भाभी की चूत चुदाई की थ्योरी और प्रेक्टीकल
बहुत खुशी हो रही है आज ज़िंदगी में पहली बार एक दिन में इतने मेल आए, आप सबके प्यार के लिए आभारी हूँ जो आप लोगों ने मेरी कहानी
बहुत खुशी हो रही है आज ज़िंदगी में पहली बार एक दिन में इतने मेल आए, आप सबके प्यार के लिए आभारी हूँ जो आप लोगों ने मेरी कहानी
तन के मिलन की चाह बडी नैसर्गिक है। सुन्दर स्त्री की देह से बढ़कर भ्रमित करने वाला और कुछ पदार्थ इस संसार में नहीं है। मेरे पिता ईसाई, माता हिन्दू ! मुझ पर हिन्दू संस्कारों की छाया अधिक पड़ी। मेरा विवाह मेरी मां की पसन्द के एक हिन्दू घराने में हुआ। पत्नी यौवन में नव दाम्पत्य के दिनों में सभी को बहुत भाती है और सर्वांग सुन्दरी लगती है। कालांतर में मुझे दूसरी स्त्रियां भी आकर्षित करने लगी। विवाह के बाद दूसरी स्त्रियों से बात कर लेने में कोई शक़ भी नहीं करता है।
सम्पादक – जूजा जी
इस कहानी में सिर्फ़ नाम बदले गए हैं।
मेरे प्रिय अन्तर्वासना के पाठको, कृपया मेरा अभिनन्दन स्वीकार कीजिये !
लड़कपन में मैं बुरी संगत में रहकर बिगड़ गया था, लड़कियों की नंगी तस्वीरें देखना.. गन्दी बातें करना.. टॉकीज़ में एडल्ट फ़िल्म देखना.. ये सब किया करता था।
कहानी का पहला भाग : मेरी पहली मांग भराई-1
गर्ल्स लेस्बियन सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि एक लड़की अपनी सहेली की चूत चुदाई अपने यार से करवाना चाह रही थी. उसने सहेली के साथ समलिंगी सेक्स करके उसे तैयार किया.
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्यार और नमस्कार।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि काका ने पड़ोस की बहू राधा की चुत को जबरदस्त चोदा था। उधर राजू ने भी मोना की चुत को चाट-चाट कर झड़ा दिया था।
आशा करता हूँ कि मेरी यह कहानी आप लोगों को बहुत पसंद आएगी और यदि कहानी पसंद आई तो मुझे मेल करियेगा, मैं और कहानियाँ आप लोगों की सेवा में पेश करता रहूँगा!
सारे दोस्तों को मेरा नमस्कार…
लेखक : मिथिलेश
कहानी का पहला भाग: नव विवाहिता की कामुकता को अपने लंड से शांत किया-1
मैं राजवीर सिंह अपनी पहली इंडियन सेक्स स्टोरी लेकर आप सबके सामने आया हूँ. मेरी उम्र अभी 30 साल की है. ये बात करीब आठ साल पहले की है, जब मैं पटना में रहता था और एक ऑफिस में काम करता था. रोज शाम को मैं 6 बजे ऑफिस से घर जाने के लिए निकलता था.
प्रेषक : ऐनीव्हयर लण्ड
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है.. जो एकदम सच्ची है, मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी कहानी पसंद आएगी।
🔊 यह कहानी सुनें
रवि
हैलो दोस्तो.. आपने मेरी कहानी पढ़ी कि कैसे मैंने अपनी बुआ की सील तोड़ी और उसके बाद मुझे कई ईमेल्स भी मिलीं।
अब तक आपने पढ़ा..
शहजादा सलीम- हमारी अम्मी, अब्बू हमसे इतना प्यार करती थी कि हमें सुलाने के लिए वो सारी रात जागते रहते थे और फिर भी हम नहीं सोते थे….
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं आप लोगों की तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ जो आप ने मुझे इतना प्यार दिया… आम लोग तो प्यार से दूसरों को पलकों पे बिठाते हैं पर आप लोगों ने मुझे उससे भी ऊँचा दर्जा दिया और मुझे अपने लंड पर बिठा लिया, इसके लिए मैं आपको और आपके लंड दोनों को शुक्रिया कहना चाहूँगी।
अब तक आपने पढ़ा..
अब तक आपने पढ़ा कि मैं मामी के साथ यौन क्रियाएँ करने लगा था.. जिसका वे मजा तो ले रही थीं.. तब भी अभी हम दोनों के बीच एक मौन छाया हुआ था।