ग्रुप सेक्स के नए जोड़ीदार-4
दोस्तो… आपको मेरी कहानियाँ पसंद आती हैं, आपके ढेर सारे मेल इसका सबूत हैं, धन्यवाद!
दोस्तो… आपको मेरी कहानियाँ पसंद आती हैं, आपके ढेर सारे मेल इसका सबूत हैं, धन्यवाद!
मैं उठी और घर के काम निपटाने के साथ-साथ मैं सूरज और रोहन (सबसे छोटा देवर) दोनों पर ही नजर रखे हुए थे, क्योंकि मैं समझ गई थी रोहन भी मेरे लिये आहें भरता ही होगा।
सम्पादक – इमरान
मैंने अन्तर्वासना पर प्रकाशित बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं. इनमें से मुझे कुछ हिंदी सेक्स स्टोरीज तो बहुत ही हॉट लगीं, जिनको पढ़ कर मुझे कई कई बार मुठ मारनी पड़ी. इस तरह की कामुक देसी चुदाई कहानियों को पढ़ने के बाद और काफी सोचने के बाद आज मैं भी अपनी देसी चुदाई की कहानी लिख रहा हूँ.
लेखिका : कमला भट्टी
इस कहानी में एक पति के cuckold मतलब वो व्याभिचारी पति जिसको अपनी बीवी को दूसरे से चुदते देखने में ख़ुशी मिलती है.. बनने की दास्तान है। कैसे एक बिल्कुल घरेलू बीवी पति के कहने पर चुदक्कड़ बीवी बन कर गैर मर्द के साथ दिल खोल कर सेक्स के मज़े लेती है।
नमस्ते दोस्तो, मेरी जीवन की पहली कहानी अन्तर्वासना पर प्रकाशित हुई तो मुझको बहुत अच्छा लगा. कुछ लोगों ने मुझको मेल करके बताया कि मेरी कहानी उनको काफ़ी मस्त लगी.
अब तक आपने स्वाति की सैम और रेशमा से करीबी के बारे में जाना, फिर रेशमा का उसके भाई के साथ सेक्स संबंध पढ़ा, और अब स्वाति भी सेक्स सुख की दहलीज पर आ खड़ी हुई है, अपने अतीत और प्रथम सहवास की कहानी खुद स्वाति अपने मुंह से सुना रही है..
नमस्कार दोस्तो, मैं राहुल … भूल तो नहीं गए? दरअसल कुछ निजी कारणों के चलते थोड़ा व्यस्त था, इसलिए कहानी का अगला भाग लिखने में देरी हुई, इसके लिये मैं माफी चाहता हूँ.
अब तक आपने हेमा की जुबानी इस कहानी में जाना था कि सुरेश का लंड रात को देखने को मिला तो उसको मजा आ गया।
प्रेषक : अमित
दोस्तो, मैं आपकी प्यारी सेक्सी कामुकता से भरपूर बिलकीस बानू… उम्मीद करती हूँ कि आप लोग मुझे भूले नहीं होंगे। आपको तो याद ही होऊँगी.
विशाल लोगान
Hum to Aapka Dudh Piyenge-1
Samne Vali Khidki mein
अब तक आपने पढ़ा..
न्यू अन्तर्वासना कहानी में पढ़ें कि मेरी सास को अस्पताल में दाखिल होना पड़ा और मैं उनकी सेवा के लिए रात को वहीं रुकती. ऐसे में मेरी चूत लंड लंड पुकार रही थी.
मेघा यूँ तो किशोर अवस्था को अलविदा कर चुकी थी। उसमें जवानी की नई नई रंगत चढ़ रही थी। इसमे मेघा की सहेलियों का बड़ा हाथ था। उनकी चुलबुली बातों से मेघा का दिल भी बहक उठता था। वो भी कभी कभी शाम की ठण्डी हवाओं में कहीं सपनों में गुम हो जाया करती थी। उसे लगता था कि कोई राजकुमार जैसा मनभावन युवक उसके कोमल अंगों को सहला जाये, उसे मदहोश बना जाये, उसके गुप्त अंगों से खेल जाये। आँखें बन्द करके उसी सोच में उसकी योनि भीग जाया करती थी, अपनी योनि को दबा कर वो सिसक उठती थी। यूँ तो रात को वो चैन की नींद सोती थी पर कभी कभी सपने में वो बैचेन हो उठती थी, उसे लगता था कि उसकी कोमल योनि में कोई लण्ड घुसा रहा है, उसे चोदने की कोशिश कर रहा है। पर उसे चुदाने का कोई अनुभव नहीं था सो बस वो उसे वो सुखद अनुभव नहीं हो पाता था।
प्रेषक : अक्षय राठौर
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं आप लोगों की तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ जो आप ने मुझे इतना प्यार दिया… आम लोग तो प्यार से दूसरों को पलकों पे बिठाते हैं पर आप लोगों ने मुझे उससे भी ऊँचा दर्जा दिया और मुझे अपने लंड पर बिठा लिया, इसके लिए मैं आपको और आपके लंड दोनों को शुक्रिया कहना चाहूँगी।
Achanak Ho Gai Bhabhi Ki Chudai-1
तन के मिलन की चाह बडी नैसर्गिक है। सुन्दर स्त्री की देह से बढ़कर भ्रमित करने वाला और कुछ पदार्थ इस संसार में नहीं है। मेरे पिता ईसाई, माता हिन्दू ! मुझ पर हिन्दू संस्कारों की छाया अधिक पड़ी। मेरा विवाह मेरी मां की पसन्द के एक हिन्दू घराने में हुआ। पत्नी यौवन में नव दाम्पत्य के दिनों में सभी को बहुत भाती है और सर्वांग सुन्दरी लगती है। कालांतर में मुझे दूसरी स्त्रियां भी आकर्षित करने लगी। विवाह के बाद दूसरी स्त्रियों से बात कर लेने में कोई शक़ भी नहीं करता है।
दसेक दिन पहले की बात है, अचानक अन्तर्वासना की कहानियों को पढ़ने का मन किया। क्योंकि मेरी पिछली कहानी के बाद मैंने अन्तर्वासना पर कोई भी कहानी नहीं पढ़ी थी।
नमस्कार दोस्तो,
दोस्तो,