पाठिका संग मिलन-3
🔊 यह कहानी सुनें
🔊 यह कहानी सुनें
चार महीने हो चुके, आज मिलने की घड़ी आने वाली है; शाम को 8 बजे घर पहुँच जाऊँगा। घर वालों से मिलने के अलावा इस बात की ज्यादा ख़ुशी है कि शादी के बाद पहली बार घर जा रहा हूँ।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
🔊 यह कहानी सुनें
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के प्यारे पाठको,
मैं तो पागलों की तरह उस मस्त लंगड़ी घोड़ी की गांड देख रहा था, अचानक मेरे मुख से लार की धार ठीक उनकी नंगी गांड पर गिरी. गर्म लार गिरते ही दीदी ने पीछे घूम कर देखा और एकदम दंग रह गई. उनकी मस्तानी गांड की नंगी नुमाइश लगी हुई थी. दीदी जल्दी से कील से स्कर्ट बाहर निकलने की कोशिश करने लगीं. स्कर्ट कील में बुरी तरह फंस गई थी और स्कर्ट नहीं निकल रही थी.
मैं संजय, अन्तर्वासना के पाठक एवं पठिकाओं यानि लंड वालों और चूत वालियों को नमस्कार करता हूँ! मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ अक्सर पढ़ता हूँ! कुछ तो सच्ची लगती हैं, कुछ केवल मनोरंजन के लिए ही हैं!
नमस्कार दोस्तो, मैं रवि एक बार फिर इस सेक्सी हिंदी चुदाई स्टोरी साईट अन्तर्वासना पर आपका स्वागत करता हूँ!
अब तक आपने पढ़ा कि राज अंकल और जगत अंकल के साथ हम लोग कार में मानकपुर जा रहे थे. छोटी सी कार में हम सात लोग घुसे से बैठे थे. जगत अंकल मेरी जांघ पर हाथ फेरते हुए मेरे कान में फुसफुसा रहे थे कि मैंने उनको पंद्रह दिन तक खुली छूट देने का वायदा किया था.
दोस्तो, मेरे पिछली कहानी
नमस्कार दोस्तो, अब तक आपने कविता के स्कूल टूर के दौरान बस में हो रही बातों के बारे में पढ़ा।
मैं राज दिल्ली से हूँ। मैं एक कंप्यूटर इंजिनियर हूँ, और यहाँ जॉब करता हूँ। यह नोन वेज स्टोरी मेरे जीवन की एक महत्वपूर्ण घटना है जिसे मैं आज आप सबके साथ शेयर करना चाहता हूँ। मैं पहली बार अपनी कहानी पेश कर रहा हूँ। आप मेरे किरदार और उनकी परिस्थिति को समझ सकें, उसके लिए बीच बीच में आस पास की चीज़ों का अंदाज़ा लगवाने की कोशिश मैं करूँगा।
🔊 यह कहानी सुनें
भाभी मुझसे लगभग बारह साल बड़ी थी। मैं उस समय कोई 18-19 साल का था। घर पर सभी मुझे बाबू कह कर बुलाते थे।
हैलो दोस्तो, मेरा नाम कृष्णा है मैं ग्वालियर का रहने वाला हूँ और मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ।
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम, यह मेरी पहली हिंदी सेक्स की कहानी है।
प्रेषक : राज वानखेड़े (बदला हुआ नाम)
चाय पीने के बाद मैं चेंज करने अपने कमरे में आ गया। तब तक रानी ने भी चेंज कर लिया था। मैं वापस रानी के रूम में आ गया। थोड़ी देर तक हम एक दूसरे की बांहों में बैठकर टीवी पर कार्टून और मिस्टर बीन देखते रहे। तब तक खाना भी बन गया था और पी जी के बाकी लोग भी वापस आने लगे थे।
यह कहानी किसी और ने मुझे भेजी है, आप उसी के शब्दों में इस कहानी का आनन्द लें।
Akhir Chud Hi Gai Nakhrili Sali
Pahle Pyar ki Nashili Chudai-2
हम दोनों एक-दूसरे को चुम्बन करने लगे और एक-दूसरे के कपड़े उतारने लगे। थोड़ी देर में ही हम दोनों बिल्कुल नंगे हो चुके थे। उसने मेरे लण्ड अपने हाथों से पकड़ा और अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।
प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा
अब तक आपने पढ़ा कि मेरी बड़ी मामी जो मेरी ही उम्र के आस-पास की थीं और मेरा उनको चोदने का बड़ा मन था।
मैं आप सबसे क्या बोलूँ.. मेरा नाम अमित है। मैं गाज़ियाबाद से हूँ.. 27 साल की उम्र है। ये बात आज से 2 साल पुरानी है। आप को सच लगे या झूठ.. पर ये आप सब जानो.. मैं सिर्फ सत्य ही लिख रहा हूँ।