बीवी की सहेली की बेटी
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मैंने अपनी बीवी की विधवा सहेली की तड़प को शान्त किया।
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मैंने अपनी बीवी की विधवा सहेली की तड़प को शान्त किया।
मैं देविका हूँ, उम्र 24 वर्ष और लम्बाई 5 फ़ुट 3 इन्च। मैंने अपने बॉब हेयर कट करवा रखे थे। मैं दुबली पतली पर आकर्षक लगने वाली युवती हूँ। मैं मुम्बई की एक निजी कम्पनी में पीए हूं। आईये आपको मैं बताती हूँ कि मुझे कम्पनी में कैसे प्रोमोशन मिला।
वो मेरे कान मरोड़ते हुए कहने लगी- कमीने.. मैं भैंस दिखती हूँ तुम्हें.. जो मेरे 42 के होंगे.. खैर.. इन सब बातों में मैं तुम्हें तुम्हारा गिफ्ट देना ही भूल गई।
बसंती नौकरानी की सील तोड़ी
मेरे दोस्तो, मैं आपकी अपनी प्यारी प्यारी प्रीति शर्मा… मैं दिल्ली में रहती हूँ। पति का काफी अच्छा बिजनेस है, बेटा भी अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने पापा के साथ ही काम करने लगा है। बेटी अभी छोटी है और कॉलेज में पढ़ती है, जवान है, बहुत खूबसूरत है।
दोस्तो! मेरा नाम दीपक है, मैं 26 साल का हूँ. मेरी लम्बाई 6 फीट और 1 इंच है. मैं देखने में काफी गोरा हूं और मेरी लम्बाई की वजह से मेरी पर्सनेलिटी भी अच्छी दिखाई देती है.
अब तक आपने पढ़ा..
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम नेहा यादव है. मैं बहुत ही सेक्सी लड़की हूँ. मैं एक दो बार अपनी दूसरी सहेली के भाई से चुद चुकी हूँ, लेकिन ये कहानी कुछ अलग है. ये कहानी मेरे बेस्ट फ्रेंड के भाई के बारे में है. मेरी सहेली, जो मेरी बेस्ट फ्रेंड है, मैं उसके भाई से चुदी हूँ. वो मुझे पसंद करता था और हम दोनों ने कैसे एक दूसरे के साथ सम्बन्ध बनाए और कैसे एक दूसरे के जिस्म को मजा दिए. मैं ये आपको अपनी इस कहानी में बताउंगी.
प्रणाम दोस्तो, मैं हूँ हनी (बदल हुआ नाम) मैं एक पंजाबन हूँ मेरा शहर अमृतसर है, मेरी उम्र है अठाईस साल। मैं एक बच्ची की माँ भी हूँ, मैंने बी.सी.ए के बाद दो साल की एम.एस.सी-आई टी की!
एक बार इरफ़ान अपनी सलमा के साथ अपनी सुसराल में गया।
लेखिका : नेहा वर्मा
कहानी : अनुष्का शर्मा
नमस्कार दोस्तो, मैं पिछले आठ सालों से अन्तर्वासना का पाठक हूँ, मैंने बहुत सेक्स कहानी पढ़ी हैं. अब अपनी लाइफ की एक घटना आप से शेयर करना चाहता हूँ.
दोस्तो, मेरा नाम अरविंद शर्मा है और मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं अन्तर्वासना को 2007 से पढ़ रहा हूँ। मैं पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ, काम की व्यस्तता के चलते और कुछ झिझक के चलते मैं आप को अपनी आपबीती नहीं सुना सका। मगर आज मैं आपको अपनी आपबीती सुना रहा हूँ।
दोस्तो, मैं अपूर्व शर्मा अपनी ज़िन्दगी की नई सेक्स कथा के साथ फिर हाज़िर हूँ। बहुत सारे लोगों ने मेरी पिछली कहानी ‘एक शाम अनजान हसीना के नाम‘ जो अन्तर्वासना डॉट कॉम पर प्रकाशित हुई थी, को बहुत सराहा है। मैं उन सब लोगों का दिल से आभारी हूँ।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को वंशिका का प्यार भरा नमस्कार, मैं पिछले 4 साल से अन्तर्वासना की पाठिका हूँ.. यहाँ पोस्ट की हुई कुछ कहानियाँ अच्छी व सच्ची होती हैं.. तो कुछ बिलकुल ही झूठी प्रतीत होती हैं.. तब भी उनको पढ़ कर उत्तेजना बहुत बढ़ती है।
इस कहानी के पात्र व घटनाएँ काल्पनिक हैं।
हाय दोस्तो… कैसे हो जी.. मस्त ना.. मस्त ही रहना!
सबसे पहले मैं अन्तर्वासना का धन्यवाद करूँगा जहाँ मेरी कहानी
कहानी का पिछला भाग : किस्मत खुली, चूत फटी-1
कुछ साल पहले की बात है, मैं दिल्ली में बस से महिपालपुर से कनाट प्लेस जा रहा था, समय लगभग शाम के सात बजे रहा होगा, सर्दी होने की वजह से अँधेरा जल्दी हो गया था।
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प्रेम गुरु की कलम से….
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अन्तर्वासना की क़हानियां चार साल से पढ़ रहा हूँ. आज मैं अपनी जीवन की पहली चुदाई की कहानी आपको सुनाने जा रहा हूँ… जिसमें मैंने अपने किरायेदार रिंकू भाभी की दो दिन तक जमकर चुदाई की.
दोस्तो, मैं अरुण एक बार फिर से आपसे मुखातिब हूँ।