पति की कल्पना-2
मैं भी मन ही मन में किसी और से चुदवाने के बारे में सोचने लगी थी। कोई हट्टा-कट्टा मर्द दिखाई दे तो लगता था- काश यह मुझे मिले और मैं इसके साथ मस्त चुदाई करूँ।
मैं भी मन ही मन में किसी और से चुदवाने के बारे में सोचने लगी थी। कोई हट्टा-कट्टा मर्द दिखाई दे तो लगता था- काश यह मुझे मिले और मैं इसके साथ मस्त चुदाई करूँ।
सोनिया की मम्मी-2 से आगे की कहानी
लेखक : रौनक मेहता
प्रेषक : कुमार बोसोन
अब मैं यह समझ चुका था कि भाभी सब कुछ चाहती हैं, लेकिन शर्म के मारे मुँह से बोल नहीं सकती।
नमस्कार दोस्तो, आज मैं आपके सामने अपने मन की बात कहने जा रहा हूँ, आपके जवाब का मुझे इंतजार रहेगा।
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मेरा नाम पंकज है। मैं 22 साल का एक बहुत ही आकर्षक बंदा हूँ।
हैलो फ्रेंडस.. मेरा नाम प्रीति सिंह है और मेरी सेक्स स्टोरी मैं आप लोगों को सुनाने जा रही हूँ.. यह मेरे जीवन का पहली बार का सेक्स था।
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घंटी बजी, दरवाजा खोला तो दूध वाला था।
सन्नी खान
अब तक आपने पढ़ा कि सुनील और महेश मुझे अपनी फोरचूनर गाड़ी में डाल कर मेरी जवानी को टच कर रहे थे. उन्होंने मेरी पेंटी उतार कर फेंक दी थी और मुझे चुदाई के लिए अपने बंगले पर ले जाने के लिए मेरी मम्मी से भी परमीशन ले ली थी. जबकि मेरी मम्मी को राज अंकल के जरिये उन दोनों ने ये बताया था कि मेरी तबियत ठीक नहीं है और मैं आराम करने उनके साथ उनके बंगले पर जा रही हूँ.
Teen Buddon Ne Meri Seal Todi-3
मेरी पत्नी को सेक्स बहुत पसन्द है और वो है भी बहुत खूबसूरत. बचपन और बाद में स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई के दौरान कर कुछ सेक्सी हरकत कर लेती रही, पर अपने अन्दर पनप रही कामाग्नि को खुल कर कभी हवा न दे सकी. बस कुछ शर्मा जाती. शादी के कुछ वर्ष वही हुआ … पति पत्नी के बीच दकियानूसी सा सेक्स होता. मैंने सोचा कि यह उसके अन्दर की कामकुता की भावना और उसके औरतपन के साथ नाइन्साफ़ी है.
दोस्तो, मेरी पिछली कुछ कहानियाँ बहुत सराही गई आप लोगों के द्वारा ! जिसमें
मैं तो शादीशुदा हूँ-1
अब तक आपने पढ़ा कि मेरी बहन वर्षा चाहती थी कि मैं उसकी नंगी जवानी को देख कर उसके नाम की मुठ उसके सामने ही मारूं।
मैं मुम्बई में रहता हूँ।
प्रेषक : सूरज कुमार जोशी
मेरे पास अब सोचने का समय नहीं था। किसी भी क्षण मेरा शेर वीरगति को प्राप्त हो सकता था, मैंने आगे बढ़कर अपना लिंग उसके स्तंनों के बीच की घाटी में लगा दिया।
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दोस्तो, आपने मेरी इस चुदाई की देसी स्टोरी में अब तक पढ़ा कि मैंने अपनी चचेरी बहन अनुराधा की टांगों में अपना लंड फंसा कर साथ बैठ कर खाना खाया, उसकी साँसें बहुत तेज चलने लगी थीं.
अभी तक मेरी हिन्दी सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि मैं अपने दोस्त के खाली घर में दो लड़कियों को चोदने के लिए ले गया. अभी एक कुंवारी लड़की की बुर में लंड घुसाया ही था कि मेरे दोस्त की बीवी वहाँ आ गई और थोड़ा नाराज होने के बाद वो भी हमारे चुदाई के खेल में शामिल हो गई.
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम !