फ़ेसबुक से मिली मालिनी भाभी की चुदाई-2
इस कहानी के पिछले भाग
इस कहानी के पिछले भाग
यह उस समय की बात है जब मैं 20 साल का था। मैं तब लॉ की पढ़ाई कर रहा था।
हेलो दोस्तो, मैं मोहित, आपको तहे दिल से और सभी कन्याओं और लड़कियों को लंड खड़ा करके नमस्कार करता हूँ।
मेरे साथ जो पहली बार हुआ, उसे मैं जिंदगी भर नहीं भूल सकता। इस बात को मैं आज तक दो साल बीत जाने पर भी किसी को नहीं बता पाया, लेकिन आज इस कहानी के माध्यम से आप को बता रहा हूँ।
दोस्तो, मेरी कहानी के पिछले भाग में आप ने पढ़ा कि कैसे हम भाई बहनों ने अपने मम्मी पापा को नंगा देखा और कैसे उन्होंने हमें चाचा चाची के साथ ग्रुप सेक्स करते देखा. उसके बाद हम सब ने मिल कर सेक्स किया. मैंने अपनी माँ को चोदा, पापा ने अपनी बेटी को चोदा.
शिवानी शर्मा
प्रेषक : रिशु
मैं राजस्थान के एक छोटे से गॉंव का रहने वाला हूँ। यह कहानी तब की है जब मैं अठारह साल का था और शहर के एक अच्छे हास्टल में रह कर अपनी पढ़ाई कर रहा था। उस समय गर्मी की छुट्टियाँ बिताने मैं अपनी मौसी के गॉंव में जाया करता था। मेरी मौसी एक सम्पन्न परिवार में ब्याही गयी थीं। मेरी मौसी के दो छोटे छोटे बच्चे थे। गॉंव में उनका बड़ा आलीशान घर था और एक बड़ा सा फार्म हाउस भी वहीं पास में ही था।
प्रेषिका : नितिका सिंह
मैं- रंडी, अभी तो तुझे चुदवाना नहीं था … अब क्या हुआ साली? अब अपनी माँ को दिखा तू कि तू कितनी बड़ी रंडी है। मेरे लंड के ऊपर आ जा और अपनी चूत में मेरा लंड लेकर अपनी गांड को उछाल उछाल के चुदवा!
प्रेषक : कर्ण कुमार
यह कहानी मेरे एक पड़ोसन ज़रीना की है। ज़रीना के शौहर का नाम शौकत है। शौकत से एक बार कहासुनी होने के बाद मेरी उसके साथ बोल चाल बन्द हो गई थी लेकिन मैंने ज़रीना को उसके निकाह के कोई एक डेढ़ साल बाद ही पटा लिया था।
हैलो फ्रेंडज़, आप सब माल जैसी फीमेल को मेरा प्यार भरा नमस्कार. मैं अमित चंडीगढ़ से हूँ, मेरी उम्र 33 साल है, मैं एक शादीशुदा मर्द हूँ. इसके साथ सबसे बड़ी बात ये है कि मैं अन्तर्वासना का फैन हूँ.
मेरा नाम शेखर है, ग्रेटर नॉएडा में रहता हूँ, मेरी उम्र 22 साल है।
दोस्तो,
पड़ोसन भाभी की प्यासी चुत चुदाई की देसी कहानी-1
मैं अमित दुबे एक बार फिर हाजिर हूँ.
मम्मी की चूत अपने ही रस से एकदम गीली थी और चूत की भग्न जो मूंगफ़ली की गिरी जैसी लाल दिख रही थीं, मैंने अपनी जीभ को उस क्लिट के ऊपर हल्के से फेरा तो मम्मी का पूरा बदन कंपकंपा गया।
मेरी पिछली कहानी को पढ़कर एक महिला मित्र ने मुझे मेल किया और मुझे उनकी एक कहानी और समस्या को लिखने का आग्रह किया, पर मैंने कहानी के बजाय उनकी कोई समस्या को लिखने के लिये बोला और कहा कि मुझे कहानी के बजाय ये ज्यादा अच्छी लगती है और सुझाव भी मिलते हैं।
गांड मराने का शौक एक ऐसा शौक है कि इसकी जब आदत पड़ जाती है तो बिना गांड मराए चैन नहीं आता।
लेखिका : कामिनी सक्सेना
कहानी का पहला भाग: सपना की चुदास ने मम्मी को भी चुदवाया-1
चूतनिवास
अब तक आपने पढ़ा था..