मेरी चूत की भूख और भाई का लंड-2
अब तक आपने पढ़ा..
अब तक आपने पढ़ा..
मेरा नाम विक्की है। मैं राजकोट का रहने वाला हूँ लेकिन अभी मैं अहमदाबाद में कुछ दिनों से रह रहा हूँ। अन्तर्वासना कहानियाँ पढ़ कर मैंने भी अपनी एक रियल सेक्स स्टोरी आप लोगों के साथ बाँटना चाही।
अन्तर्वासना के पाठकों को अंश बजाज का नमस्कार!
लेखिका : नेहा वर्मा
मैं जीजाजी के ही घर दो रात लगातार उन से चुद कर अगले दिन मैं वापिस अपने पीहर चली गई। जीजाजी खुद मुझे अपनी बाइक पर बिठा कर पर बस में बिठाने आये और मना करने के बाद थम्सअप की बोतल और काफी सारे फल लाकर दिए।
बालसखी की चूत चुदाई
दोस्तो, हिंदी सेक्स स्टोरी की साईट अन्तर्वासना का मैं एक बड़ा फैन हूँ। मैं एक अच्छी कद-काठी का लड़का हूँ और चूत को प्यार से कैसे चूसा और चोदा जाता है, इस कला से अच्छी तरह वाक़िफ़ हूँ।
प्रेषक : दीपक
8-10 मिनट तक चुदवाने के बाद मैं अपने चरम सुख की ओर चल दी थी, मुझे पूरे शरीर में सुरसुरी सी होने लगी और आनंद से भर गयी, पूरे शरीर में झनझननाहट सी होने लगी तो मैंने कहा- और तेज़ और तेज़ और तेज़ आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… अह आ आ… आ… आ… आ… आ आआ आआहहह… कर के ज़ोर से चिल्ला के वहीं फच्च फच्च फच्च के साथ झड़ गयी.
लेखिका : श्रेया आहूजा
लेखक : प्रेम गुरु
मैंने भी उसकी इच्छा का पूरा सम्मान किया और जितना हो सके उसकी चूचियों को अपने मुँह में भर लिया और मज़े से चूसने लगा।
मुझे ज्यादा पीने नहीं दिया गया क्योंकि मेरा पहला मौका था और पीने के बाद पता चला कि यह शराब है।
🔊 यह कहानी सुनें
कुछ ही देर में पीटर का दोस्त भी ऊपर आ गया और मुझे मेरी गाण्ड के आस पास कुछ मोटा मोटे लण्ड जैसा एहसास होने लगा था। क्योंकि मेरी गाण्ड पीछे की तरफ थी इसलिए अब्दुल आराम से अपना लण्ड घुसा सकता था।
दो दिन तक बैंगन से चुदी हुई रीटा की चूत और गांड में सुरसुराहट होती रही थी. टेबल टेनिस के बैट से ताबड़तोड़ पिटे हुए चूतड़ों में मीठी मीठी जलन भी भरपूर मजा दे रही थी. ब्ल्यू फ़िल्म देख कर बैंगन की चुदाई से और मोनिका की बातों से रीटा को चूत और लण्ड का मज़ेदार खेल समझ आ गया था. मोनिका के साथ रह कर रीटा भी खूब गालियाँ देना भी सीख गई थी. अब तो रीटा मोनिका की छत्रछाया में अपनी जवानी को दोनों हाथों से लुटाने को आतुर हो उठी. रह रह कर उस नन्ही नवयौवना के सुकोमल अंगों में तनाव व कसाव आ जाता और कोरी फुद्दी किसी फड़फड़ाते लण्ड को गपकने के लिये कुलबुला उठती थी.
आआह… क्या नज़ारा था! दुनिया की सबसे सुन्दर लड़की, मेरी वाइफ एक साथ दो-दो मोटे-मोटे टोपों को अपनी नर्म, गुलाबी जीभ से चाट रही थी… ये शानदार था! ये गज़ब था!! क्या नज़ारा था…
अब तक आपने पढ़ा..
Ek Raat Randi ke Sath
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो … मेरा नाम गोविन्द है. मैं मेरठ का रहने वाला हूं. मेरी उम्र बीस वर्ष है. मेरा कद पांच फुट छह इंच है. मैं एक प्राइवेट जॉब करता हूँ और साथ ही पढ़ाई भी कर रहा हूं.
मेरा नाम राहुल है, मैं पहली बार अपनी ए़क कहानी आपको बताने जा रहा हूँ. यह कहानी एक सच्ची कहानी है.
दिल पर जोर नहीं-1
मेरे बॉस की सेक्सी बीवी की चुदाई स्टोरी के पहले भाग