तरक्की का सफ़र-16
आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही कमरे में दाखिल हुई। “ये, यहाँ पर सब क्या हो रहा है?” रूही थोड़ा गुस्से में बोली।
आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही कमरे में दाखिल हुई। “ये, यहाँ पर सब क्या हो रहा है?” रूही थोड़ा गुस्से में बोली।
सचिन आश्चर्य से मुंह खोल के मुझे देखता ही रहा कुछ पल तो फिर बोला- वाह सुहानी … मुझे तो पता ही नहीं था मेरी बेस्ट फ्रेंड इतनी हॉट और खूबसूरत है।
प्रेमशीर्ष द्वारा लिखित एवम् प्रेम गुरु द्वारा संशोधित और संपादित
मैं बिस्तर पर लेट गया और भाभी की चूत चूसने लगा. मैंने धीरे से उनकी चूत पर काट लिया, भाभी जोर से चिल्ला उठी.
यह सेक्स कहानी सविता भाभी की उस चुदाई की है.. जब वो सौन्दर्य प्रतियोगिता जीत चुकी थीं और पुरूस्कार में ट्रॉफी के अतिरिक्त दो दिन किसी हिल स्टेशन पर बिताने का मौका भी दिया गया था।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेम गुरु की कलम से
मेरा नाम है कैलाश, मैं आज आपको बताने जा रहा हूँ वो मैं ओर मेरे दोस्त अश्विन के साथ स्कूल में हुआ था। मैं गोरे गाँव का रहने वाला हूँ। जब मैं ग्यारवी कक्षा मैं यह की एक स्कूल मैं नया था। तब मैंने आश्विन के साथ दोस्ती हुई थी। थोड़े ही दीनो में हम एक दूसरे से साथ काफ़ी समय बिताने लगे। वो मुझसे एक साल बड़ा था, फिर भी हम हिलमिल गाये थे। हम एक साथ फ़िल्म देखने जाते थे, कभी कभी एक दूसरे के घर जा कर स्कूल का काम करते। आश्विन मुजसे एक साल बड़ा था, फिर भी उसका शरीर तेहरा साल का बच्चा जैसा था, थोड़ा साँवला भी।
हैलो डियर फ्रेंड्स.. मैं राहुल आप सबके सामने अपनी सेक्स कहानी लेकर हाज़िर हूँ। आप लोगों के लिए तो यह कहानी ही होगी, लेकिन यह मेरे लाइफ की एक सच्ची घटना है, जो अभी एक हफ्ते पहले ही मेरे साथ घटी है।
प्रणाम जी, सबको मेरा प्रणाम!
नमस्कार दोस्तो! मैं मिथुन आनंद आप सभी के साथ अपने जीवन की एक अनोखी स्मृति बांट रहा हूँ, इससे पहले मैं बता दूँ कि मैं बिहार प्रान्त का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र अभी 22 साल की है, और अभी मेरी शादी नहीं हुई है. मैं पिछले सात साल अन्तर्वासना वेबसाइट का नियमित पाठक हूँ, यहाँ से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला जिसके लिए मैं इस साइट का सदा आभारी रहूँगा।
दोस्तो, मेरा नाम रॉकी है, मेरी हाइट 5 फुट 7 इंच है और एकदम रंग गोरा है. मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ. यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है. यह घटना 2 साल पहले की है, उस वक्त मैं आगरा कॉलेज में पढ़ रहा था.
रात को करीब 2 बजे मेरी नींद खुली तो पाया कि राजे मेरे चूची चूस रहा था। चूची पर गर्म गर्म मुंह लगने से ही मेरी नींद खुल गई थी। मैंने उउउऊँ… उउउऊँ.. उउउऊँ… करते हुए राजे को हटाने की असफल चेष्टा करी- राजे मादरचोद सोने दे न प्लीज़!
दोस्तो, आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, कि आपने मेरी कहानियाँ ‘माला की चुदाई, मजा और मलाई, व जब गांड मारी जमके’ पढ़ी, आपने जो मेरा साथ दिया उसके लिये एक बार और धन्यवाद!
उन्होंने फिर मुझसे पूछा- तुमने पहले कभी किसी को चोदा है?
दोस्तो, मैं राज एक बार फिर आपकी सेवा में हाज़िर हूँ। मुझे बहुत खुशी हुई कि आप सबने मेरी पहली कहानी किराएदार और उसकी बेटी की काफी सराहना की और इसी के कारण मैं आप के सामने एक बार हाज़िर हूँ एक नई कहानी लेकर। आशा करता हूँ कि आप सब इसे काफी पसन्द करेंगे।
मैंने अपने पति को अपनी किसी सहेली की शादी में जाने का बहाना करके उसे पेपर से 2 पहले यूनिवर्सिटी जाने के लिए मना लिया था। इसके अलावा मैंने लहंगा चोली का प्रबंध भी कर लिया था। मैंने बेहद ऊंची एड़ी की सैंडल ले ली थी, और ऊपर से नीचे तक अपने जिस्म की दो बार वैक्सिंग करवा ली थी जिसमें फुद्दी और गांड भी शामिल थी। मेरे सर और आंखों के अलावा अब मेरे जिस्म पर बाल नाम की कोई चीज़ मौजूद नहीं थी।
अगली सुबह 10 बजे हमारी ट्रेन थी भोपाल की… सभी लोग सुबह 7 बजे उठकर नहा धोकर तैयार हो गए और हम 9:40 पर स्टेशन पहुँच गए थे।
Jawani ki Pahli Barsat-1
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गौसिया को हस्तमैथुन सिखाते हुए मैंने अपने मुख में ढेर सी लार बनाई और उसके सीधे हाथ की उँगलियों को अपने मुख में ले उन्हें लार से गीला किया- वहाँ सूखी उँगलियों से जल्दी ही जलन होने लगती है इसलिए हमेशा ध्यान रखना कि चिकनाई ज़रूरी है।
अब तक इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि मेरी कामवाली पिंकी मेरे भाई के साले दीपक के लंड से चुद चुकी थी और अब मुझे भी दीपक के मोटे लंड से चुदने का मन था तो हम दोनों उससे किस किस तरह चुदा जाए, इसकी प्लानिंग बनाने लगे.
अचानक से आनन्द ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और चूसने लगा।
हैल्लो दोस्तो, मैं राज शर्मा एक बार फिर आपके सामने अपनी जीवन में घटी हुई घटना आपके सामने लेकर हाजिर हूँ।
मेरा नाम सोनाली, मैं रहती हूँ दिल्ली में और मेरे पति कुवैत में बिजनेस करते हैं. मेरे ससुर भी हैं जो आर्मी से रिटायर्ड हैं और वो हमारे साथ ही रहते हैं. मेरे पति पहले यहीं बिजनेस करते थे, फिर उन्होंने सोचा कि थोड़ा बाहर जाकर ट्राई करते हैं बिजनेस करने का… तो वो कुवैत चले गए, वहां जाकर उन्होंने बिजनेस ओपन किया, और चल पड़ा वहां पर… यहाँ का बिजनेस ससुर जी सँभालते हैं. पैसों की कोई कमी नहीं.