दीदी की सहेली को कार में चोदा
दोस्तो, मैं पीहू (नाम बदला हुआ है) आपको दीदी की सहली की चुदाई की कहानी से आगे की घटना बताने जा रहा हूँ. मैं आशा करता हूँ आपको यह सेक्स कहानी भी पसंद आएगी.
दोस्तो, मैं पीहू (नाम बदला हुआ है) आपको दीदी की सहली की चुदाई की कहानी से आगे की घटना बताने जा रहा हूँ. मैं आशा करता हूँ आपको यह सेक्स कहानी भी पसंद आएगी.
हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम हिमानी है। मैं आज आप सबके सामने अपनी पहली चुदाई की कहानी बताना चाह रही हूँ। अगर लिखने में कोई ग़लती हो जाए.. तो मुझे माफ़ करना.. मेरी पहली कहानी है। मैं आपको सबसे पहले अपने बारे में बताती हूँ।
हाय दोस्तो.. मेरा नाम रोहित है। मैं दिल्ली में रहता हूँ और मैं दिखने में काफ़ी अच्छा हूँ.. बहुत गोरा हूँ और 5’8″ लंबा हूँ।
यदि आप मुंबई में रहते हो.. तो बरसात के मौसम में मुंबईकरों की क्या हालत होती है.. ये अच्छी तरह से जानते होंगे।
हेलो दोस्तो, मैं टीन मेघा…
अब तक आपने पढ़ा..
जीजू की चचेरी बहन की बुर चोदन की कहानी-1
मेरा नाम किशोर है, मैं यू.पी. के एक छोटे से गाँव में रहता हूँ। बात सन् 2006 की है, मैं उस वक्त ग्यारहवीं कक्षा पास करके बारहवीं में आया था। मैं एक सीधा-सादा, शर्मीला लड़का हुआ करता था, पर पढ़ने में बहुत तेज़। आज से आठ-नौ साल पहले गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल 1 जुलाई को खुलते थे, पर गाँव के स्कूलों की कक्षाओं में अगस्त-सितम्बर से पहले रौनक नहीं होती थी।
प्रेषक : मुकेश कुमार
मैंने उसके उरोजों को सहलाना शुरू किया। उरोज क्या थे दो रुई के गोले थे। सुगंधा के उरोज तो इसके सामने कुछ भी नहीं थे। मेरा लिंग पजामें में तंबू बना रहा था। मैंने उरोजों को जोर जोर से मसलना शुरू किया तो उसके मुँह से कराह निकली।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय ने पूजा की कमसिन चुत में काफी अन्दर तक लंड पेल दिया था और अन्दर-बाहर करने लगा था.. उधर पूजा बेहोश हो चुकी थी.
मेरा नाम सुमन है. मैं नागपुर की रहने वाली हूँ और यहीं कॉलेज में पढ़ती हूँ. मेरी उम्र बाईस साल की है. मैं बहुत सुंदर और हसीन हूँ. मेरी गांड बहुत बड़ी है और मेरे स्तन भी पूरे सेक्स का भंडार हैं. मेरी योनि भी अभी काफी टाइट है क्योंकि उसका अभी तक ज्यादा इस्तेमाल नहीं हुआ है, उसने ज्यादा लंड नहीं लिए हैं. मैं एक सुंदर और हसीं लड़की हूँ.
हैलो दोस्तो.. सभी पाठकों को मेरा सादर प्रणाम. मैं आपका संचित.. फिर से अपनी एक नई आपबीती के साथ हाजिर हूँ.
मेरी मजेदार चुदाई की अगली क़िश्त
आपका प्यारा सा सनी गांडू
रात के बारह बज़ चुके थे। छोटे से गाँव राजापुर में बहुत ही सन्नाटा छ गया था। राजापुर गरीब की बस्ती है। इसी बस्ती के एक कोने में हरिया का घर है। हरिया की उमर 45 साल की है। और उसकी बीबी की उमर 40 साल की है। हरिया एक गरीब किसान है।
सारिका कँवल
अनीता की शादी अनमोल से हुई और सुहागरात को अनमोल की मुँहबोली भाभी उन दोनों को एक साथ कमरे में करके अनीता को बता गई कि अनमोल शर्मीला तो संभोग की पहल अनीता को ही करनी होगी… हुआ भी यही… अनीता ने अनमोल को संभोग के लिए तैयार किया और उसके बाद लगभग आधे घंटे की लिंग-योनि की इस लड़ाई में पति-पत्नी दोनों ही मस्ती में भर उठे।
एक तो कड़ाके की सर्दी, ऊपर से बारिश और साथ में ओले. स्कूटर पर आते आते जैसे शरीर में ठंड से अकड़न आ गयी थी. जिस्म भीगने से.. और सर्द हवा के कारण सर्दी से बुरा हाल था. जब स्कूटर पर चलते चलते सहन शक्ति जवाब देने लगी, तो एक साइड में रोककर.. पनवाड़ी से एक सिगरेट ली और उसे पीते हुए ऑफिस के सहकर्मियों की बातें सोचने लगा, जो इस भयंकर ठंड में घर जाकर अपनी अपनी बीवियों को चोदने की बातें कर रहे थे.
दोस्तो मुझे शुरू से ही शादीशुदा औरतो में दिलचस्पी ज़्यादा है। उसका कारण ये है कि शादीशुदा औरतों का यौवन और उनके चेहरे पर शादी के बाद जो चमक नहोती है उसे देखकर मेरे शरीर में एक बिजली सी दौड़ जाती है तब मुझसे अपने लिंग पर काबू ही नहीं किया जाता और मुझे हस्तमैथुन करके इसे शांत करना पड़ता है। हालाँकि कॉलेज में टॉपर होने की वजह से कई लड़कियाँ मुझसे बड़ी इंप्रेस्ड हैं पर उनके यौवन में मुझे वो बात नज़र नहीं आती जो एक विवाहित महिला के यौवन में होती है। शादी के बाद नया नया संभोग के बाद उनके शरीर में एक अलग ही बदलाव आ जाता है। उनके नितंबो में जो कसाव और शरीर में जो भराव आता है उसकी बात कुछ अलग ही होती है
लेखिका : कमला भट्टी
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना साईट पर हिंदी सेक्स कहानियां पिछले 2010 से पढ़ रहा हूं. किसी की कहानी सच्ची लगती तो किसी की कल्पना पर आधारित होती. पर मेरा एक दिन भी ऐसा नहीं जाता था, जब मैं कहानी न पढ़ूँ और मुठ ना मारूं.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम प्रवीण है, 24 साल। मैंने हाल ही में अपनी इंजीनियरिंग के चार साल पूरे किये हैं और M.Tech का छात्र हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। बहुत सी कहानियाँ पढ़ीं आज सोच रहा हूँ, अपनी एक कहानी आप सभी के साथ शेयर कर लूँ।
प्रेषक : किंजल पटेल