पहली बार गांड मरवाने का सुख
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प्रिया कुतिया बन जाती है.. पैरों को ज़्यादा चौड़ा कर लेती है जिससे उसकी चूत का मुँह खुल जाता है।
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा सादर प्रणाम!
दोस्तो, पिछले भाग में अपने पढ़़ा कि आंटी ने किस तरह मुझसे चुदाई करवाई. अब आप आगे की दास्ताँ सुनिए :
हालांकि मेरे दिमाग में
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Bhavana Ka Yaun Safar-2
दोस्तो, यह मेरी पहली गे सेक्स स्टोरी है हिंदी में… मेरी स्टोरी एकदम सच्ची है।
मेरा नाम राज है मेरी उम्र 23 साल हो गई है। मैं बॉडी-बिल्डर कम कॉल-बॉय ज्यादा हूँ क्यूंकि मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है।
हैलो दोस्तो.. मैं मनीष.. उम्मीद है आपको मेरी पहली कहानी पसंद आई होगी। जैसे कि मैंने बताया था कि मैंने अपनी ममेरी बहन को कई बार चोदा.. और एक बार उसके पीरियड्स भी मिस हो गए.. यानि वो गर्भवती हो गई थी। तब उसकी छोटी बहन नेहा को भी इस बारे में पता चल गया और उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया था।
अभी तक आपने पढ़ा कि हम दो सहेलियां थाईलैंड के न्यूड बीच पर मस्ती करने आई हैं.
जब मैंने दस बारह खूब तगड़े धक्के ठोके, तो वो पागल सी होकर मुझ से पूरी ताक़त से लिपट गई, उसकी गर्म गर्म तेज़ तेज़ चलती सांस सीधे मेरे नथुनों में आ रही थी, चूत से रस छूटे जा रहा था।
अभी तक आपने पढ़ा…
यह सेक्स कहानी सविता भाभी की उस चुदाई की है.. जब वो सौन्दर्य प्रतियोगिता जीत चुकी थीं और पुरूस्कार में ट्रॉफी के अतिरिक्त दो दिन किसी हिल स्टेशन पर बिताने का मौका भी दिया गया था।
प्रेषक : एस पी
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जुबैदा को देखने के बाद किसी भी आदमी की भूख-प्यास मर जायेगी, वो ऐसे ही यौवन भार सजी हुई थी ! उसकी भरी उभरी छाती, भरपूर नितम्ब, लचकदार चाल देख कर बड़ों बड़ों के होश उड़ जाते थे। कोई भी जुबैदा को देखता तो उसके जहन में सबसे पहले यही बात आती कि काश इसकी कया को भगने का अवसर मिल जाए ! किशोर, युवा, प्रौढ़ हो या वृद्ध, जुबैदा की मस्त चुदाई करने की ही सोचता था, जुबैदा थी ही ऐसी !
आदाब दोस्तो.. मेरी पिछली कहानी ‘मैं चूत और गान्ड मरवा कर रण्डी बनी’ तो आपने पढ़ी ही होगी.. उसमें मेरी जमकर चुदाई हुई थी। सबसे ज्यादा तो हरामी सोनू ने ही की थी और मेरी नंगी तस्वीरें भी खींची थीं।
सम्पादक जूजा
सभी पाठकों को हिमांशु बजाज का हृदय से प्रणाम! गुरू जी और अंतर्वासना पाठकों के साथ सम्बंध इतना गहरा हो चुका है कि ज्यादा दिन अब दूर रहा नहीं जाता. इसलिए एक बार फिर से पाठकों के समक्ष एक नई कहानी लेकर आया हूँ.
प्रेषक : अजमेर-बॉय
मेरी पिछली कहानी
प्रेषक : गुरदीप
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम महेश कुमार है अभी तक आपने मेरी कहानियों में मेरे बारे में जान ही लिया होगा। सबसे पहले तो मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मेरी सभी कहानियाँ काल्पनिक हैं, जिनका किसी के साथ कोई भी सम्बन्ध नहीं है अगर किसी को ऐसा लगता है तो ये मात्र ये एक संयोग ही होगा।