जीजू ने दीदी को अपने दोस्त से चुदवाया
हैल्लो फ्रेंड्स!
हैल्लो फ्रेंड्स!
सम्पादक जूजा
हैलो मेरी प्यारी सेक्सी भाभियो.. आप सभी को अभि का लण्ड उठा कर सलाम..
इस कहानी के पिछले भाग में अब तक आपने पढ़ा कि आंटी यानि तनु की मम्मी ने अपनी आपबीती कहानी मुझे सुनाई और बताया कि कैसे उनके साथ जब वो गर्भ से थी, गलत काम हुआ, उस गलत काम से हुई मानसिक पीड़ा का असर उनके गर्भ में पल रही छोटी के दिमाग पर भी जरूर हुआ होगा.
Bahakte Zajbaat Dahakta Jism-2
लेखिका : दिव्या डिकोस्टा
दोस्तो, मैं फेहमिना एक नई कहानी के साथ आप सबके सामने हाज़िर हूँ। यह कहानी मेरे एक प्रशंसक ने भेजी है।
अब तक आपने बहन की इस चुदाई की कहानी में पढ़ा..
मेरा नाम राघव है, जयपुर से हूँ।
हैलो सेक्स स्टोरी पढ़ने वाले दोस्तो, मैं राजेश नवी मुंबई से हूँ। मेरी उम्र 21 साल है.. मैं पिछले कई सालों से अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरी पढ़ता आ रहा हूँ। मुझे इस तरह की हिंदी में चुदाई की कहानी पढ़ने में बहुत मजा आता है। मैंने सोचा कि मैं भी अपने साथ घटी एक सच्ची घटना को सेक्स स्टोरी के रूप में लिख कर आप लोगों को सुनाऊं।
अभी तक आप ने पढ़ा कि मैंने कैसे अपने दोस्त की बीवी को चोदने के लिये तैयार किया। अब आगे क्या होता है, ये जानने के लिये आगे पढ़ें।
Bahan Ke Sath Prem-leela-6
जिस्म सिर्फ जिस्म की भूख जानता है प्यार करना जिस्म की आदत नहीं ! एक से जी भर जाए तो दूसरी अँधेरी राहों में जिस्म की तलाश करता ही रहता है। यह कहानी है जज्बातों की, यह कहानी है उम्मीदों की, और यह कहानी है सच्चे प्यार की तलाश की…
सभी लड़कियों, भाभियों, को रोहित का प्रेम भरा नमस्कार!
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हाय जानू…
अब तक आपने हेमा की जुबानी इस कहानी में जाना था कि आज हेमा ने सुरेश का लंड जी भर का चूसा था और वो आज तृप्त हो गई थी।
नमस्कार दोस्तो, कैसे हो आप? मेरा नाम निखिल है, कानपुर का रहने वाला हूँ, अभी उच्च अध्ययन कर रहा हूँ। कॉलेज में मैं बहुत सी लड़कियों को चोद चुका हूँ। मेरी उम्र 23 साल है, कद 5 फीट 9 इंच है, अच्छा खासा व्यक्तित्व है। मेरा लंड आठ इंच लम्बा है और बहुत मोटा है।
अब तक आपने पढ़ा..
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नमस्कार मित्रो, मेरा नाम परीक्षित कुमार है।
‘हाँ, अंकल, मैं जल्दी ही उठती हूँ न, वो मोर्निंग वाक की आदत है! अपने लिए चाय बनाई तो सोचा कि आपको भी पिला दूँ… यहाँ आकर देखा तो आप अपनी सुबह वाली कसरत कर रहे थे! हा… हा… हा!’ कहकर वो हंसने लगी।
मेरी पीठ मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी के सीने से लगी हुई थी। मैंने अपना सिर पीछे की ओर करके उनके कंधे पर रख दिया। साढ़े-चार इंच ऊँची हील के सैंडल पहने होने से मेरा कद उनके कद से मेल खा रहा था। उनके हाथ मेरे सीने के दोनों उभारों को बुरी तरह मसल रहे थे। आईने में हमारा ये पोज़ बड़ा ही सैक्सी लग रहा था।
सम्पादक जूजा