रैगिंग ने रंडी बना दिया-25 Desi Chudai
अब तक की इस देसी चुदाई स्टोरी में आपने पढ़ा था कि राधा काका के लंड से चुदने के लिए पूरी नंगी हो गई थी और काका राधा का मदमस्त फिगर देख कर हतप्रभ रह गए थे।
अब तक की इस देसी चुदाई स्टोरी में आपने पढ़ा था कि राधा काका के लंड से चुदने के लिए पूरी नंगी हो गई थी और काका राधा का मदमस्त फिगर देख कर हतप्रभ रह गए थे।
मेरा नाम विजय है, मैं द्वितीय वर्ष का छात्र हूँ। मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ वह गत वर्ष ग्रीष्मकाल की है।
अनीता को रॉकी ने अपनी बांहों में उठाया और अनीता ने उसके गले में हाथ डाले, रॉकी उसको लेकर बेडरूम चला गया।
दोस्तो… मैं सिज़लिंग सोना कहानी के तीसरे भाग में अपनी गांड की चुदाई बता रही हूँ, आशा करती हूँ कि पिछले भागों की तरह आपको यह भाग भी काफी पसंद आएगा।
इस सेक्सी कहानी के पिछले भाग
हेलो, मैं हूँ गोपी ! जी हाँ, मैं ही हूँ आपकी जानी पहचानी नाजुक सी, सदा खिलखिलाती सी गोलू मोलू सी गोपी भाभी !
समस्त पाठकगण को मेरा नमस्कार। आज आपको मैं एक ट्रेवल एजेंसी का किस्सा बताता हूँ। यह ट्रेवल एजेंसी हमारी माया नगरी मुम्बई के अँधेरी इलाके में थी।
यह कहानी हमारे ही मोहल्ले में राशन की दुकान चलाने वाले असगर मियां की है। उम्र है करीब 60 साल। सफ़ेद लंबी दाढ़ी, मगर एक बलिष्ठ बदन! देख कर लगता है कि जवानी में खूब कसरत की होगी। बीवी का इंतकाल हुए बरसों हो गए। बच्चे सब अपने अपने काम धंधे में लगे हैं, इसलिए मियां असगर अकेले ही रहते हैं। दुकान के पीछे ही उनका घर है, घर क्या बस दो कमरे हैं।
इस सेक्सी कहानी के तीसरे भाग में आपने अब तक पढ़ा कि मुझे झाड़ियों में दो लड़कों ने चोदने की नीयत से पकड़ लिया था. मगर किस्मत से मैं छूट गई थी और मेरी पेंटी न मिली तो मैं बिना पेंटी के चली आई. इधर शादी में मुझे वे लोग मिल गए, जिनके आ जाने के कारण मैं झाड़ियों में चुदने से बच गई थी. वे लोग मेरी पेंटी लिए थे और उसमें से एक ने मुझे एकांत में बुलाया.
जब मैने गौरी की बड़ी बहन रानी और बड़े भाई से सब गुप्त ज्ञान ले लिया तो मुझे भी चूत और गांड मारने की इच्छा होने लगी। अब बस मैं गौरी के बारे में ही सोच रहा था की किसी दिन वो मेरे पास सो जाए। क्योंकि गौरी की बड़ी बहन की बात मेरे मन में घर कर गई थी। अब तो गौरी मुझे और भी अच्छी लगने लगी थी। बस अब तो मैं गौरी की चूत को और गांड को मारना चाहता था। पर ऐसा हुआ नही। क्योंकि उसके मम्मी और पापा बहुत सख्त है।
फोन लेकर कम्मो बहुत खुश नजर आ रही थी. हम रेस्तरां के केबिन में बैठे थे.
मैं अपने बॉयफ्रेंड से जी भरके चुदना चाहती थी वो भी अपने पति के सामने बिना किसी हिचकिचाहट और डर के. आप पढ़ कर मजा लें कि मेरा बेचारा पति कैसे मेरी चुदाई देख रहा था.
प्रेषिका : नीनू
हेल्लो दोस्तो, अब एक नई कहानी लेकर आया हूँ, यह वाकया मेरे साथ दिल्ली में हुआ।
अन्तर्वासना पर चुदाई की कहानी के पाठक दोस्तो,
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो, मैं सूरत से हूँ, मेरा नाम रोहन है, 24 साल का हूँ, दिखने में स्मार्ट और शारीरिक रूप से बलिष्ठ हूँ. मेरा कद 5 फुट 10 इंच का है. मेरा लंड 7 इंच लंबा 3 इंच मोटा है. मैं शुरू से ही सेक्स में ज़्यादा इंटरेस्ट लेता था.
इमरान
प्रेषक : आशीष सिंह राजपूत
अब मैंने घुटने से थोड़ा हल्के से जोर दे रही थी। इससे दीदी को कुछ महसूस हुआ.. तो वो जगी.. आँखें खोलीं.. मेरी ओर देखा और फिर मुझे चिपक कर सो गईं।
यह चाची की चूत की चुदाई की कहानी मेरी पहली सेक्स स्टोरी है, कोई गलती लगे, तो माफ कीजिएगा।
मेरा नाम निलेश है, मैं मुंबई में रहता हूँ और मार्केटिंग का काम होने की वजह से मैं हमेशा घूमता रहता हूँ।
मैं अनिल एक बार फिर हाजिर हूँ. आप सभी पाठकों को मेरा सादर नमस्कार. आपने मेरी पिछली कहानी
संता नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया।
अब तक आपने स्वाति की सैम और रेशमा से करीबी के बारे में जाना, फिर रेशमा का उसके भाई के साथ सेक्स संबंध पढ़ा, और अब स्वाति भी सेक्स सुख की दहलीज पर आ खड़ी हुई है, अपने अतीत और प्रथम सहवास की कहानी खुद स्वाति अपने मुंह से सुना रही है..