देसी राधा की सील पैक चूत
हैलो मेरा नाम समीर है लोग मुझे प्यार से राज कहते है, जोधपुर में रहता हूँ और एक बहुत बड़ी कंपनी में मार्केटिंग मैंनेजर हूँ।
हैलो मेरा नाम समीर है लोग मुझे प्यार से राज कहते है, जोधपुर में रहता हूँ और एक बहुत बड़ी कंपनी में मार्केटिंग मैंनेजर हूँ।
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कहानी का पिछ्ला भाग: दोस्त की भाभी ने चूत की पेशकश की-1
Bua Bhatiji Ka Choot Yuddh
लेखिका : आंचल शर्मा
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प्रेषक : ?
दोस्तो, मैंने अपने एक ग्राहक की बीवी को कैसे चोदा, यह बताता हूँ। यह मेरी ज़िन्दगी की सबसे मज़ेदार चुदाई थी।
लेखक : सन्दीप शर्मा
प्यारे दोस्तो, मैं लव शर्मा एक बार फिर हाज़िर हूँ. अपने जीवन के एक और सत्य घटनाक्रम को एक कहानी के माध्यम से आप तक पहुँचाने के लिए.
दोस्तो, आपने मेरी पहली कहानी पढ़ी
प्रेषक : संदीप शर्मा
सुबह के 3:30 बजे हुए थे मैं सो गया।
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम देव है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 27 साल है और हाइट 5 फुट 6 इंच है. लंड नपा तुला 6 इंच का है.
प्रणाम जी, सबको मेरा प्रणाम!
हैलो फ्रेंड्स मैं डी के.. आपको अपनी सारी कहानियों से अवगत कराऊँगा। ये कहानी तब की है.. जब मैं पोस्ट ग्रेजुयेशन कर रहा था.. वहाँ मेरी एक दोस्त थी, उसका नाम प्रियंका है और उसका फिगर 32-30-36 का एकदम मस्त है। उसका रंग भी गोरा है.. कॉलेज के शुरुआत से ही वो मुझे पसंद करती थी।
दोस्तो, एक बार फिर से मैं समर हाज़िर हूँ आपके साथ इस कड़ी की चौथा भाग लेकर!
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
मैंने कहा- अगले राउंड में विनय आंचल की चुत चोदेगा और हम सभी देखेंगे!
बॉलीवुड: कल्पना की उड़ान
आप इसे मेरी कहानी न समझें दरअसल मुझे एक महिला मित्र ने फेसबुक पर चैट के दौरान मुझसे कहा था कि यदि मैं उसकी इस फैंटेसी को कहानी बना कर लिखूँ तो उसको अच्छा लगेगा. अब मुझे नहीं पता कि उस महिला मित्र की यह कहानी कहाँ तक सच है पर यह बात मैं मानता हूँ कि इस दुनिया में ऐसे बहुत से नर मादा होते हैं जो रिश्तों को भूल कर आपस में सेक्स करते हैं.
‘नहीं, मैं ये सब नहीं करूँगी, मैं यहाँ फोटो शूट करवाने आई थी और तुम्हारी बातों में आकर मैं तुम्हारे सामने नंगी तक खड़ी हो गई और अब तुम अपना लौड़ा चूसने के लिये कह रहे हो?’
मुम्बई के एक एरिया में एक भाई रहता था, उस एरिया के सभी लोग उसे गबरू भाई कह कर बुलाते थे, उसक इलाके में उसी की हुकूमत चलती थी। उस एरिया में जो भी लफड़ा होता था, पुलिस से पहले उसे गबरू भाई की अदालत में ले जाया जाता था।
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार. आज मैं आप सबके सामने अपने जीवन की एक घटना पेश करने जा रहा हूँ. इस घटना को पढ़ कर आप सभी को तय करना ही होगा कि सामजिक परिस्थितियाँ किस प्रकार स्त्रियों को मजबूर करती हैं.
प्रिय अन्तर्वासना पाठको