विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान तक-36
दीपाली- नाम का क्या अचार डालना है.. आप कुछ भी बोल दो मेरी उम्र भी नहीं बताऊँगी बस इतना जान लो.. बालिग हो गई हूँ अब चलो भी…
दीपाली- नाम का क्या अचार डालना है.. आप कुछ भी बोल दो मेरी उम्र भी नहीं बताऊँगी बस इतना जान लो.. बालिग हो गई हूँ अब चलो भी…
दर्द पर आनन्द हावी होने लगा, मैं महसूस कर रही थी कि उसका XL साइज़ का लिंग लगातार योनि के संकुचित मार्ग को धीरे-धीरे फैलाता अन्दर सरक रहा है। मैंने आँखे भींच ली थी और खुद को उसके हवाले कर दिया था।
सुबह मैंने देखा कि प्रीती हाथ में चाय का कप लिये मुझे उठा रही थी, “उठो! कितनी सुबह हो गयी है, क्या ऑफिस नहीं जाना है?” उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि उसने हालात से समझौता कर लिया था। कल रात के किस्से को उसने अपना लिया था। मैं मन ही मन खुश हुआ पर ये मेरी खुशी कितनी गलत थी ये मुझे बाद में पता चला।
आज मैं आपको अपनी दीदी की चुदाई की एक ऐसी गंदी कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसे पढ़ने के बाद आप जानेंगे कि किस तरह से एक आदमी अपने एक एहसान का बदला एक रात उसके साथ चुदाई करके चुकता करता है.
सोनाली
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा…
हाय मेरा नाम रुचि है, मेरी उम्र 22 साल है। मैं एक बहुत सुंदर और जवान युवती हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच है और मेरा रंग बहुत साफ़ है, मेरा जिस्म बिल्कुल किसी कारीगर की तराशी हुई संगमरमर की मूर्ति की तरह है, लोग मुझे इस डर से नहीं छूते कि मेरे शरीर पर कोई दाग ना लग जाए, मेरा फिगर 36-24-36 है और मेरी चूचियाँ मस्त गोल, सुडौल और सख्त हैं, गोरे रंग की चूचियों पर गहरे भूरे रंग की डोडियाँ !
🔊 यह कहानी सुनें
नेहा वर्मा
सम्पादक – जूजा जी
मेरी सेक्स कहानी के प्रथम भाग
दोस्तो, वरिन्दर सिंह.. लुधियाना से आप सबके लिए एक नई कहानी लेकर आया हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : लव गुरू
प्रेषक : जोर्डन
नमस्कार दोस्तो, आज मैं अपनी जीवन से जुड़े कुछ हसीन लम्हों को आपके साथ बाँटने जा रहा हूँ. मेरी उम्र 56 वर्ष है. मैं 5 फ़ीट 8 इंच का हूँ. मेरा वजन लगभग 120 किलो का है. मैं काफी हट्टा कट्टा और रंगीन मिजाज का एक तन्दरुस्त आदमी हूँ. मुझे बार बार मूछों पर ताव देना पसंद है. मेरे परिवार में मेरी पत्नी उम्र 52 साल और हमारी दो सन्तानें हैं. एक बेटा 28 साल का है और बेटी 24 साल की है. उन दोनों की शादी हो चुकी है. मैं एक सेंट्रल गवर्मेन्ट स्कूल का टीचर हूँ.
हैलो दोस्तो, इस पहले इसी कहानी के दो भागों को पाठकों ने बहुत पसंद किया और मिस्टर राज गर्ग ने मुझे इसका एक और भाग लिखने को कहा।
सम्पादक – जूजा जी
मेरे दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार! मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ मुझे स्टोरी पढ़ने का बड़ा शौक है। मैं मुम्बई का रहने वाला हूं।
प्रेषक : अमन वर्मा
दोस्तो, आप सभी को मेरा हृदय से आभार है कि आप लोगों को मेरी लिखी कहानियाँ मजेदार, रोचक लगती हैं और आप लोग मजा करते हो। मेरे कई मेल दोस्त कहते हैं कि मेरी कहानी से एक नया अहसास सा होता है। एक बार फिर से आप सभी का हृदय से आभार प्रकट करते हुए एक नयी कहानी आपके समक्ष प्रस्तुत करता हूं।
हाय मैं ऋतु.. अन्तर्वासना पर मैं आपको अपनी चूत की अनेकों चुदाईयों के बारे में बताने जा रही हूँ.. आनन्द लीजिएगा।
कहानी का पहला भाग:
दोस्तो, मैं इस आंटी सेक्स स्टोरी में आपको मालिश से चुदाई तक की सेक्सी स्टोरी सुना रहा हूँ।