जीजा ने मुझे रंडी बना दिया-2
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पापा मेरी चूत को कुछ देर चाटने के बाद ऊपर उठे और मेरे बूब्स को मसलते हुए मेरी गर्दन को चूमने लगे, मेरी आँखें मस्ती से बंद होने लगी।
अगले दिन से मैं अलग कमरे में सोने लगी। भाभी अब भैया के साथ सो रही थीं। मुझे घर में रहते हुए बीस दिन से ज्यादा हो गए थे। भाभी अब मुझसे थोड़ा चिढ़ने लगी थीं।
अब तक की इस नोनवेज स्टोरी में आपने पढ़ा था कि पूजा अपने मामू संजय के लंड से मस्ती से चुदाई करवा रही थी.
मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मुझे लगा कि चाची चुदवाने को राजी है पर जब मैंने लंड बाहर निकला तो चाची मुझे धमकाने लगी.
दोस्तो, मेरी बीवी का नाम रुखसार है, जब हमारा निकाह हुआ तो वह बहुत घरेलू लड़की थी, वह केवल सलवार सूट पहनती थी और चुप और शान्त रहती थी, ज्यादा बात नहीं करती थी।
दोस्तों, मेरी कहानी सम्भोग : एक अद्भुत अनुभूति पर आपके इतने मेल आए कि क्या कहूँ। सबको मैं जवाब नहीं दे पाया इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। पर मैं सबको धन्यवाद कहता हूँ और खुद को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि मेरी कहानी आपको पसंद आई।
सुबह के करीब 10 बजे थे, लेकिन भाभी की चुदाई के बाद मुझे नींद सी आ रही थी, मैं एक बार फिर से सो गया।
दोस्तो, नमस्कार !
हैलो दोस्तो, कैसे हो आप सभी.. मैं अन्तर्वासना का 5 साल पुराना पाठक हूँ। मैंने यहाँ पर बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं। आज मैं आपको अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। मुझको उम्मीद है कि सबको मेरी कहानी पसंद आएगी।
लेखक : संजय शर्मा उर्फ़ संजू
जूही परमार
आप सबको शीलू का प्रणाम!
प्रेषक : सोनू चौधरी
आप सभी देवियों सज्जनों का धन्यवाद कि मेरी कहानी का पहला भाग इतना पसंद किया आप सबने, आपने पढ़ा कैसे मेरे चचेरे भाई सोनू ने पहली बार मेरी गांड की सील तोड़ी, दर्द भी बहुत दिया और जब मुझे लंड का मज़ा महसूस होना शुरू हुआ तो कैसे तीन धक्कों में झड़कर मुझे प्यासी छोड़कर सो गया।
हैलो दोस्तो, यहाँ कहानी मेरी एक पड़ोसन की है, उसने मुझे बताई थी, आपके सामने पेशा है उसी के शब्दों में:
दोस्तो, मैं आपका और सिर्फ़ आपका के के.. आपके सामने आपनी एक कहानी पेश कर रहा हूँ. पहले मैं थोड़ा अपने बारे में बता दूँ. मैं राजकोट, गुजरात का रहने वाला एक सुपर सेक्सी ब्वॉय हूँ.. जो हर वक़्त सेक्स करना चाहता है. मैं 25 साल का हूँ. मेरा जिस्म एकदम मस्त है और लंड का साइज़ 8 इंच है.
हाय दोस्तो, मैं करण, मैंने पहले भी एक बार एक कहानी “चुदाई या छुप्पम-छुपाई” लिखी थी। मुझे कुछ लोगों के उत्तर भी मिले थे पर उतने अधिक नहीं। हो सकता है कि शायद ज्यादा लोगों को मेरी कहानी पसन्द नहीं आई हो, अगर आज की कहानी अच्छी लगे तो कृपया अवश्य लिखें।”
रोहन ने लंबी सांस लेते हुए कहा- कविता, आज तुम मुझे पसंद करने लगी हो इसलिए मैं और मेरी आदतें तुम्हें अच्छी लग रही हैं, पर जब तुम मुझे पसंद नहीं करती थी, तब भी मैं तुम्हें चाहता था।
दोस्तो, आपने मेरी काल्पनिक कहानी पढ़ी, आशा करता हूँ कि आपको पसंद आई होगी.
प्रेषक : उमेश
यह उन दिनों की बात है जब मुंबई में बार-डांस जोरों से चल रहा था। मेरी बीवी मायके गई हुई थी। ऑफिस से आने के बाद घर पर करने को कुछ नहीं होता था। मेरे कुछ दोस्तों को डांस बार जाने की आदत थी। कई बार उन्होंने मुझे साथ आने को कहा पर मेरी हिम्मत नहीं होती थी। हाँ इच्छा जरूर होती थी।
हाय जानू…
नंगी देखा किसी और को चोदा कटरीना को-1