लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-21
सुहाना की बात पर हम दोनों ने उसे गांड और चूत दोनों के मजे साथ साथ लेने पर बधाई दी।
सुहाना की बात पर हम दोनों ने उसे गांड और चूत दोनों के मजे साथ साथ लेने पर बधाई दी।
नमस्ते दोस्तो, यह मेरी जिंदगी की एक बिल्कुल सच्ची कहानी है। गोपनीयता बनाये रखने के लिए इसमें पात्रों के नाम बदले गए हैं।
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दोस्तो, मेरा नाम रॉय है, मैं जोधपुर का रहने वाला हूँ । मैं 22 साल का हूं, मेरा कद 6 फ़ीट है और दिखने में मैं बहुत आकर्षक हूं। मेरा लण्ड 6.5 इन्च का है और किसी भी लडकी या औरत को सन्तुष्ट करने का माद्दा रखता है। आज तक बहुत लड़कियों, भाभियों और आण्टियों को चोद चुका हूँ।
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मैं सोच रही थी कि बेहोशी में ही सही, पापा जी का लम्बा और मोटा लंड मेरी चूत में जा चुका है।
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बसंती के जाने के बाद तीन दिन तक कुछ नहीं हुआ। मैं हर रोज़ उसकी चूत याद करके मुठ मारता रहा। चौथे दिन मैं अपने कमरे में पढ़ रहा था। लेकिन एक हाथ में लण्ड पकड़े हुए! और तभी सुमन भाभी वहाँ आ पहुंची। झटपट मैंने लण्ड छोड़ कपड़े ठीक किए और सीधा बैठ गया।
कहानी पढ़ने वाले सभी पाठकों को प्रतिभा का नमस्कार. मैं और मेरे पति बहुत दिनों से इस साईट पर चुदाई की कहानी पढ़ रहे हैं. कुछ औरतों की लिखी कहानियां भी पढ़ीं, उनसे प्रभावित होकर मैंने भी कहानी लिखने की सोचा, तो पति ने भी अनुमति दे दी.
चूतनिवास
मेरा नाम सोनी है. मेरी उम्र पच्चीस साल है, मैं एक काल सेंटर में काम करती हूँ. मैं एक छोटे से गाँव के रहने वाली थी लेकिन पहले पढ़ाई और फिर नौकरी के लिए शहर में आ गयी. लेकिन मेरे मां बाप अभी भी वहीं गाँव में रहते हैं. वो शहर आते नहीं हैं और मैं गाँव जाती नहीं हूँ. पढ़ाई के बाद मुझे शहर में ही नौकरी मिल गयी और मैंने काल सेंटर ज्वाइन कर लिया था.
प्यारे पाठको !
प्रेषिका : स्लिमसीमा
हेलो दोस्तो,
जैसा कि आप जानते हैं कि सेक्स की भूख कभी कम नहीं होती। यही हाल मेरा था।
प्रेषक : नीरज़ गुप्ता
थोड़ी देर बाद पीटर का वीर्य मेरे चेहरे और आखों पर गिर गया। मैंने पीटर से वीर्य को पीटर से ही लंड से मल लिया और फिर आराम से पीटर के लंड को चूसने लगी। वहीं पीटर भी मेरी चूत को अपने होंठों से तार-तार कर रहा था। उधर सविता ने भी अब्दुल की पीठ को कस कर पकड़ लिया और अब्दुल को चूमने लगी।
हाय पाठको !
प्रेषक : अशोक कुमार
संता सुपरमार्केट में घूम रहा था…
मैं : ना मौसी ना ! मेरी फ़ट जा गी ! तू मन्ने बख्श दे ! मन्नै नी लेणे मज़े !
हैलो फ्रेंड्स, मैं अन्तर्वासना का बहुत ही बड़ा फैन हूँ और मैं हर रोज इसकी कहानियाँ पढ़ता हूँ और मुठ मारता हूँ.
मैं रीता हूँ मेरे पति का नाम अतुल है। मेरे पति चाहते हैं कि मैं उनका लौड़ा चुसूं और पूरी नंगी होकर सेक्स में तरह तरह के खेल करूँ। इस बात को लेकर अक्सर मेरी उनसे लड़ाई हो जाती थी। मुझे लौड़ा चूसने से बड़ी चिढ़ थी मुझे लौड़ा चूसना बहुत गन्दा काम लगता था।
हैलो दोस्तो, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है, आशा करता हूँ कि आप सबको पसंद आएगी।
नमस्कार दोस्तो, आप मेरी कहानियाँ को पढ़कर मुझे और कहानियाँ लिखने के लिए उत्साहित कर रहे हो। उसके लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूँ। आपके द्वारा मेरी कहानी पढ़ कर मुझे ईमेल करने से मुझे आप लोगों की राय पता चलती है।