मेरी चालू बीवी-60
सम्पादक : इमरान
सम्पादक : इमरान
हेल्लो दोस्तों !
दोस्तो, मेरा नाम शुभम है और मैं चंडीगढ़ से हूँ. मेरी उमर 23 साल की है. मैं दिखने में स्मार्ट हूँ और मेरा रंग साफ़ है. मेरे लंड का साइज़ साढ़े छह इंच का है.
कुछ दिन पहले की बात है, मुझे पता चला के हमारे पड़ोस में जो चावला आंटी रहती हैं, उनको उनके ही घर में पी जी रह रहे एक नीग्रो लड़के के साथ सेक्स करते उनके पति ने पकड़ लिया, घर में बहुत हंगामा हुआ, चावला अंकल ने तो आंटी को पीट भी दिया।
हैलो दोस्तो, कैसे हैं आप सब लोग..
अन्तर्वासना पर चूत में लंड की सेक्सी कहानी पढ़ने के शौकीन मेरे प्यारे दोस्तो,
कमल प्रीत
मेरी उम्र जब जवानी की हठखेलियाँ लेने लगी तब पहली बार मैंने अपने पापा को मम्मी की चुदाई करते देखा तब मेरे मन में अपने ही पापा से चुदवाने की इच्छा जाग उठी.
लेखिका : स्वाति
प्रेषक : जोर्डन
लेखिका: दिव्या रत्नाकर
तभी सुनील ने मेरी कमर पकड़ी और मुझे अपनी गोद में खींच लिया और बोला- आज तो देख ही लिया जाए, तुम आगे-पीछे, ऊपर-नीचे से कितनी अच्छी हो..!
मैं अक्षत भोपाल से मैं अन्तर्वासना का काफ़ी समय से पाठक रहा हूँ। इसने प्रकाशित कहानियाँ मेरी नस-नस में उबाल ला देती है। मैं 28 साल का हूँ दिखने में ठीक-ठाक हूँ। बस सिर पर आगे की तरफ बाल थोड़े कम हैं।
दोस्तो, अब तक आपने पढ़ा कि कैसे मुझे भाभी के भोसड़े के दीदार का लाभ मिला।
फिल्म वाली मैडमों की खुले में चूत चुदाई
प्रेषक : रमेश सिंह
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं अभी आपको गुजरात के सूरत में अपनी एक दोस्त पायल की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ। अभी मैं उसकी चुदाई से निपटा हूं और अब कल के बारे में सोच रहा हूं जब उसका पति अपना काम करके वापस लौटेगा। पायल के कहने से मैं उसके भाई कादोस्त बनने को तैयार तो हो गया हूं, पर मन में यह डर बना रहा कि यदि उसका पति मेरी इस पहचान से संतुष्ट नहीं हुआ तो एक नई मुसीबत खडी हो जाएगी। यही सोचते हुए मुझे नींद आ गई।
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दोस्तो, मेरा नाम मोहित है और मैं लखनऊ शहर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र बीस वर्ष है और वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक (ग्रेजुएशन) कर रहा हूँ।
समय का पता ही नहीं चला और 6 बज़ गए मैं भाभी को चोद कर हटा ही था कि हमें घंटी की आवाज़ सुनाई दी।
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यह कहानी मुझे एक पाठक ने भेजी थी, अन्तर्वासना डॉट कॉम में प्रकाशित करवाने के लिए… नाम और इमेल गुप्त रखने की शर्त पर…
प्रेषक : राज
सम्पादिका: श्रीमती तृष्णा लूथरा
एक दिन पापा मुझे शॉपिंग कराने ले गये और ढेर सारी सेक्सी ट्रांसपेरेंट छोटी छोटी ड्रेस खरीद कर दी। मैं घर पहुंचकर उन सभी कपड़ों को बारी बारी से पहन कर पापा को दिखाने लगी। उन सेक्सी कपड़ों में देखकर पापा की आँखों में लाल डोरे तैरने लगे, वे बोले- पिंकी आज रात हमें एक पार्टी में जाना है।