मस्त शाम और कुसुम जैसा ज़ाम
प्रेषक : मोहित रोक्को देसी बॉय
प्रेषक : मोहित रोक्को देसी बॉय
मैं अन्तर्वासना का पिछले तीन साल से पाठक हूँ !
हिंदी सेक्स कहानी की सबसे मस्त साईट के पाठको.. आप सबको मेरा नमस्कार!
मेरे प्रिय पाठको, यह एक ताज़ी ताज़ी घटना है जिसमें मुझे अन्तर्वासना की एक और पाठिका को चोदने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
अन्तर्वासना पढ़ने वाले सभी को नमस्कार..
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हिन्दी फुल सेक्सी कहानी में पढ़ें कि बड़ी उम्र के आदमी से चुदकर मेरी तसल्ली हो गयी. मैं जानती थी कि अभी वो और चुदाई करेंगे. लेकिन इस बार मेरी गांड …
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अब तक की इस जवान लड़की की चुदाई स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय ने सुमन की चुत को चूस कर उसे झड़ा दिया था लेकिन अब वो सुमन की चुत पर अपना लंड घिसने लगा. ये अनायास ही होने लगा था तो सुमन चौंक उठी क्योंकि उसे चुदवाना नहीं था.
मेरा नाम मनीषा है मैं दिल्ली की रहने वाली हूं। मैं दिखने में एकदम मस्त हूं। मेरा साइज 32 36 38 है, मेरा बदन एकदम चिकना है।
फ़िल्मी सामूहिक चोदन जारी रहा
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम राना है. मैं कई सालों से अन्तर्वासना पर कहानी पढ़कर अपने लंड की प्यास बुझाता हूँ.
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प्रेषक : समीर शेर
काफी समय के बाद मैं आपके सामने हाजिर हूँ। मैं अन्तर्वासना को धन्यवाद देता हूँ कि यह साइट मेरी कहानियों को आपके सामने लाई।
मैं संजय, अन्तर्वासना के पाठक एवं पठिकाओं यानि लंड वालों और चूत वालियों को नमस्कार करता हूँ! मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ अक्सर पढ़ता हूँ! कुछ तो सच्ची लगती हैं, कुछ केवल मनोरंजन के लिए ही हैं!
अन्तर्वासना के पाठकों का मैं एक बार फिर से स्वागत करता हूँ अपनी अगली कहानी में..
प्रेषक – राज कुमार
मैं रश्मि शर्मा आप पाठकों के लिए अपनी सच्ची सेक्स कहानी लिख रही हूँ. मजा लीजिये.
दोस्तो, पिछले भाग में आपने मेरी और रूचि की घमासान चुदाई पढ़ कर अपनी लौड़े जरूर हिलाए होंगे..
मेरा नाम रोहित है, उम्र 22 साल है। मैं आपके सामने एक घटना लाया हूँ, यह बात मेरी मम्मी की सहेली सुनीता की है।
मित्रो नमस्कार … मैं ज्ञान, 25 वर्षीय हाज़िर हूँ इलाहाबाद यू पी, से अपनी दूसरी कहानी ‘प्यासी भाभी को रफ सेक्स की चाहत’ लेकर … मेरी पहली कहानी
मां और उसके दोनों बेटे आपस में चुदाई करने के बाद बाथरूम में गए और नहाने के बहाने फिर से कई बार अलग-अलग मुद्रा में चुदाई की. फिर सब कपड़े पहनकर सामान्य माँ-बेटों की तरह तैयार हो गए क्योंकि मयूरी के घर आने का वक्त हो चला था. थोड़ी देर में मयूरी घर आई और अपने कमरे में चली गयी. कमरे में वो और उसके दोनों भाई अकेले थे. और थकान के कारन शीतल अपने कमरे में आराम कर रही होती है. मयूरी अकेले में अपने भाइयों से पूछती है: