चूत का कौमार्य लुटा बैठी एक लण्ड से
हे अन्तर्वासना के पटल आप महान हो.. जो इतने प्यासे लंड आपकी साईट पर मिलते हैं और हम जैसी चूत को भी मजबूरी में ये स्टोरी पढ़कर अपनी योनि शांत करने का बहाना मिलता है।
हे अन्तर्वासना के पटल आप महान हो.. जो इतने प्यासे लंड आपकी साईट पर मिलते हैं और हम जैसी चूत को भी मजबूरी में ये स्टोरी पढ़कर अपनी योनि शांत करने का बहाना मिलता है।
प्रेषक : रॉकी
प्रेषक : आसज़
अन्तर्वासना की आदरणीय पाठिकाओं एवं पाठकों को तृष्णा का अभिनंदन.
मेरा नाम संगीता है। मैं गुजरात के धोलका नामक शहर से हूँ. मेरा रंग गोरा, बदन 38-28-36 है, जिससे दिखने में तो कोई भी मुझे खूबसूरत कह सकता है।
मैं मुंबई का रहने वाला हूँ, मेरा कद 5 फ़ुट 9 इन्च है। मेरे शरीर का रंग गोरा है और 7″ का लंड है. मेरी उमर 26 साल है। मैं अपनी एक कहानी आप लोगों के सामने पेश कर रहा हूँ जो मेरे साथ एक हफ्ते पहले हुई थी। मेरे घर में सब शादी की तैयारी के लिए बाहर गए थे और मैं अकेला घर पर था।
सभी दोस्तों, भाभियों को मेरे खड़े लंड का प्यार भरा नमस्कार. दोस्तो, मैं सुंदर महाराष्ट्र से हूं. मेरी उम्र 46 साल है और मैं शादीशुदा हूँ. मैं दिखने में गोरा और स्मार्ट हूँ तथा मेरा शरीर कसरती होने के साथ 5’10” ऊंचा है. मैं डेली योगा, रनिंग और काफी एक्सरसाईज भी करता हूँ. लंड 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटे पाइप जैसा जाड़ा है. मेरे खुद के बड़े उद्योग, रिअल इस्टेट व्यवसाय, गाड़ियां, नौकर एवं बड़ी प्रतिष्ठा है. मुझे नेट से फीमेल फ्रेंडशिप करना बहुत अच्छा लगता है.
दोस्तो, मैं अर्पित एक बार फिर से आप के पास अपनी जिंदगी के कुछ यादगार लम्हे बांटने आया हूँ…
दोस्तो, जैसा कि आप जानते हैं मैं सुशांत पटना से हूँ। आपने मेरी अभी हाल में प्रकाशित दो कहानियाँ अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ीं.. इसके अलावा आप अन्तर्वासना की इस लिंक को क्लिक मेरी सारी कहानियों का लुत्फ़ ले सकते हैं।
सेक्स कैसे किया जाए.. अपने पार्ट्नर को कैसे अधिकाधिक सेक्स संतुष्टि दी जाए ये वो प्रश्न हैं जिसके ऊपर बहुत सी जगह पर टॉपिक स्टार्ट किए गए.. मगर कहीं पर भी इन पर तसल्लीबक्श उत्तर नहीं मिले।
दोस्तो, मेरा नाम विवेक है, घटनाकाल की उम्र 18 से 21 वर्ष, लम्बाई 5.10 फिट, रंग गोरा, शरीर स्वस्थ, लंड की लम्बाई उस वक्त 4.5 इंच, हालाँकि अभी 6.5 इंच है, मोटाई 3 इंच।
मैंने स्नेहा का चेहरा पकड़ा और चेहरा घुमाकर सीधा उसके होठों पर किस कर दिया और कसकर पकड़े रहा। स्नेहा आंखें खोलकर देख रही थी अब और उसकी साँसें अटक रही थी तब मैंने उसे छोड़ा। मगर इतना करने पर भी उसने कोई विरोध नहीं किया था।
प्रेषक : अनिल वर्मा
मैं 12 मार्च शुक्रवार को शाम की स्लीपर बस पकड़ कर आबू रोड आ गया। मैं 9.30 पर आबू रोड पहुंचा फिर नजदीक के सुलभ शौचालय में फ्रेश होकर नहाकर वापस बस स्टैंड आकर पहले हिम्मत को फोन किया.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार !
हेलो दोस्तो, मैं मोहित, आपको तहे दिल से और सभी कन्याओं और लड़कियों को लंड खड़ा करके नमस्कार करता हूँ।
अवधेश रिंकू
सम्पादक- इमरान
हॉट गॉय
सुन्दरी के साथ
मेरी तरफ से अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार!
आप “कानून के रखवाले” कहानी के ग्यारह भाग पढ़ चुके हैं !
अब तक आपने पढ़ा..
इस गर्म कहानी के पिछले भाग
प्रेषक : आदित्य पटेल