पड़ोस की जवान लड़की की चुदाई
अर्न्तवासना के पाठकों को साहिल का प्रणाम! प्रिय पाठको, अर्न्तवासना पर यह मेरी पहली कहानी है देसी लड़की की बुर चुदाई की.
अर्न्तवासना के पाठकों को साहिल का प्रणाम! प्रिय पाठको, अर्न्तवासना पर यह मेरी पहली कहानी है देसी लड़की की बुर चुदाई की.
एक बार एक 80 साल का बूढ़ा अपनी बीवी की तसल्ली कराने के इरादे से एक केमिस्ट की दुकान पर पहली बार वायग्रा या वियाग्रा खरीदने गया।
सर्वप्रथम आप सभी को मेरी ओर से प्यार भरा नमस्कार!
दोस्तो, मैं आपकी इकलौती लाडली प्यारी चुदक्कड़ जूही एक बार फिर अपनी चूत की दास्तान लेकर प्रस्तुत हुई है।
दोस्तो.. मेरा नाम सन्नी आहूजा है। मैं रोहतक हरियाणा का रहने वाला हूँ। लोग कहते हैं कि मैं दिखने में स्मार्ट हूँ।
भैया ने ब्लाउज खुला रखने को कहा था इसलिए मैंने पल्लू से भी पूरी तरह नहीं ढका। मेरी समझ में यह नहीं आ रहा था कि मुझे कौन ज्यादा ताड़ रहा है, भाई या वो मर्द। वो मर्द मुझे ज्यादा भाने लगा, सोचा उसको आँखों में बसा लेती हूँ रात को उसी को याद कर के उंगली लूंगी और चुदने का मजा लूँगी।
जवानी के दौर में हर लड़के के दिमाग में चुदाई के अलावा कोई ख़याल आता ही नहीं है। यह वह समय होता है जब उसका लंड उसका सबसे प्रिय खिलौना होता है। मौका मिलते ही वो उसके साथ खेलने लगता है।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रणाम पाठको, आप सब मुझे बहुत प्यार देते हैं, कुछ वास्तविक जीवन में मिलकर प्यार अपने लंड को मेरी गांड में डालकर देते हैं।
अन्तर्वासना के मेरे सभी दोस्तों को अरुण का नमस्कार,
🔊 यह कहानी सुनें
जूजा जी
आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही कमरे में दाखिल हुई। “ये, यहाँ पर सब क्या हो रहा है?” रूही थोड़ा गुस्से में बोली।
प्रेषक : प्रेम सिंह सिसोदिया
प्रिय पाठको, मैं नील मुंबई से हूँ. अन्तर्वासना पर आज मैं अपनी पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ। अभी रात के 9 बज गए हैं मुझे मेरे जीवन का एक किस्सा याद आ रहा है। मुझे इस किस्से ने इतना अधिक उत्तेजित कर दिया है कि मैंने अपने पूरे कपड़े उतार दिए हैं और अब मैं पूर्ण रूप से नंगा हो गया हूँ। मैं अपने लण्ड को सहलाते हुए अपनी ये कहानी लिख रहा हूँ। मैं सच कह रहा हूँ कि मैंने इस कहानी में खुद को जिया है।
हाय मेरा नाम रुचि है, मेरी उम्र 22 साल है। मैं एक बहुत सुंदर और जवान युवती हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच है और मेरा रंग बहुत साफ़ है, मेरा जिस्म बिल्कुल किसी कारीगर की तराशी हुई संगमरमर की मूर्ति की तरह है, लोग मुझे इस डर से नहीं छूते कि मेरे शरीर पर कोई दाग ना लग जाए, मेरा फिगर 36-24-36 है और मेरी चूचियाँ मस्त गोल, सुडौल और सख्त हैं, गोरे रंग की चूचियों पर गहरे भूरे रंग की डोडियाँ !
अब तक पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मेरी सेक्रेटरी बिंदु ने मेरे साथ चुत चुदाई का खेल खेला और एक दिन उसने मुझे माँ बनने की बात कह कर मुझसे शादी करने का कहा.
वो दुल्हन ही क्या जिसके गाल लाल ना हों
कहानी का पिछ्ला भाग : अचानक ही चाची की चूत चोदने को मिल गई-1
दोस्तो, मेरा नाम राहुल है और मैं अन्तर्वासना की कामुक कहानियों का नियमित पाठक हूँ।
हाय दोस्तो.. आप सब के क्या हाल-चाल हैं? आपने मुझे थोड़ा भी रेस्ट नहीं लेने दिया.. मेरे पास कितने ईमेल आए कि नई कहानी जल्दी लिखो.. तो लो आप सब दोस्तों के लिए मैं नई कहानी लेकर आ गई..
मैं रामनगर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 23 वर्ष हो रही है। मेरे परिवार में मात्र तीन लोग रहते हैं, मैं, मेरी माँ और मेरी पत्नी!
नमस्ते मित्रो, मेरा नाम अभय है, मैं सूरत का रहने वाला हूँ।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
मैंने उससे पूछा- मैं कितनी देर तक सोता रहा? तो वो बोली करीब एक घण्टा !