जूही और आरोही की चूत की खुजली-34
पिंकी सेन
पिंकी सेन
मेरा नाम सोनू है, मैं गुजरात के उना (जूनागढ़) से हूँ। मैं अन्तर्वासना का पिछले तीन साल से नियमित पाठक हूँ। मेरी उम्र 25 साल की है और मैं दीव के पास रहता हूँ। मैं एक प्राईवेट ऑफिस में काम करता हूँ। मैं दिखने में सामान्य हूँ मेरा लंड काफी लम्बा है। जो कि किसी भी लड़की या भाभी के लिए मजेदार है।
प्रेषिका : रीता शर्मा
हाय दोस्तो, मेरा नाम नवदीप सिंह है और मैं हरियाणा से हूँ, इस साईट पर मैंने कई देसी सेक्स स्टोरी पढ़ी हैं, जिसमें ये भी लिखा होता था कि कहानी पढ़ने के बाद लोगों ने उस पर कमेंट किए और जिनमें कई लेडीज भी थीं. तो मैं देखना चाहता हूँ कि क्या वाकयी कमेंट आते हैं या सिर्फ बातें ही हैं, यही सोच कर मैं भी अपनी सेक्स स्टोरी लिख रहा हूं, कमेंट जरूर करना क्योंकि फ़िर आपको एक लेखक और मिल जाएगा.
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दोस्तो, कैसे हो आप सभी लोग? उम्मीद है इस वेबसाइट अन्तर्वासना डॉट कॉम के होते आप सभी को रोजाना परम आनन्द की प्राप्ति होती होगी।
आप सभी लण्ड मनचलों और गरमा-गरम चूतों को मेरा एक और प्रणाम।
Choot Ka Rasiya-3
पप्पू द्वारा उसकी माँ के बारे में बताई बात सुन कर नीता जल्दी से वो फटी बनियान अपने जिस्म पे ओढ़ कर फटी आँखों से पप्पू को देखने लगी. उसकी माँ को जिस हिसाब से पप्पू अंकल और उनके दोस्त ने मसला था.
नमस्कार प्रिय पाठको, मैं आदित्य, दिल्ली से एक बार फिर आप लोगों को अपनी कहानी सुनाने आया हूँ। मेरी पिछली कहानी
बुआ की छोटी बेटी मुझे पसन्द करती थी। उसकी आयु लगभग 23 साल की है, उसकी लंबाई करीबन 5 फीट 6 इंच और बॉडी टाइप 35-30-36 का है।
सम्पादक – इमरान
दोस्तों मैं सुदर्शन फिर आपके सामने हाजिर हूँ।
बात उन दिनों की है जब मेरा दाखिला कॉलेज में हुआ ही था। भैया अधिकतर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उन्होंने अपने पास मुझे शहर में बुला लिया था। उनके आये दिन बाहर रहने से भाभी बहुत परेशान रहने लगी थी। ऐसे में वो मेरा साथ पाकर खुश हो गई थी।
Sharirik Aakarshan Ya Prem
मेरे प्यारे दोस्तो.. मैं आप लोगों की तहेदिल से शुक्रगुज़ार हूँ.. जो आपने मुझे इतना प्यार दिया.. आम लोग तो प्यार से दूसरों को पलकों पर बिठाते हैं.. पर आप लोगों ने मुझे उससे भी ऊँचा दर्जा दिया और मुझे अपने लंड पर बिठा लिया। इसके लिए मैं आपको और आपके लंड दोनों को शुक्रिया कहना चाहूँगी..
हाय दोस्तो, मैं शाहिद एक बार फिर आपके सामने अपनी बीती बातें रखने आया हूँ।
मेरी मजेदार चुदाई की अगली क़िश्त
लेखिका : उषा मस्तानी
मेरे प्रिय मित्रो, मैं आपकी सहेली रूपा! मेरी पिछली कहानियाँ पढ़ कर आपको मेरी कामुकता था भली भांति अंदाज़ा तो हो गया होगा। आपको पता चल ही गया होगा कि मैं कितनी चुदक्कड़ औरत हूँ।
प्रेषिका/प्रेषक ?: पुष्पा सोनी/संजय ?
फ़िर जब मैं भाभी के घर गया तो उस समय लगभग दिन के २ बज रहे थे भाभी ने मुझे देखते ही कहा, कितनी देर से मैं तुम्हारी ही प्रतीक्षा कर रही थी, चलो मेरी आज मालिश करो। ये कह कर भाभी ने एक बोतल निकाली और मुझे दे कर कहा चलो अपना चेहरा घुमा लो, जिससे मैं अपने कपड़े उतार दूँ, मैने भाभी को अपनी तरफ़ खींचते हुए कहा अब किससे शरम कर रही हो? मैं उसके ब्लाउज़ को खोलने लगा। मैने धीरे धीरे उसका ब्लाउज़ को उतारा, भाभी ने काले रंग की ब्रा पहन रखी थी जो भाभी के गोरे बदन पर काफ़ी जँच रही थी। भाभी ने अपनी आँखें बंद कर दी थी अब मैने उनसे अपने दोनो हाथों को उठाने के लिए कहा, मेरी नजर भाभी की आर्मपिट पर पड़ी वहाँ पर एक भी बाल नहीं थे वो जगह काफ़ी सेक्सी लग रही थी मुझसे रहा नहीं गया मैने भाभी की आर्मपिट पर अपने होंठ रख कर चूसने लगा भाभी भी सिसकारियां भरने लगी और बोली पहले मालिश कर लो उसके बाद ये सब करेंगे।