कामदेव के तीर-4
घर में किसी के आने का कोई अंदेशा नहीं था, बड़ी निश्चिन्तता से सारा काम चल रहा था। मुझे नींद ने आ घेरा, कब सो गया पता ही नहीं चला!
घर में किसी के आने का कोई अंदेशा नहीं था, बड़ी निश्चिन्तता से सारा काम चल रहा था। मुझे नींद ने आ घेरा, कब सो गया पता ही नहीं चला!
कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि किस तरह मैंने अपने घर के सामने दीक्षा नाम की एक लड़की को पटा लिया और उसको चोदने की तैयारी में जुटा था।
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प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा
मेरा नाम फ़ातिमा है, उम्र अभी केवल 18 की है, मैं एकलौती हूँ मेरी अम्मी सायरा अभी केवल 34 साल की हैं। मेरे चाचाजान जो पास के ही एक छोटे से शहर में रहते हैं, अक्सर हमारे घर आया करते हैं, पर वे ज़्यादातर अम्मी के कमरे में ही घुसे रहते हैं। मुझे पहले तो कु्छ नहीं लगा पर एक दिन जान ही गई कि अम्मी अपने देवर यानि मेरे चाचा से ही फ़ुद्दी चुदवाने का पूरा मजा लेती हैं। मुझे बहुत आश्चर्य हुआ पर अजीब सा मजा भी मिला दोनों को देखकर।
बात उस समय की हैं जब मैं बारहवीं की परीक्षा पास करके अपने गाँव वापस आया। शहर में रहकर मैं बहुत बिगड़ गया था और चूत का आशिक बन गया था क्योंकि मैंने सुना था कि सांप और चूत जहाँ दिखे वहीं मार देनी चाहिए…
पिछले भाग में आपने पढ़ा:
सम्पादक : इमरान
वो समझ रहा था कि कमल मेरा पति है, मैंने भी नहीं बताया कि वो मेरा भाई है।
बाबा हरामी दास
आपने मेरी कहानी के दो भाग पढ़े।
सुशांत चंदन
Madam Ko Mera Hard Rock Pasand Aaya
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लेखक : सुनील पटेल
शाम को मैं घर से 8 बजे के करीब निकला और 10 मिनट में भाई साहब के घर पहुँच गया। मेरे पहुँचने तक खाना तैयार था, मैंने खाना खाया और कुछ देर टी वी देखने के बाद मैंने कहा- भरजाई जी, मुझे कहाँ सोना है?
मेरा नाम राज है। काफी दिनों से सोच रहा था कि मैं भी अपनी कहानी सबको बताऊँ। आखिर यहीं से कहानियाँ पढ़ के मैं भी बड़ा हुआ हूँ। यहीं मैंने मुठ मारना सीखा, यहीं से मेरी सोच में सारी औरतें और लड़कियाँ एक सी लगने लगीं, इसलिये आज मैं आप सबको अपनी कहानी सुना रहा हूँ।
प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
दोस्तो, मैं निशा, मैं आपके लिए अपनी दूसरी कहानी पेश कर रही हूँ, मैं 37 साल की हूँ, बरेली में रहती हूँ. मेरे पति फौज में हैं इसलिए मैं सेक्स की कमी से परेशान रहती हूँ।
प्रेषक : राजा गर्ग
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को राहुल का प्यार भरा नमस्कार। मैं पुणे का रहने वाला हूँ.. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मेरा इन्जीनियरिंग का आखिरी साल चल रहा है।
अब तक की इस चोदन कहानी में आपने पढ़ा था कि सुमन अपनी माँ से अपने इकलौते होने के कारण पर सवाल-जबाव कर रही थी.
प्रेषक : अजय सिंह
Dashehra par Strip Dance-1