क्या मैं अपनी पत्नी को धोखा दे रहा हूँ?
Kya Mai Apni Patni Ko Dhoka De Raha Hun?
Kya Mai Apni Patni Ko Dhoka De Raha Hun?
दोस्तो, नमस्कार !
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना
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नमस्कार दोस्तो, अब तक आपने कविता के स्कूल टूर के दौरान बस में हो रही बातों के बारे में पढ़ा।
इतिश्री सुप्रिया
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मेरा नाम निर्मल, जयपुर का रहने वाला हूँ, उम्र तीस साल है, मेरी लम्बाई 5 फुट 11 इंच है और मैं काफी खूबसूरत लगता हूँ। मैं काफी समय से अन्तर्वासना पर मेरे साथियों की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ। शायद वो सभी कहानियाँ मुझे सच्ची लगी क्योंकि जिन्दगी में ऐसा हो जाता है कि हम जिन्दगी के किसी न किसी मोड़ पर अपने ही आसपास के लोगों के साथ सम्बन्ध बना बैठते हैं।
सुनील ने मुझे राहुल से इतवार को मिलवाने का वादा किया था। मैं रविवार का इंतज़ार करने लगी और सोचती रही राहुल कैसा दिखता होगा, जिम में ट्रेनर है लोगों की बॉडी बनवाता है, तो उसकी खुद की बॉडी कितनी मस्त होगी, मैं दो दिनों तक दिन-रात यही सोचती रही।
शाहीन बाहर जाने लगी तो मैं बोल पड़ा, “नहलाया तो है ही नहींं?”
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सारिका कँवल
एक विदेशी सैलानी दिल्ली की गलियों में घूम रहा था।
मेरा नाम आदित्य है। मैं आगरा से हूँ। मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी.. उसका नाम काजल है, मैं उसको रोज़ देखता था, कभी कभार उसे मिस काल भी करता था, मेरे पास उसका फ़ोन नम्बर था।
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लेखक : मनीष शर्मा
कमरे में आने के बाद मैंने उसे बिस्तर पर लेटने का इशारा किया, दरवाज़ा बंद किया और कुण्डी लगा दी।
प्रेषक : शिमत
दोस्तो, मेरा नाम अर्पित है, उम्र छब्बीस वर्ष और मैं नोएडा का रहने वाला हूँ। दिखने में बिल्कुल सामान्य हूँ लेकिन अपनी काबिलियत से मैं हमेशा सबका चहेता रहा हूँ। मैंने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और बहुत ही अच्छी जॉब में हूँ, यह मेरी पहली सच्ची कहानी है, विश्वास है कि आप सभी को पसंद आएगी।
मेरी प्रिय साइट अन्तर्वासना पर हिन्दी सेक्स स्टोरी पढ़ने वाले मेरे दोस्तो, आप सबको मेरा प्यार भरा नमस्कार।
मेरे भैया के एक मित्र राजीव मुझे कम्प्यूटर पढ़ाया करते थे। रोज सवेरे स्कूल जाने से पहले मैं एक घण्टे के लिये वहाँ जाती थी। मैं बाहरवीं कक्षा की छात्रा हूँ। ऐसा नहीं है कि कभी मैं चुदी ही नहीं ! मैं कुछ दिन पहले भावना में बह कर अपने चाचा के लड़के से चुदा बैठी थी, बस तब से मेरी चूत इस छोटी सी ही उमर में आग का गोला बनी हुई थी। रात को अक्सर गन्दे ख्यालों से घिर कर मेरी चूत में से पानी निकल जाता था। मेरा मन हमेशा ही गन्दे और वासनायुक्त से विचलित होता रहता था। मैं साधारणतया एक गुलाबी रंग का स्ट्रेच टाईट्स पहनती थी और ऊपर एक कसा हुआ बनियान नुमा टॉप होता था। मुझे उस समय तक नहीं पता था कि मेरे चूतड़ों की गोलाइयाँ उस टाईट्स में बड़े गोल गोल और बीच में बम्बास्टिक गहराई दिखा करती थी। इसी अनजाने में जाने कितने लोगों की नजरे मेरे नक्शों को बड़े चाव से निहारती थी। इन सबका आनन्द लेने वालों में खुद राजीव भी एक था।
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श्रेया आहूजा का आप सभी को सलाम !
प्रेषक : रॉकी
मेरा नाम राहुल है (बदला हुआ नाम), मैं 29 साल का थोड़ा गोरा हूँ.. मेरी हाइट 5 फुट 9 इंच है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ. मैंने अभी आठ महीने पहले ही बंगलौर शिफ्ट किया है, इसके पहले मैं हैदराबाद की एक बड़ी कंपनी में काम करता था. फिलहाल मैं बंगलौर में ही रहता हूँ.
मेरी इंडियन सेक्स कहानी के पिछले भाग