सहलाना शुरू किया। उरोज क्या थे दो रुई के गोले थे। सुगंधा के उरोज तो इसके सामने कुछ भी नहीं थे। मेरा लिंग पजामें में तंबू बना रहा था। मैंने उरोजों को जोर जोर से मसलना शुरू किया तो उसके मुँह से कराह निकली।
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दोस्तो.. आप अब तक कहानी को धैर्य और उत्साह के साथ पढ़ रहे हैं, और पढ़ ही नहीं रहे हैं बल्कि कमेंट के जरिये मेरा हौसला भी बढ़ा रहे हैं, इसके लिए मैं आप लोगों का शुक्रगुजार हूँ।
मेरे दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार! मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ मुझे स्टोरी पढ़ने का बड़ा शौक है। मैं मुम्बई का रहने वाला हूं।
लेखिका : नेहा वर्मा
हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम सम्राट है, मेरी उम्र 24 साल है. यह मेरी पहली कहानी है, यह कहानी मेरी और मेरे दोस्त की मम्मी की है.
दोस्तो, मैं आप को अपनी सहेली मीरा की कहानी सुनाने जा रही हूँ। इसमें उसने मुझे जो बताया उसे सुन कर मैं दंग रह गई कि क्या कोई पति अपनी पत्नी के साथ ऐसा भी कर सकता है।
हेल्लो दोस्तो… मेरा नाम रंजन है, मैं दिल्ली से हूँ, एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ। मैं यहाँ अपने चचरे भाई के साथ कालकाजी में रहता हूँ।
दोस्तो, मैं संजना लुधियाना वाली, आप सबके लिए एक नई कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी बिल्कुल काल्पनिक है। यह सिर्फ़ उन लड़के-लड़कियों के लिए है, जिनके कोई गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड नहीं हैं और वो इस कहानी को पढ़ कर अपने हाथ से अपनी काम की भूख शांत करेंगे। इसमें कोई ग़लत बात भी नहीं है क्योंकि मैं भी छोटी उम्र से ऐसा ही करती रही हूँ, तो मस्ती कीजिए..!
दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार और सभी मोटे-मोटे मस्त मम्मों वाली भाभियों आंटियों और मेरे लंड की दीवानी लड़कियों को मेरे लंड की सलामी देता हूँ।
हैलो दोस्तो.. मैं अरुण एक बार फिर से आप सब बंदों और बंदियों का पानी निकालने के लिए एक नई स्टोरी आप सभी के सामने लाया हूँ। इससे पहले आपने मेरी पिछली कहानी पढ़कर मुझे अपने सुझाव भी दिए जो मुझे बहुत अच्छे लगे। साथ-साथ कुछ लड़कों से दोस्ती भी हुई है.. जो मुझसे कह रहे हैं कि मैं उनकी भी स्टोरी को लिख कर पोस्ट करवा दूँ।
Ghar ke Laude-6
दोस्तो, मैं फिर हाजिर हूँ अपनी नई कहानी लेकर!
हिंदी सेक्स स्टोरीज की सबसे बड़ी और अच्छी साईट अन्तर्वासना के प्यारे पाठको, मैं 2004 से यानि पिछले 13 साल से अन्तर्वासना स्टोरीज पढ़ रहा हूँ. उस वक्त इस साईट पर हफ्ते में सिर्फ 4-5 स्टोरीज या इससे भी कम स्टोरीज आती थी लेकिन अब हर रोज 5 रंग बिरंगी स्टोरीज पढ़ कर बड़ा आनन्द आता है.
अन्तर्वासना के पाठको, मैंने अभी अभी अन्तर्वासना की कामुक कहानियों को पढ़ना शुरू किया है। मुझे इस पर प्रकाशित होने वाली कहानियों ने अपनी कहानी लिखने को रास्ता दिखा दिया है.. जो कि मेरे मन में बहुत दिन से थी.. कि मैं अपनी सच्ची दास्तान किसी से कह सकूँ।
बॉस ने मेरी चूची चूसते हुए रुक कर कहा- अच्छा हुआ आकांक्षा कि तुमने मेरी इस कुतिया बीवी को भी चुदवा दिया। अब मैं खुल कर तुम्हारे साथ चूत चुदाई का खेल सकूंगा।
लेखक : अमन सिंह
दोस्तो, काफी समय के बाद आपसे मुलाकात हो रही है. कुछ व्यस्त रही लेकिन आपके प्यार भरे मेल लगातार आते रहे उसके लिये आपको बहुत बहुत शुक्रिया.
हाय अन्तर्वासना के चाहने वालो,
एक ही बिस्तर पर मैं और वो मेरी अनजान दोस्त लेट गए थे पर जब तक उसकी सहमति न हो तब तक मुझे कुछ भी करने से डर लग रहा था।
अब तक आपने पढ़ा..
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम सुभान है.. आज मैं अपनी जिंदगी की एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि आप सभी को मेरी यह कहानी पसंद आएगी।
उसके बाद तो हम दोनों ही पहरों आपस में एक दूसरे का हाथ थामें बतियाते रहते। पता नहीं एक दूजे को देखे बिना हमें तो जैसे चैन ही नहीं आता था।
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अब तक आपने पढ़ा कि मैं अपने भाई के लैपटॉप पर भाई भाभी की सेक्स वीडियो देख रहा था।